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  सनबीम सारनाथ में ‘फेस्टिवल आॅफ मल्टीपल इंटेलिजेंस’ का सफल आयोजन



 17/Feb/20

वाराणसी के सनबीम सारनाथ में मल्टीपल इंटेलिजेंस मेले का सफल आयोजन किया गया। इस मौके पर वाराणसी के कई विद्यालयों के छात्रों तथा अभिभावकों उपस्थिति रहे। इस अवसर पर सनबीम शिक्षण समूह के अध्यक्षय डॉ. दीपक मधोक, निदेशिका श्रीमती भारती मधोक, उपनिदेशिका श्रीमती अमृता बर्मन, ऑनरेरी निदेशक हर्ष मधोक, आदित्य चैधरी, डीन एकेडमिक्स, सनबीम सारनाथ की परामर्शदाता व सनबीम वरूणा की प्रधानाचार्या डॉ. अनुपमा मिश्रा, सनबीम सारनाथ की प्रधानाचार्या श्रीमती सौमिता चटर्जी व अन्य स्कूलों के प्रधानाचार्य/प्रधानाचार्यायों समेंत अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहें।

सनबीम शिक्षण समूह के अध्यक्ष डॉ. दीपक मधोक ने कहा कि सारनाथ में सनबीम का शाखा खोलना उनके सपने को साकार करना है। उन्हेंने कहा कि प्रत्येक बच्चे का अच्छी शिक्षा पाने का अधिकार है अतः सनबीम एक गुणवतापूर्ण शिक्षा देने के लिए वर्षों से समर्पित रहा है। निदेशिका श्रीमती भारती मधोक ने कहा कि सनबीम सारनाथ में पहले सौ बच्चों का प्रवेश निःशुल्क है तथा समाज के हर एक वर्ग के लोंगों को शिक्षा देना सनबीम का एक धर्म है। श्रीमती भारती मधोक, निदेशिका ने बताया की सनबीम सारनाथ अभी नर्सरी से कक्षा 6 तक है। जल्द ही यह स्कूल 10+2 सी.बी.एस.ई तक की जाएगी।

उपनिदेशिका श्रीमती अमृता बर्मन ने सभी छात्रों तथा अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि सनबीम सारनाथ के प्रांगण में आप सभी का स्वागत है। इस मेले से आपको अपने बच्चे के रूचि के बारे में जानेंगे तथा उस पर कार्य करने का अवसर हमें और आपको प्राप्त होगा। उन्होंने सनबीम सारनाथ में कक्षा 1 से 6 तक की कक्षायें 25 मार्च से संचालित होने की भी सूचना दी। ऑनरेरी निदेशक हर्ष मधोक ने सनबीम, सारनाथ में मेले के सफल आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त की तथा सभी छात्रों, अभिभावकों तथा शिक्षकों को धन्यवाद दिया तथा कहा कि सनबीम सारनाथ, वाराणसी में 7वाँ कोर स्कूल है तथा इसमें सारी सुविधा उपलब्ध होगी, जो अन्य शाखाओं में हैं । डीन एकेडमिक्स, आदित्य चैधरी ने प्रथम प्रवेश पाने वाले छात्रों का स्वागत किया तथा विद्यालय में उनके सर्वांगीण विकास की बात की। उन्होंने कहा कि सनबीम में बच्चों की रूचि के अनुसार उन्हें शिक्षा दी जाती है।

मेले में हार्वर्ड गार्डनर द्वारा दिये गये बुद्धिपरीक्षण में अनेक छात्रों के बुद्धिमता की परीक्षा की गयी तथा अभिभावकों को इसमें बच्चे के रूचि के क्षेत्र को बतलाया गया। इसमें 8 स्‍टॉल लगाकर विभिन्न तरीके से बुद्धि परीक्षण किया गया। जैसे-लॉजिकल-मैथमैटिकल, विजुअल-स्पास्यिल, इण्ट्रापर्सनल, म्युजिकल, वरबल लिंग्युस्टिक, नैचुरलिस्टिक, इन्टरपर्सनल।  अंत में धन्यवाद विद्यालय की प्रधानाचार्य श्रीमती सौमिता चटर्जी ने दिया।

 


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