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विक्की हत्याकांड के पीछे क्‍या है बिल्डर आमीर अहमद और पत्रकार कनेक्शन



 27/Jul/21

पंजाब केशरी का पत्रकार विपिन मिश्रा क्‍यों है बिल्डरों के निशाने पर

प्रधानमंत्री मोदी के स्‍मार्ट सिटी बनारस में वाराणसी विकास प्राधिकरण के आला अधिकारियों के लाख प्रयास के बावजूद थाना चौके और कोतवाली क्षेत्र की सकरी गलियों में दर्जनों बिल्‍डर धड़ल्‍ले से अवैध रुप से व्‍यवसायिक भवनों का निर्माण करने में जुटे हैं। क्‍यों कि इन्‍हें वीडीए के क्षेत्रीय जिम्‍मेदार अधिकारियों का पूरा सहयोग मिलता है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन अवैध बिल्‍डरों को व्‍यवसायिक निर्माण को जारी रखने के लिए वीडीए के जिम्‍मेदार अधिकारियों को प्रत्‍येक तल के निर्माण के बदले सुविधा शुल्‍क तय हो जाता है। मजे की बात है कि कम पूंजी और निर्धारित समय में ही व्‍यवसायिक भवनों का निर्माण शुरू होते ही खरीदारों की बुकिंग  के लिये अग्रिम धनराशि भी दुकानदार बिल्‍डर को जमा करने में कोई गुरेज नहीं करते। यही कारण है कि कोई भी बिल्‍डर साल- छ: महीनें में ही लाखों रुपये की अवैध कमाई का धंधा फल-फूल रहा है। इस अवैध कारोबार को बेरोक-टोक जारी रखने के लिए दबंग बिल्‍डरों के साथ उस क्षेत्र के जरायम की दुनिया से जुड़े बदमाशों को भी गठजोड़ उनकी मजबूरी है। यहां तक तो गलिमत थी लेकिन इन दिनों दालमंडी, कोयला बाजार, कोतवाली क्षेत्र के कई ऐसे कथित पत्रकारों के निशाने पर अवैध बिल्‍डर आ गये है। लिहाजा पहले उनके खिलाफ सोशल मिडिया पर खबरें प्रसारित कर उन्‍हें अधिकारियों के व्‍हाट्सएप पर भेज कर डिस्‍टर्ब करना और बाद में उन्‍हें अर्दब में लेकर वीडीए के अधिकारियों और पुलिस के नाम पर वसूली करने का धंधा जोरों पर है।    

पत्रकार ने मिलन के नामपर दवा कारोबारी से खाली कराई दुकान

ताजा मामला वाराणसी के थाना चौक अंतर्गत ठठेरी बाजार स्थित रसवन्‍ती मिठाई की दुकान के समीप जोगिन्‍दर कपूर के मकान का व्‍यवसायिक निर्माण कराने का ठेका आज से लगभग ढाई वर्ष पूर्व दालमंडी - बेनिया क्षेत्र के बिल्‍डर आमिर अहमद को लगभग साढ़े सात लाख में दिया गया। ऐसी चर्चा है कि इसमें मध्‍यथ की भूमिका निभाने वाले पंजाब केशरी डिजिटल मीडिया के रिपोर्ट विपिन मिश्रा और उनके भाई आशीष मिश्रा व इनके भांजे विक्‍की ने निर्माण शुरु होने से पहले ही ढाई लाख रुपये विपिन के भाई आशीष ने अपने पास रख लिया।  सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बाद में इस भवन निर्माण का ठेका विक्‍की की पहल से सप्‍तसागर क्षेत्र के एक चर्चित व्‍यक्ति के साथ मिल कर पत्रकार विपिन ने अपने नाम एग्रीमेंट कराकर शुरू कर दिया।  इसी बीच मकान मालिक जोगिन्‍द कपूर के मकान में एक दवा कारोबारी की दुकान निर्माण में रोड़ा बन रही थी, जिसे पत्रकार विपिन ने चौक क्षेत्र के चर्चित अपराधी मिलन बिज के नाम पर खाली करा लिया। इसकी भनक लगते ही मिलन ने विपिन को बुलाकर उसे कड़े अंदाज में समझाया और उपरोक्‍त भवन में अपनी भूमिका जोड़ने की गरज से आगे भी आ गया, लेकिन मामला बना नहीं।

