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सनबीम स्कूल भगवानपुर में बाल साहित्य उत्सव



 13/Oct/19

2 दिन 27 लेखक और 55 सत्र में बिभाजित था उत्सव

बुकरो और इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर ऑफ आर्ट्स के सहयोग से सनबीम स्कूल भगवानपुर ने 21 वीं सदी के भविष्य के लिए बच्चों को तैयार करने के अपने प्रयास के तहत दिनांक 12 और 13 अक्टूबर, 2019 को अपने परिसर में बाल साहित्य उत्सव "बुकरू" का आयोजन किया। 55 सत्रों में विभिन्न आयु समूहों के 27 लेखकों ने इस उत्सव में पढ़ने की खुशी को जीवंत किया।

साहित्य उत्सव की औपचारिक शुरुआत दिनांक 12 अक्टूबर 2019 को डॉ० विजय शॅकर शुक्ला, IGNCA निदेशक, डॉ० दीपक मधोक, अध्यक्ष सनबीम ग्रुप, श्रीमती भारती मधोक, निदेशिका, श्रीमती अम्रिता बर्मन, उप निदेशिका, हर्ष मधोक, कार्यकारी निदेशक और श्रीमती प्रतिमा गुप्ता, सह निदेशीका के द्वारा दीप प्रजव्लन से हुआ।

साहित्य उत्सव के दूसरे दिन सर्वप्रथम देश विदेश से आये तमाम लेखकों एवं कलाकारों का अभिनंदन किया गया। दूसरे दिन विभिन्न दिलचस्प सत्र जैसे की कहानी ट्री - जहाँ बच्चों की कहानियाँ कहने वालो ने समां बांधा, डूडल वाल और क्राफ्ट कार्नर जहाँ बच्चों में रचनात्मक सोच के लिए प्रेरणा मिली और द ऑडिटोरियम - युवा अभिनेताओं के लिए कठपुतली और थिएटर के माध्यम से कहानियां आदि का आयोजन किया गया। शहर के हजारों बच्चों ने इन 2 दिनों के बाल साहित्यिक आयोजन को सनबीम भगवानपुर परिसर में देखा और आनंद उठाया।

बाल साहित्य उत्सव में शामिल कुछ लेखकों एवं कलाकारों से बच्चे विशेष प्रभावित दिखे जैसे अजय दासगुप्ता, जो अपनी अनूठी लयबद्ध शैली के माध्यम से युवा मन को अपनी कहानियों की यात्रा पर ले गए, अनास्तासिया दमानी - अपनी चित्रकारिता और अभिनय के द्वारा ये बच्चों को एक अलग ही दुनिया में ले गयी, अंकिता शर्मा, जो एक कलाकार हैं, आरती आनंद नवनीत, भागीरथी एस, एक थिएटर अभिनेता और कहानीकार, भारती करकोटी एक डूडलर, चंपा साहा एक शिक्षक, चेतन शर्मा एक इलस्ट्रेटर और एनिमेटर हैं, दीपक दलाल, एक लेखक, जानकी सबेश को लेखन और जीवन की कहानियां सुनाना पसंद है, कपिल पांडे, लिक्ला, मंजरी चक्रवर्ती, रिया पारिख, पार्थ बनर्जी, ऋचा झा, रोहिना थापर और सुविधा मिस्त्री।

इस दो दिवसीय समारोह का समापन सह निदेशिका श्रीमती प्रतिमा गुप्ता के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ ।


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