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वैश्य समाज अपने टाइटल को ही अपनी असली जात मांन कर हो रहा है खंड-खंड में विभाजित: अरविन्द गांधी



 12/Nov/21

भारतीय वैश्य चेतना महासभा, मण्डल वाराणसी के तत्वाधान में हैहयवंशी राज राजेश्वर चक्रवर्ती सम्राट सहस्त्रबाहु अर्जुन की जयंती समारोह पैगम्बरपुर, पंचक्रोशी मार्ग पर स्थित श्रीराम पीजी कॉलेज ऑफ कॉमर्स एण्ड एजुकेशन, वाराणसी में धूमधाम से मनाई गई।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व भारतीय वैश्य चेतना महासभा, उप्र के प्रदेश अध्यक्ष अरविन्द गांधी, मुख्य वक्ता व राष्ट्रीय वैश्य चेतना मंच के राष्ट्रीय महासचिव प्रकाश जायसवाल, अति विशिष्ठ अतिथि व भारतीय वैश्य चेतना महासभा युवा के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल, उप्र स्वर्णकार संघ के प्रदेश अध्यक्ष सत्य नारायण सेठ, प्राणी हीलिंग डाक्टर श्रीमती गीता जायसवाल, डा. मदन लाल जायसवाल, विशिष्ठ अतिथि अनिल साहू, श्रीमती मीरा सेठ रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता मण्डल अध्यक्ष पारस नाथ जायसवाल, संचालन जिलाध्यक्ष व हरिश्चन्द्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय वाराणसी के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष नागेश्वर प्रसाद चौरसिया तथा धन्यवाद महानगर अध्यक्ष अनिल जायसवाल ने किया।

जयंती समारोह के प्रारंभ में कुलदेवता सहस्त्रबाहु अर्जुन महाराज के चित्र पर सभी अतिथियों ने पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया तथा आयोजन मण्डल द्वारा समस्त अतिथियों का माल्यार्पण कर सम्मान किया गया।

जयंती समारोह के मुख्य अतिथि अरविन्द गांधी, प्रदेश अध्यक्ष, भारतीय वैश्य चेतना महासभा, उत्तर प्रदेश ने राजराजेश्वर सहस्त्रबाहु अर्जुन जी को नमन करते हुए कहा कि वैश्य समाज का इतिहास बहुत ही गौरवशाली है, लेकिन वर्तमान समय में वैश्य समाज अपने टाइटल को ही अपनी असली जात मांन कर खंड-खंड में विभाजित है, जिसके वजह से 40- 45 % होने के बावजूद भी भारतीय राजनीति में उसको बहुत महत्वपूर्ण स्थान नहीं मिला हुआ है। राजनीति के शीर्ष पर इक्का-दुक्का लोग वैश्य समाज के बैठे हैं, लेकिन वह अपने समाज के लिए नहीं सोचते हैं बल्कि जिस विचारधारा से वहां पर गए हैं उस विचारधारा को पुष्पित और पल्लवित करने का काम कर रहे हैं, जिससे वैश्य समाज का कोई लेना देना नहीं है।

हम आज सभी से अपील करते हैं कि आप सभी जो उप जाति में विभाजित हैं उससे बाहर निकल के मूल जाति वैश्य को मान के संगठित और एक हो तो कोई शक्ति नहीं है, जो वैश्य समाज की किसी भी क्षेत्र में उपेक्षा कर पाएगी।

 

श्री गांधी ने यह भी कहा कि भारतीय वैश्य चेतना महासभा का संगठन 2022 के विधानसभा चुनाव में बढ़-चढ़कर भाग लेगा और वैश्य समाज के जो लोग चुनाव लड़ेंगे उनका जन के समर्थन करके जिताने का प्रयास करेगा।

अति विशिष्ठ अतिथि के रूप में युवा प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल ने कहा कि आज सहस्रबाहु अर्जुन जी के जयंती के शुभ अवसर पर हम लोग को संकल्प लेना होगा कि हम पूरे वैश्य समाज को एक और संगठित करके इसका पुराना गौरव वापस करेंगे।

 

अति विशिष्ठ अतिथि के रूप में सत्य नारायण सेठ ने कहा कि हम लोगों के कुलदेवता सहस्त्रबाहु अर्जन महाराजा बहुत पराक्रमी महाराजा थे, इनके पास हजार भुजाएं थी, एकबार इन्होंने रावण को भी परास्त करके बंदी बना लिया था, वैश्य समाज का इतिहास गौरवशाली रहा है।

 

समारोह में मुख्य रूप से नवनियुक्त प्रदेश संगठन मंत्री जितेन्द्र साहू, शिक्षक सभा के जिलाध्यक्ष महेन्द्र जायसवाल, रवि जायसवाल, राहुल जायसवाल, अभिलाष जायसवाल, प्रेम प्रकाश गुप्ता, रितेश गुप्ता, अभिषेक गुप्ता, धर्म चन्द जायसवाल, रामजी चौरसिया, राजू जायसवाल, अभिषेक चौरसिया, दीपक चौरसिया, कामेश्वर नाथ जायसवाल, राजू सेठ, पप्पू जायसवाल, मनोज जायसवाल, धर्मेन्द्र जायसवाल, विकास सेठ, विष्णु जायसवाल, रॉबिन केसरा, राहुल अग्रहरि, दिव्यांश गुप्ता, गौरीशंकर जायसवाल, महेश चौरसिया, सुनील जायसवाल, संजय सेठ, अश्वनी जायस,वाल, शिवजनक गुप्ता, सुजीत गुप्ता, विजय जायसवाल, दुर्गेश जायसवाल आदि शामिल थे।


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