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संकल्प संस्था ने डाक्टर्स डे पर चिकित्सकों का किया अभिनन्दन



 01/Jul/21

वाराणसी की अग्रणी सामाजिक संस्था संकल्प के द्वारा वर्ष 1997 से ‘‘क्षयमुक्त काशी, निरोग काशी’’ अभियान के माध्यम से एक मुहिम चलाकर समाज को स्वस्थ रखने का बीड़ा उठाया है और यह भगीरथ प्रयास विगत 24 वर्षों से निरन्तर जारी है। वैश्विक कोरोना महामारी के दौरान जब चिकित्सा व्यवस्था डगमगाने लगी थी, उस कठिन दौर में संकल्प संस्था के चिकित्सकों और सहयोगियों ने पूरे मनोयोग से लोगों के स्वास्थ्य के लिये प्रयत्नशील रहे। डाक्टर्स डे के अवसर पर संस्था के संरक्षक अनिल कुमार जैन ने अपने सहयोगी चिकित्सकों के क्लीनिक एवं आवास पर पहुंचकर उनका अभिनन्दन किया। सूच्य हो कि कोरोना महामारी के कारण किसी प्रकार का समारोह का आयोजन नही किया गया। संकल्प के संरक्षक अनिल कुमार जैन ने ‘‘क्षयमुक्त काशी, निरोग काशी’’ अभियान से जुड़े चिकित्सकों डाइटिशियन पैथोलॉजिस्ट का डाक्टर्स-डे के अवसर पर अभिनंदन करते हुए कहां कि चिकित्सकों के सहयोग और निस्वार्थ सेवा भावना के कारण विगत 24 वर्षों से अभियान सफलता पूर्वक अग्रसर है। वही कोरोना महामारी के दौरान चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े चिकित्सकों, पैथोलॉजिस्ट, डाइटिशियन और उनके सहयोगियों ने अपनी परवाह किए बगैर लोगों का सेवा किया, उसके लिए हम सब और समाज उनका आभारी है। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान संकल्प संस्था के संस्थापक सदस्य एवं शहर के प्रतिष्ठित चिकित्सक डॉ. अश्वनी जैन ने अपने चिकित्सक धर्म का पालन और लोगों की सेवा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी। आज डॉक्टर डे के अवसर पर संकल्प परिवार उन्हें याद करते हुए श्रद्धाजंली अर्पित करता हैं। डॉ. सतीश चंद्र अग्रवाल ने कहा कि संकल्प संस्था द्वारा जारी ‘‘क्षयमुक्त काशी, निरोग काशी’’ अभियान में क्षयरोगियों की सेवा कर जो आत्मिक शांति मिलती है वह अतुलनीय हैं। डॉ. राजीव गुप्ता ने कहा कि इस अभियान से जुड़ा हर व्यक्ति अपनी जिम्मेदारियों का पालन निःस्वार्थ भावना से करता है। जिसका परिणाम है क्षयरोगियों के क्षयमुक्त होने के बाद उनके चेहरे पर आने वाली खुशियां। डॉ. विनय पाठक ने कहा कि अगर इसी तरह विभिन्न गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा सामाजिक जिम्मेदारियां ली जाए तो समाज का विकास सरल हो जाएगा।

डॉ. अमित जौहरी ने कहा की क्षय रोग एक गंभीर समस्या है जिसका इलाज संभव है लेकिन इलाज महंगा और लंबा चलने के कारण आर्थिक रूप से कमजोर लोग इलाज पूरा नहीं कर पाते। तो वही कई तो ऐसे होते हैं जो जानकारी के अभाव में भी इसका ग्रास बन जाते हैं। संकल्प संस्था ने लोगों के इस दर्द को समझा, जाना और पूरे मनोयोग से निःस्वार्थ भावना के साथ लोगों की पीड़ा को मिटाने के लिए एक अभियान की शुरुआत की। हम चिकित्सक जो अभियान से जुड़े हैं अपना आंशिक सहयोग देते हैं जिससे संस्था संकल्प ने एक बड़े बदलाव की पहल की है। डॉ. मयंक अग्रवाल ने कहा संकल्प संस्था के साथ काम करने का एक सुखद अनुभव रहा है। डॉ अनुराग चंद्र अग्रवाल ने कहा कि संस्था के सहयोगी पूरे मनोयोग से लोगों की सेवा में तत्पर रहते हैं।

 


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