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डैलिम्स सनबीम सिगरा का वार्षिक खेल उत्सव अभिव्यक्ति एक उड़ान स्पोर्ट्स गैलेक्सिया 2019 का हुआ भव्य समापन



 02/Dec/19

वाराणसी के प्रमुख शिक्षण संस्थान डैलिम्स सनबीम में 30 नवंबर से प्रारंभ हुए वार्षिक खेल उत्सव से उत्साहित दर्शकों से खचाखच भरे डॉ. संपूर्णानंद स्टेडियम परिसर में 1 दिसंबर 2019 को स्पोर्ट्स गैलेक्सिया 2019 का भव्य समापन हुआ। खेल प्रतियोगिता में सर्वप्रथम गणमान्य अतिथियों ने अध्यक्ष डॉ. प्रदीप बाबा मधोक निदेशिका श्रीमती पूजा मधोक व अतिरिक्त निदेशक माहिर मधोक के साथ संस्थापक द्वय के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया तथा शांति के प्रतीक सफेद कबूतर व रंग-बिरंगे गुब्बारों की उड़ान से अपने आकाश को छू लेने के जज्बे को लोगों तक पहुंचाया।

सिगरा स्टेडियम में छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। उक्त अवसर पर मधुर सिंह, डॉ. शशिकांत दीक्षित, अजय त्रिवेदी, रामगोपाल मोहले, शरद शर्मा, डॉ. तरुण गुप्ता आदि विशिष्ट अतिथियों का स्वागत डैलिम्स समूह के अध्यक्ष प्रदीप बाबा मधोक तथा निदेशिका श्रीमती पूजा मधोक ने पुष्प गुच्छ तथा सुबह सोवेनियर देकर सम्मानित किया। परिषद सर में उपस्थित सभी पत्रकार, संपादक, टीवी चैनलों के संचालक तथा विभिन्न शाखाओं के प्रधानाचार्य, प्रशासनिक अधिकारी, शिक्षक गणों ने अपनी गरिमा में उपस्थिति से कार्यक्रम में चार चांद लगा दिया। संपूर्ण स्टेडियम में नगर के गणमान्य नागरिकों तथा खेल प्रेमियों का जनसैलाब उमड़ पड़ा, पूरा स्टेडियम विश्व प्रसिद्ध खेलों की झलक दे रहा था। अभिभावक अपने बच्चों की विशिष्ट प्रतिभा तथा क्षमता का परिचय पाने के लिए उत्साहित थे।

अपने स्वागत भाषण में बाबा मधोक ने कहा कि विद्यार्थियों में छिपी खेल प्रतिभा के प्रदर्शन से उनका मन मस्तिष्क शुद्ध नहीं होता, बल्कि उनमें देश- प्रेम, कर्तव्य परायणता, अनुशासन, भाईचारे का भी विकास होता है। खेल उत्सव में विभिन्न खेलों तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम की झलक प्रस्तुत कर विद्यार्थियों ने खेलों के प्रति अपने जज्बे को दर्शाया। कहा कि विद्यालय का यह प्रयास सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा। उन्होंने मेधावी छात्र-छात्राओं द्वारा खेल उत्सव में विभिन्न खेलों तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम की झलक प्रस्तुत कर अपनी प्रतिभा का प्रदशन किया। उन्होंने मेधावी छात्र-छात्राओं के माता पिता को धन्यवाद देते हुए कहा कि बच्चों की प्रत्येक विशेषता, उपलब्धियों में माता-पिता का भी बड़ा योगदान होता है। अतः वे बधाई व सम्मान के पात्र हैं।

कार्यक्रम में सर्वप्रथम नन्हे-मुन्ने बच्चों ने अपने मनमोहक रंग-बिरंगे परिधान में ड्रिल नृत्य करके दर्शकों को मोह लिया। संस्कृति को बढ़ावा देते हुए शास्त्रीय नृत्य और लोक नृत्य के समन्वय ने सभी दर्शकों को भावविभोर कर दिया। उनकी जोश भरी सांस्कृतिक प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया और खूब तालियां बटोरी। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच - बीच में इंद्रधनुषी दौड़ के अंतर्गत नन्हे-मुन्ने बच्चों की स्थिति देखने लायक थी। रैबिट रेस, हूप्स रेस, पेपर एवं बॉल रेस, बैक -बाल रेस आदि में कूदते, फुदकते तथा तेज दौड़ कर जीतने का प्रयास करते नन्हे प्रतिभागियों के प्रदर्शन ने दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। प्रतियोगिता द्वारा कराटे, बॉक्सिंग, खो-खो, बास्केटबॉल, 100 मीटर, 200 मीटर, 400 मीटर रिले रेस में एक दूसरे को पिछड़ने की होड़ देखकर दर्शक दांतों तले उंगलियां दबाने पर विवश हो गए।

इसके पश्चात निदेशिका श्रीमती पूजा मधोक ने अपने भाषण में विद्यालय के विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए खेल प्रतियोगिताओं के महत्व को बताते हुए कहा कि ऐसी प्रतियोगिताएं हमें दृढ़ता प्रदान कर जीवन में हर चुनौती का सामना करने के लिए सकारात्मक सोच प्रदान करती हैं। साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों में नृत्य इत्यादि हमारे व्यक्तित्व को निखार देते हैं। उन्होंने विद्यालय के कैलेंडर "संधारणीय विकास लक्ष्य" (SDG) के थीम का विस्तृत विवरण देते हुए वैश्विक लक्ष्यों के प्रति सभी को जागरूक किया।

कार्यक्रम के मध्य विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कार भी दिए गए। वरिष्ठ छात्रों द्वारा निर्मित मानव पिरामिड कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा। चैंपियंस ट्राफी प्रदान करते हुए संपूर्ण परिसर तालियों से गुंजायमान हो गया। कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों तथा शिक्षक गणों ने चैंपियंस ट्रॉफी के साथ पूरे स्टेडियम में परेड कर कार्यक्रम में चार चांद लगा दिया।

इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य श्रीमती लक्ष्मी मणि त्रिपाठी ने वर्ष भर के शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि अपनी संस्कृति पर हम सभी भारतीयों को गर्व इसलिए है। इसीलिए मानसिक संतुलन के साथ-साथ सांस्कृतिक धरोहर को भी सम्मान के साथ आगे बढ़ाना और सँजोना भी हमारा कर्तव्य है, यही हमारे विद्यालय का लक्ष्य है। कहा कि हमारे विद्यार्थी फौलाद बनकर अपने देश को ऊंचाइयों पर ले जाएंगे यही हमारा प्रयास है।

डैलिम्स समूह के उपप्रधानाचार्य दीपेंद्र वर्मा ने परिसर में उपस्थित सभी अभिभावक गण, शिक्षकों तथा अन्य सभी को धन्यवाद ज्ञापन दिया और विद्यालय के उज्जवल भविष्य की कामना भी किया।


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