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क्लाउन टाइम्स के उप संपादक व वाराणसी प्रेस क्लब के मंत्री संजय मिश्र अब नहीं रहे



 19/Jul/19

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस के वरिष्ठ पत्रकार संजय मिश्र की लेखनी 19 जुलाई शुक्रवार को सदा के लिए खामोश हो गई। मोबाईल कैमरा और क्लाउन टाइम्स की आईडी पर अब उनकी आवाज न सुनने को मिलेगी और न ही उनका चेहरा देखनें को मिलेगा।
भले ही संजय मिश्र पिछले 2 दशक की पत्रकारिता के सफर के दौरान जिस भी मिशन में लगे कभी हार नहीं मानी, पर जिंदगी की लड़ाई में वे केवल 4 दिनों में हार गए। क्लाउन टाइम्स परिवार आज अपने परिवार के सदस्य संजय के असमय जाने से गमज़दा है तो वहीं दूसरी ओर हमें गर्व भी है कि बनारस की पत्रकारिता के इतिहास में प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया तीनों विधा में अपनी अलग पहचान रखने वाले संजय मिश्र अंतिम दिनों तक क्लाउन टाइम्स के साथ ही रहे। 
बताते चलें कि 16 जुलाई मंगलवार को संजय मिश्र शाम 6 बजे क्लाउन टाइम्स कार्यालय से अपने आवास सिंधु नगर सिगरा पहुँचकर प्रतिदिन की भांति छत पर लगे गमलों में पानी देनें गए क्योंकि उन्हें बखूबी पता है कि जिंदगी जीने के लिए हरियाली जरूरी है, शायद उन्हें इसका आभास भी नहीं रहा कि आज उनकी जिंदगी की सांस अब सदा के लिए उनका साथ छोड़ने वाली है। संजय जी छत पर ही अचानक गिरे और बेहोश हो गए।
16 से 18 जुलाई तक शुभम हॉस्पिटल के डॉक्टरों की पूरी टीम ने सघन चिकित्सा कक्ष में अथक प्रयास किया पर उनकी कोशिश भी होनी के आगे हार मान गई, क्योंकि उनके ब्रेन में लगातार संक्रमण फैलता गया। अंत में डॉक्टरों ने भी हाथ खड़े कर दिए। इतनी विपरीत परिस्थिति में क्लाउन टाइम्स की टीम ने हार नहीं मानी और जबतक सांस है तबतक आस है की राह पर चले । परिवारजनों की सलाह पर उन्हें रात में ही हेरिटेज मेडिकल कॉलेज ले जाया गया जहाँ डाक्टरों ने भी हाथ खड़े कर दिए क्योंकि संजय जी का दिमाग पूरी तरह खामोश हो चुका था। चार दिनों की जिंदगी की लड़ाई लड़ते - लड़ते संजय जी हार गए, हम लोग भी बेबस लाचार अपने परिवार के साथी के असमय जाने के गम में गमजदा थे पर उनकी यादे हमेशां अपने साथ सजोये रहेंगे।

बनारस के पत्रकारिता के इतिहास में संजय मिश्र सदा अमर रहेंगे।

आज क्लाउन टाइम्स और वाराणसी प्रेस क्लब का पूरा परिवार अपने साथी के असमय जानें से स्तब्ध है शोक में डूबा हुआ है।

संजय मिश्र अपने पीछे पत्नी श्रीमती सुमन मिश्र, पुत्री कैर्वी मिश्र एवं पुत्र ऋत्विक मिश्र सहित भरा पूरा परिवार छोड़कर अंतिम सफर पर सदा के लिए चले गए।


संजय के जीवन सफर पर एक नजर
जन्म 1 अक्टूबर 1964 - मृत्यु 19 जुलाई 2019
कार्यक्षेत्र- STV, KTV और श्री टाइम्स व पिछले 5 वर्षों से क्लाउन टाइम्स के साथ उनका अंतिम सफर रहा।


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