MENU

बनारस में इन्फिनिटी केयर हॉस्पिटल का हुआ शुभारंभ



 17/Apr/21

इन्फिनिटी केयर हॉस्पिटल का शुभारम्‍भ परमपूज्‍य गुरुपद स्‍वामी संभव राम जी महाराज ने अपने अनुयायियों व संस्‍था के प्रधान ट्रंस्‍टी जगदीश नारायण सिंह के साथ फीता काटकर उद्धाटन किया। उद्घाटन के उपरांत उनका स्‍वागत संस्‍था के चेयरमैन पूर्व मंत्री वीरेन्‍द्र सिंह, ट्रस्‍टी मंडल के सदस्‍य विनोद कुमार सिंह, विजय कुमार सिंह, कमलेश सिंह व नवीन कुमार सिंह ने किया। संस्‍था के प्रबंध निदेशक डॉ.अभिषेक विक्रम सिंह, अपनेसाथ सेवा में लग विरष्‍ठ डॉक्‍टर्स एवं पैथोलॉजी हेड डॉ.शान मोदी एवं डॉ.रंजन मोदी, संस्‍था के संचालक मंडल के सदस्‍य विवेक विक्रम सिंह,विनीत विक्रम सिंह , सहित सभी का परिचय कराया। सभी को  बाबा ने आशीर्वाद एवं सेवा भाव से कार्य करने की प्रेरणा दी।

संस्‍था के चेयरमैन वीरेन्‍द्र सिंह ने बाबा को अवगत कराया कि यह संस्‍था एक ट्रस्‍ट द्वारा संचालित है जो की लाभ के लिए नहीं है। इसमें सेवा और मरीजों की संतुष्टि ही प्राथमिकता टी तैयारी रहेगी।

उद्धाटन के उपरांत बाबा ने सभी विभागों एवं मशीनों का निरीक्षण किया और संतोष व्‍यक्‍त किया कि बरस में छत के नीचे सभी जॉंच एवं इलाज का यह पहला संस्‍थान है।

डॉ.अभिषेक विक्रम ने फोर्टिस स्‍मार्ट में 3 वर्षों तक किया है कार्य

सेव दी हार्ट फाउंडेशन के अध्‍यक्ष डॉ. सुनील मोदी जो अपोलो हॉस्पिटल में ह्दय रोग विशेष है एवं करीब 40 वर्षों से इसी सेवा में अनुभ प्राप्‍त है तथा (डॉ.अशोक सेठ जो फोर्टिस स्‍कार्ट के चेयरमैन है जिनके नेतृत्‍व में डॉ.अभिषेक विक्रम ने तीन वर्षों तक कार्य कर अनुभव प्राप्‍त किया है न कोविड कारणों से डिजिटल माध्‍यम से शुभकामनायें व आशीर्वाद दिया है और उनके साथ डॉ.अमोल गुप्‍ता (पेडियाट्रिक कार्डियोलॉजिस्‍ट, फोर्टिस), डॉ.विनीत बांगा (न्‍यूरोलोजिस्‍ट), डॉ.रंजन मोदी (कार्डियोलॉजिस्‍ट, अपोलो) ने इन्फिनिटी केयर हॉस्पिटल से अपनी सम्‍बद्ता एवं प्रतिबद्धता जताई और कहा कि आधुनिक संसाधन के अभाव में हम एयर एम्‍बुलेंस एवं अन्‍य खर्चीले संसाधनों से मरीजो को इलाज हेतु नई दिल्‍ली के विभन्‍न अस्‍पतालों में बुलाते थे। अब ऐसा नहीं होगा, क्‍योंकि वे समस्‍त संसाधान आधुनिकता एवं अंतराष्‍ट्रीय मापदडों के साथ वाराणसी के इस संस्‍थान में उपलब्‍ध है। अब मरीज दिल्‍ली नहीं जाएगा बल्कि हम सब डॉक्‍टर्स दिल्‍ली से वाराणसी आयेंगे और उनका उनका इलाज इसी संस्‍थान में होगा। इससे क्रिटिकल यानि गंभीर प्रकृति के मरीजों के ऊपर जो आर्थिक भार पड़ता है वों कम हो जाएगा।संस्‍था जब भी बुलाएगी, हम सब आने को प्रतिबद्ध है और इस संस्‍था से अपने को जोड़ रहे है।


इस खबर को शेयर करें

Leave a Comment

1322


सबरंग