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लंका क्षेत्र के रोहित नगर में पाए गए शिवलिंग विश्वनाथ मंदिर कॉरीडोर के नहीं



 21/Dec/18

दिनांक 19 दिसम्बर को थाना क्षेत्र में स्थिति रोहित नगर नाले के पास से भन्टू उर्फ विजय कुमार यादव पुत्र स्व. बनारसी यादव निवासी ब्रिजइन्क्लेव थाना भेलूपुर वाराणसी अपने रोहित नगर स्थिति प्लाट में मलवा/मिट्टी डलवा रहे थे, उसमें से कुछ टूटे-फूटे स्थिति में कुछ शिवलिंग मिले जिसके बारे में क्षेत्र की जनता ने विरोध प्रकट करते हुए थाना लंका पर तहरीर दी गयी, जिसके आधार पर मु..सं. 1376/18 धारा 295/153बी/427 भादवि बनाम अज्ञात पंजीकृत कर व मौके पर प्राप्त खण्डित शिवलिंगो को कब्जे में लेकर पुलिस की विवेचना प्रारम्भ हो गयी। विवेचना के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार पुलिस अधीक्षक नगर व पुलिस अधीक्षक अपराध की संयुक्त टीम ने प्लाट मालिक मिट्टी/मलवा भरने के ठेकेदार उसको ढोने व परिवहन करने वाले ट्रैक्टर मालिकों को यह मलवा/मिट्टी उपलब्ध कराने वाले ट्राली चालक व खच्चर मालिकों से विधिवत पूछताछ एवं एक-एक स्थान का बारीकी से निरीक्षण करने के उपरान्त यह पता करने में सफलता मिली कि उक्त शिवलिंग कहाँ से और कैसे रोहितनगर तक पहुँचा
अब तक कि तमाम विवेचना से यह तथ्य प्रकाश में आया कि भन्टू यादव उपरोक्त अपने प्लाट में सैफ अली पुत्र साबिर नि. फारुकीनगर बजरडीहा थाना भेलूपुर वाराणसी के माध्यम से अपने प्लाट में मलवा भरवाने का ठेका दिया था, उक्त कार्य के लिए सैफअली ने दो ट्रैक्टर मालिक 1-नानक उर्फ मो. अलाउद्दीन पुत्र अब्दुल कलाम नि. डेवढ़ियाबीर रेवड़ीतालाब थाना भेलूपुर वाराणसी 2- इम्तियाज अहमद पुत्र युसुफ नि. फारुखनगर बजरडीहा थाना भेलूपुर वाराणसी को मलवा भरने का काम दिया। मलवा भरने के लिए नानक उर्फ मो. अलाउद्दीन ने फारुकीनगर के एक ट्राली वाले शमसुद्दीन पुत्र कमरुद्दीन नि. फारुकीनगर थाना भेलूपुर से सम्पर्क किया। शमसुद्दीन मदनपुरा से मलवा उठाने के लिए नानक को कहा इसके अतिरिक्त नानक ने शिवाला व लंका से भी मलवा उठाया, उक्त जानकारी के बाद एक-एक करके शमसुद्दीन व नानक से पूछताछ की गयी, तो शमसुद्दीन ने मदनपुरा के पास स्थिति वह स्थान ले जाकर दिखाया जहाँ से उसने मलवा उठाया था, वह स्थान D34/35 गणेश महल जो वर्तमान में सुमन मिश्रा पत्नी राजेश चन्द्र मिश्रा नि. C20/1-44 रमाकान्तनगर कालोनी थाना सिगरा वाराणसी के नाम से दर्ज है एवं वहाँ बहुत जर्जर मन्दिर व बरामदा था, जिसकी छत गिरी हुयी थी, उसी बरामदे के मलवे को सुमन मिश्रा द्वारा ठेके पर साफ कराया जा रहा था, उक्त मलवे में छत गिरने के कारण तमाम शिवलिंग छत विक्षत हो गये थे, जो अन्य पत्थर के टुकडों के साथ मिल जाने के कारण स्पष्ट नहीं हो पा रहे है। इसी भ्रम में रात के समय मलवा हटाने का कार्य होने के कारण मजदूरों को ट्राली वाले को स्पष्ट नहीं हो सका और वह छत विक्षत शिवलिंग मलवे के साथ रोहितनगर तक पहुँच गया।

 

 


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