मुगलसराय पुलिस और क्राइमब्रांच टीम ने विक्की हत्याकांड के आरोपितों को धरदबोचा

बिल्डर, दबंग और पत्रकारिता की धमक के इन नेक्सेस के चलते चलते 19 जुलाई की रात जिला चंदौली के थाना मुगलसराय के डांडी में चौक क्षेत्र के विपिन मिश्रा पत्रकार के भांजे विक्की को अपराधियों ने ईट पत्थर से कूच कर मार डाला। इस पूरे मामले में थानाध्यक्ष मुगलसराय राजीव रंजन उपाध्याय और क्राइम ब्रांच प्रभारी राजीव सिंह की टीम ने वांछित अभियुक्तों मिलन बिज, रोशन उपाध्याय, अमित उर्फ गोलू को गिरफ्तार करने में बड़ी कामयाबी हासिल किया है।

एक दशक बाद पत्नी बच्चों के साथ घर वापस आया था मिलन

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आज से ढाई वर्ष पूर्व चौक क्षेत्र चर्चित रहे जरायम की दुनिया से तालुकात रखने वाले मिलन बिज अपने बीबी बच्चों के साथ पुश्तैनी मकान आ गया और साड़ी के व्यवसाय में बड़े भाई का हाथ बटाने लगा था।
इसी बीच ठठेरी बाजार के जोगेंद्र कपूर ने रसवंती के सामने 70 लाख में मकान खरीदा था। विक्की मकान-मालिक का विश्वासपात्र होनें के चलते उसने विपिन मिश्रा को जोड़ दिया था। इसी मकान में एक दवा कारोबारी की दुकान खाली कराने के लिए चौक क्षेत्र के चर्चित मिलन बिज के नाम पर 2 वर्ष पहले दुकान खाली कराया था। जब इस पूरे मामले की भनक विक्की को हुई तो उसने पत्रकार विपिन मिश्रा को बुलाकर डांटा, लेकिन पत्रकार विपिन ने मिलन से अपना संबंध काफी मजबूत बना लिया, क्योंकि उसे इस तरह के विवादित मकानों के लफड़े से कम समय में अधिक धन कमाने की लालच आ गई थी।
मजे की बात है की मिलन के नाम पर हो रहे सौदेबाजी में उसे दूर रखा गया और मकान मालिक के द्वारा साढ़े सात लाख रुपये दिए जाने के बाद भी जब आमिर बिल्डर ने निर्माण कार्य शुरू नहीं किया तो मकान मालिक को इस बात का भ्रम हुआ की निर्माण की जिम्मेदारी मिलन ने लिया है, लिहाजा उसने तगादा किया। इसके बाद मिलन ने एक बार फिर विपिन उसके भाई आशीष और विक्की तीनों ने मिलन को इस बात के लिए राजी करने का प्रयास किया कि वह आमिर बिल्डर से 5 लाख वापस मांग कर दे। क्योंकि इन सभी के रिश्ते काफी मधुर थे। एक ओर पत्रकार विपिन मिश्रा के पत्रकारिता की हनक के चलते पुलिस महकमे में अच्छी पैठ और दूसरी ओर दबंग मिलन से मधुर रिश्ते होने के चलते सभी के बीच में काफी अच्छे संबंध थे। 


