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दीपावली ऐसे मनाए कि लगे अयोध्या में सचमुच श्रीराम आ गए हो और पूरा हिंदुस्तान जगमगा उठे : शाबी अली



 09/Nov/20

कोविड 19 के इस भयंकर महामारी ने जहां पूरे कारोबार पर गहरा असर छोडा वहीं त्‍यौहारों की रौनक भी छीन ली। देश के प्रमुख त्‍यौहार आम दिनों के जैसे बीतते नजर आ रहे हैं, बाजार में भीड तो बहुत है लेकिन व्‍यापार पर इसका कोई असर नहीं दिख रहा है। ऐसे में कुछ व्‍यापार जो सिर्फ त्‍यौहार पर निर्भर होते हैं इस बार कोरोना के चलते उनकी भी स्थिति कुछ ठीक नजर नहीं आ रही है। वाराणसी के प्रमुख पटाखा कारोबारी हिंदुस्तान ग्रुप वाराणसी के अधिष्ठाता शाबी अली से क्‍लाउन टाइम्‍स ने एक अनौपचारिक बातचीत में कि कोरोना की विकट परिस्थिति में आने वाले त्योहारों के मद्य नजर आपको पटाका कारोबार की स्थिति में आगे क्या उम्मीद नजर आ रही है, इस पर उनका कहना था कि कोरोना एक ऐसी महामारी है जिससे केवल हिंदुस्तान ही नहीं बल्कि पूरा विश्व प्रभावित है और संघर्स कर रहा है। हमलोग तो यूपी में है और पटाके व्यवसाय से जुड़े है। हमलोगों को तो कोई उम्मीद ही नहीं नजर आ रही थी कि हमलोगों का व्‍यापार पटरी पर लौटेगा। क्यूंकि हमारी तमिलनाडु में जो एसोसिएशन है उन्होंने एक लेटर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को दिया जिसे सीएम योगी जी ने इसको संज्ञान में लेते हुए सारी अर्थव्यवस्था को पटरी पर वापस लाने के लिए वो हर सार्थक प्रयास कर रहे हैं और उनकी जो कोशिश है उससे अर्थव्यवस्था पटरी पर आ रही है।

हमारे एसोसिएशन के लेटर को संज्ञान में लेते हुए योगी जी ने कहा कि जितने भी पटाका कारोबारी है उनके लाइसेंस ऑनलाइन रेन्यूबल करवाए जाएं। हर आदमी इस समय चिंतित है कि अर्थव्यवस्था कैसे पटरी पर आए और जो भी हमारी उत्तर प्रदेश सरकार निर्णय ले रही है हमलोग उसमे कदम से कदम मिलाकर चलेंगे और हमारे मुख्यमंत्री जो इतना प्रयास कर रहे है वो सरहानिय है। वो इतनी अच्छे से ये चीज कर रहे है कि हम उम्मीद कर सकते है कि हमारी अर्थव्यवस्था जल्दी ही रिकवरी कर लेगी।

बनारस में पटाको की कुल कितनी लाइसेंसी दुकानें है और कितने का कारोबार दीपावली के त्‍यौहारी सीजन में होता है इस सवाल पर शाबी जी ने कहा बनारस में स्थाई रूप में तो 3 से 4 दुकानें है बाकी जब दीपावली का जब समय आता है तो लगभग 300 से 400 दुकानें लगती है और बहुत से परिवार ऐसे है जो इससे जुड़े हुए है जिनका रोजगार चलता है और मै ये कहना चाहता हूं कि इस व्यवसाय से जितने भी लोग जुड़े है जो भी उनकी रोजी रोटी चल रही है। आगे उन्‍होंने कहा कि इस बार तो बड़ी अच्छी बात है कि रामलला जी का मंदिर निर्माण होने वाला है अयोध्या में तो मेरा सोचना है कि यें शायद पहली बार है कि एक तरफ श्रीराम मंदिर का निर्माण और दीपावली दोनों साथ में है तो इस बार दीपावली ऐसे मनाए इतनी आतिशबाज़ी करे कि ऐसा लगे कि अयोध्या में सचमुच श्रीराम आ गए हो और पूरा हिंदुस्तान जगमगा उठे।

अस्‍थाई दुकानों के बारे में बताते हुए उन्‍होंने कहा कि देखिए बनारस में अस्थाई 300 से 400 लगती है लेकिन हम इसको अवैध नहीं कह सकते क्यूंकि लोगो को जब लाइसेंस मिल जाता है तो वह 3 से 4 दिन का दुकान लगाते है और कारोबार करते है। कुछ लोग जो है यूज करने के लिए पटाका ले जाते है क्यूंकी दीपावली के टाइम काफी क्राइसेस हो जाती है तो वो पहले से ही ले के रख लेते है। जो भी व्यापारी हैं जो इस कारोबार से जुड़े है जिनको लगता है कि लास्ट में डिमांड बढ़ जाती है और स्टॉक्स कम पड़ जाएंगे तो वो पहले ही इमरजेंसी के लिए ले के रख लेते है और जरूरत पड़ने पर ही वो उन्हें विक्रय करते है।

पटाको को लेकर अभी सुप्रीम कोर्ट ने क्या फैसला लिया है इस सवाल पर श्रीशाबी का कहना था कि सुप्रीम कोर्ट ने फायरवर्क्स को लेकर एक याचिका दायर की जिसमें सिर्फ प्रदुषण पटाको से ही नहीं होता है इसको लेकर पटाको को प्रतिबद्ध नहीं किया जाएगा।

बातचीत के दौरान बताया कि हमलोग तो हमेशा चाहते है कि अच्छे रंगीन पटाखे मिले। हमारी मनसा तो ये है कि हमारे यहां इतनी ऊपर आतिशबाज़ी जा के फटे की पाकिस्तान वाले जान जाएं कि आज हिंदुस्तान में दीपावली है। इस बार भी कुछ नए पटाखे है जो रंग बिरंगे है और जो 2-3 आइटम है, उन्होंने मोकटेल फ्लॉवर पोट कुछ वैसे बनाए है जो फ्लो में चल रहे है और 4-6 पटाखे और है जो मार्केट में नए आयेंगे। इको फ्रेंडली पैराशूट है, पैराशूट में जो एक बैलून है जिसमें मोम की एक बत्ती जलाई जाती है जो उसमे हवा भर के उड़ाती है। ऐसे ही 4-6 पटाखे कुछ और आए जो उपर कलरफुल होंगे आसमान में।


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