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सनबीम ग्रुप के स्वर्ण जयन्ती वर्ष समारोह का हुआ भव्य आयोजन



 27/Nov/21

देशभर से आये शिक्षाविदों ने शिक्षा के बदलते आयामों पर रखे अपने विचार

शिक्षा जगत में अपना एक अलग ही नाम बनाए हुए सनबीम ग्रुप ने अपना स्‍वर्ण जयन्‍ती इस बार मनाया। शिक्षण संस्थान सनबीम ग्रुप अपने 50वें वर्ष में प्रवेश करने जा रहा है, सनबीम ग्रुप की इन 50 वर्षों की उपलब्धियों एवं भविष्य के लक्ष्यों को चिन्हाकिंत करते हुए वर्ष पर्यन्त चलने वाले विभिन्न कार्यक्रमों की योजना बनायी गयी। आज सनबीम वरूणा प्रांगण में इस स्वर्ण जयन्ती उत्सव के भव्य उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया। दीप प्रज्ज्वलन एवं गणेश वन्दना के साथ कार्यक्रम का सुभारम्भ किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सेक्रेटरी सीबीएसई अनुराग त्रिपाठी को स्मृति चिन्ह एवं पुष्पगुच्छ देकर अध्यक्ष डॉ. दीपक मधोक एवं निदेशक श्रीमती भारती मधोक ने स्वागत किया। स्वागत संदेश श्रीमती भारती मधोक द्वारा प्रस्तुत किये गये। ततपश्चात् उप निदेशक श्रीमती अमृता बर्मन द्वारा कार्यक्रम की विशिष्टता एवं रूपरेखा पर प्रकाश डाला गया। उन्होंने कार्यक्रम में भाग लेने आये विभिन्न ख्यातिलब्ध शिक्षाविदों का संक्षिप्त परिचय कराते हुए सभी का स्वागत किया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अनुराग त्रिपाठी ने शिक्षा को एक क्रांति का रूप देते हुए इसे व्यापकता, सुगमता एवं विविधता प्रदान करने में सनबीम ग्रुप द्वारा किये गये 50 वर्षों के मूर्धन्य प्रयासों की प्रशंसा की गयी एवं इस उपलब्धि पर सनबीम गु्रुप से जुड़े सभी हितजनों को बधाई दी। आगे उन्होंने कहा कि देश की शिक्षा व्यवस्था में क्रमशः लाये जा रहे परिवर्तन एवं आधुनिकता पर प्रकाश डालते हुए आशा जतायी कि 21वीं सदी के युवा पारम्परिक ज्ञान-विज्ञान के साथ-साथ कौशल विधाओं में निपुणता अर्जन कर देश के निर्माण में अग्रणी भूमिका निभायेंगे।

कार्यक्रम में उपस्थित पूर्वांचल स्कूल्स वेलफेयर एसोसिएशन एवं सीबीएसई स्कूल मैनेजर एसोसिएशन ‘भारत’ के सदस्यों ने भी स्मृति चिन्ह प्रदान कर मुख्य अतिथि का स्वागत किया। संस्‍थान के अध्यक्ष डॉ. दीपक मधोक ने मुख्य अतिथि अनुराग त्रिपाठी का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया एवं सनबीम द्वारा किये जा रहे प्रयासों की समिक्षा करते हुए आगे भी और बेहतर तरीके से समाज निर्माण में अपना योगदान जारी रखने की प्रतिबद्धता दोहरायी।

प्रथम कीनोट स्पीकर प्रो. सी. राजकुमार, कुलपति ओपी जिन्दाल ग्लोबल युनिवर्सिटी द्वारा बदलते वैश्विक वातारण में युवाओं के समक्ष विकल्पों के चयन से संबंधित चुनौतियों एवं कौशल ज्ञान आधारित शिक्षा प्रणाली पर जोर देना क्यों आवश्यक है आदि विषयों पर अपने विचार प्रस्तुत किये गये।

शिक्षा के विभिन्न आयामों एवं आने वाले समय की चुनौतियों व सम्भावनाओं पर प्रकाश डालते हुए देश भर से आये हुए चौदह शिक्षाविदों द्वारा दो पैनल डिस्कशन के माध्यम से साझा किये गये। अपने अनुभव व विचार उपस्थित प्रबुद्ध श्रोताओं के लिए अत्यन्त ज्ञानवर्धक व लाभकारी रहे। पैनल डिस्कशन में सुश्री ललिता प्रदीप, संयुक्त निदेशक शिक्षा, बेसिक एजुकेशन निदेशालय उत्तर प्रदेश, डॉ. सुमेर सिंह, प्रख्यात शिक्षाविद एवं ग्लोबल सलाहकार, डॉ अमृता दास, संस्थापक आईसीएस, सुश्री गुनमीत बिंद्रा, संस्थापक ट्रस्टी, डीपीएस राजपुरा, श्री विष्णु कार्तिक, सीईओ एक्सएलएस, सुश्री सलोनी प्रिया, निदेशक उम्मीद फाउन्डेशन, सैयद सुल्तान, संस्थापक एलएक्सएल, सुश्री माया मेनन, निदेशक टीचर फाउन्डेशन, पर्नब मुखर्जी, थियेटर व्याख्याता, गौरव यादव, संस्थापक आईपीएन, गौरव खन्ना, राष्ट्रीय कोच, भारतीय पैरा बैडमिन्टन, हेमन्त कुमार, संस्थापक क्वील राइटर्स क्लब, श्रीधर राजा गोपालन, सह संस्थापक ईआई, डॉ. अमृता वोरा, निदेशक जेम्स एजुकेशन, डॉ0 स्नेहल पिंटो, निदेशक रेयान इण्टरनेशनल, रोशन गांधी, सीईओ, सीएमएस ने सहभागिता किया।

सनबीम ग्रुप की इस विजय यात्रा में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाले शिक्षाविदों को सनबीम ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. दीपक मधोक एवं मानद निदेशक हर्ष मधोक तथा अन्य बोर्ड मेम्बर्स के द्वारा स्टॉलवर्ट अवार्ड से नवाजा गया।

अन्त में सह निदेशक श्रीमती प्रतिमा गुप्ता द्वारा उपस्थित प्रबुद्धजनों, शिक्षाविदों एवं अभिभावकों को धन्यवाद ज्ञापित किया गया। उन्होंने अपने सम्भाषण में शिक्षा एवं समाज के प्रति सनबीम की कटिबद्धता एवं समर्पण को दोहराते हुए आशा जतायी कि आने वाले समय में देश ही नहीं बल्कि विश्व पटल पर सनबीम अपने विद्यार्थियों की सफलता एवं उपलब्धियों से अपनी गरिमामयी पताका को और ऊपर ले जायेगा।

 


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