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राजस्व की वृद्धि के लिए सरकार जनता के स्वास्थ्य से बन्‍द करे खिलवाड़



 05/May/20

कोरोना विषाणु का प्रसार रोकने के लिए और समाज के सर्वांगीण हित में शराब की दुकानें खोलने का निर्णय सरकार तुरंत निरस्त करे

 

एक ओर कोरोना विषाणु के प्रादुर्भाव से जनता के प्राण संकट में न पड़ जाए, इसलिए सरकार ने आर्थिक हानि सहन करते हुए लॉकडाउनका साहसी और प्रशंसनीय निर्णय लिया, परंतु दूसरी ओर केवल राजस्व (रेवेन्यू) वृद्धि के लिए मदिरा की दुकानें खोलने का निर्णय लिया ! इससे देश में कोरोना का प्रादुर्भाव बढ़ेगा,जिससे जनता संकट में पड़ेगी । इसके अतिरिक्त शराब के कारण महिलाओं पर होनेवाले अत्याचार, बच्चों पर होनेवाले गलत संस्कार, यह इस निर्णय का फलित न हो, इसलिए समाज के सर्वांगीण हित के लिए और कोरोना का बढ़ता प्रभाव रोकने के लिए मदिरा की दुकानें खोलने का निर्णय केंद्र और राज्य सरकार यथाशीघ्र निरस्त करे । ऐसा आवाहन हिन्दू जनजागृति समिति ने किया है ।

 

मदिरा की दुकानें खोलने की अनुमति मिलने से आज अनेक स्थानों पर लंबी-लंबी कतारें दिखाई दीं । देश में कोरोना का प्रभाव और उससे होनेवाली मृत्यु दर में वृद्धि होने पर भी मदिरा की दुकानों के बाहर की स्थिति अत्यंत भयावह है । सरकार के बनाए नियम अर्थात सोशल डिस्टेंसिंगका पालन, मास्क लगाना, धारा 144 के अनुसार चार लोंगों को एकत्र न होना और  घर में ही रहना आदि सर्व नियम पैरों तले रौंदे जा रहे हैं । बिना मद्यपान किए जब यह स्थिति है, तब मद्यपान कर धुंद होने के पश्‍चात क्या स्थिति होगी, इसकी कल्पना करना भी भयानक है। शराब का सेवन कराना जीवन के लिए आवश्‍यक नहीं हैं। इस निर्णय के कारण देश में कोरोना का प्रादुर्भाव बढ़ने की संभावना प्रबल है । इसलिए मद्यपान को प्रोत्साहन अर्थात एक प्रकार से कोरोना के प्रादुर्भाव को और देश में अपराधों की वृद्धि को प्रोत्साहन देने के समान होगा ।

देश में होनेवाले अपराधों में मद्यपान से होनेवाले अपराधों की गिनती अधिक है । इससे महिलाओं पर अत्याचार होने की घटनाओं में भी वृद्धि के आंकडे अनेक बार प्रकाशित होते हैं । हत्या, मारपीट-झगडे, आत्महत्या, कौटुंबिक हिंसा इत्यादि अनेक बातों के पीछे मद्यपान, एक मुख्य कारण है । मिलावटी मदिरा से होनेवाली मृत्यु भी एक गंभीर समस्या है । इसलिए समाजहित व देश के हित में मदिरा की दुकानें खोलने की अनुमति देनेवाला निर्णय केंद्र और सभी राज्य सरकारें यथाशीघ्र निरस्त करें, यह आवाहन हिन्दू जनजागृति समिति करती है ।

 


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