मिलन को शक है कि बजरे पर सैर की फोटो विपिन ने पुलिस को भेजा

खबर है कि एक दिन मिलन, रोशन उपाध्याय, अमित उर्फ गोलू, विपिन मिश्रा सभी बजरे पर सवार होकर दशाश्वमेध घाट पर घूमने का प्लान बनाया। मिलन को इस बात की आशंका है कि विपिन मिश्रा ने मौका देखकर इसकी फोटो क्लिक करके थानाध्यक्ष चौक को भेज दिया। इसके पश्चात चौक थाने की पुलिस सक्रिय हो गई और चौकी इंचार्ज ब्रह्मणाल सुमन यादव मिलन के घर पहुंच गई। इंस्पेक्टर साहब ने मिलन बिज को बुलाकर कहा कि रोज थाने आकर हाजिरी देना है और पुलिस भी उस पर निगरानी करने के लिए उसके घर और प्रतिष्ठान पर पुलिस पहुंचने लगी। इसी शक के आधार पर मिलन ने विपिन मिश्रा को डाटा कि उसके खिलाफ पुलिस में मुखबिरी न करने की हिदायत दिया, क्योंकि मिलन जरायम की दुनिया से काफी नजदीकियां रही हैं लिहाजा पुलिस ने उस पर गुंडा एक्ट की कार्रवाई भी कर दिया।

विपिन ने मिलन पर आमिर बिल्डर में 5 लाख एडवांस वापस मांगने के लिए बनाया था दबाव

पत्रकार विपिन मिश्रा मिलन पर इस बात का दबाव बनाने लगा कि वह आमिर बिल्डर से किसी प्रकार भवन निर्माण के लिए एडवांस में दिया गया 5 लाख रुपये वापस लेने के लिए दबाव बनाने लगा। किंतु आमिर बिल्डर निर्माण के लिए तो तैयार था लेकिन रुपया वापस करने को कतई तैयार नहीं था, बल्कि एक हफ्ते काम भी कराया था। बदले में मिलन को उसने कुछ धनराशि देने का वादा भी किया था पर बात नहीं बनी।

मिलन को इस बात की नाराजगी थी कि उसके नाम पर पूरा खेल हो रहा था और पत्रकार विपिन, विक्की की पहल से सप्तसागर के एक बिल्डर के साथ मिलकर निर्माण का एग्रीमेंट हो गया और निर्माण पूरा भी हो गया। मिलन को लगा कि उसके सामने का निवाला छीनने में सबसे अहम भूमिका पत्रकार विपिन मिश्रा, उसका भाई आशीष और भांजे विक्की ने ही निभाई है।


कोतवाली क्षेत्र के ओम भोजनालय में दारू और भोजन के बाद मुगलसराय के डांडी में हुई विक्की की हत्या


चर्चा है कि विक्की की हत्या से पूर्व वाराणसी के थाना कोतवाली अंतर्गत ओम भोजनालय में अमित उर्फ गोलू मिश्रा, विपिन मिश्रा, रोशन उपाध्याय, विक्की, मिलन सभी ने जमकर दारू पिया और खाना खाया, तबतक रात्रि लगभग 10:30 बज चुके थे। लेकिन दारू का कोटा समाप्त होनें के चलते नशा मदहोश करने लायक नहीं था। लिहाजा सभी दो मोटरसाइकिल पर सवाल र होकर बनारस किस शरहद छोड़कर पड़ाव होते हुए चंदौली जिले की सीमा में प्रवेश कर लिया। इस बीच पत्रकार विपिन मिश्रा वहाँ से खिसक लिया। कोतवाली क्षेत्र की सारी गतिविधियां सीसीटीवी कैमरे में कैद है जिसे पुलिस अपने कस्टडी में ले लिया है।
मिलन, रोशन, अमित, विक्की सभी पड़ाव पहुंचे इसी बीच नशे की हालत में विक्की पिकेट के सिपाही से उलझ गया और अपने मामा पत्रकार विपिन के नाम पर पत्रकारिता की धौस जमाने लगा। किसी प्रकार मिलन और उसके साथियों हैं उसे वहां से हटाया। इसके बाद सभी रूद्र अपार्टमेंट होते हुए डांडी की ओर बढ़ गए, जहां सभी आपस में भीड़ गए और इसी मारपीट में विक्की की संदिग्ध हालात में मौत हो गई।
कहते हैं ना कि कानून के हाथ काफी लम्बे होते हैं, जिसका परिणाम रहा कि मुगलसराय पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीमों के पूरी घटना क्रम की कड़ियों को जोड़कर आखिरकार सभी आरोपितों को धरदबोचने में बड़ी कामयाबी हासिल किया।




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