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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में विभिन्न विकास परियोजनाओं को लेकर वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से की समीक्षा



 19/Jun/20

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में चल रहे विभिन्न विकास परियोजनाओं को लेकर शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की। इस दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर के ले-आउट को ड्रोन वीडियो के माध्यम से दिखाया गया। वाराणसी के अधिकारियों ने कोविड-19 के प्रभावी प्रबंधन पर किए गए प्रयासों को लेकर भी चर्चा की।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई इस वीडियो कांफ्रेसिंग समीक्षा बैठक में उत्तर प्रदेश के मंत्री नीलकंठ तिवारी, मंत्री रविंदर जायसवाल, विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, विधायक नील रतन नीलू, एमएलसी अशोक धवन, एमएलसी लक्ष्मण आचार्य, वाराणसी के मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल, जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा, नगर आयुक्त गौरांग राठी मौजूद थे।

काशी विश्वनाथ धाम परियोजना की प्रगति की समीक्षा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निर्देश दिया कि ऐसे सभी पुराने मंदिर जो काशी विश्वनाथ परिषद के विकास के दौरान अप्राप्त थे, उन्हें संरक्षित और संरक्षित किया जाना चाहिए। उनकी ऐतिहासिक और स्थापत्य विरासत को बनाए रखने के लिए विशेषज्ञों की मदद ली जानी चाहिए। कार्बन डेटिंग का उपयोग कर इन मंदिरों और उनके महत्व के बारे में पर्यटक और तीर्थयात्री को बताना चाहिए। काशी विश्वनाथ ट्रस्ट को इस परिसर में यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए उचित पर्यटन गाइड के साथ एक मार्ग का नक्शा तैयार करना चाहिए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में शुरू की जा रही सभी परियोजनाओं की भी विस्तृत समीक्षा की। अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में लगभग 8000 करोड़ रुपये की लागत से वाराणसी में 100 से अधिक बड़ी परियोजनाएं चल रही हैं। इसमें अस्पताल भवन, राष्ट्रीय जलमार्ग, रिंग रोड, बाई-पास, भारत-जापान के सहयोग से इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर रुद्राक्षजैसे सामाजिक और भौतिक बुनियादी ढांचे के निर्माण शामिल हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अधिकारियों को समय सीमा के भीतर विकास कार्यों को पूरा करने के लिए निर्देश दिया। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि गुणवत्ता के उच्चतम मानकों का विशेष ख्याल रखा जाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया कि नेक्स्ट जेनरेशन इंफ्रास्ट्रक्चर को ध्यान में रखते हुए निर्माण के लिए गैर-नवीकरणीय ऊर्जा का अधिकतम उपयोग किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरे वाराणसी जिले में घरों और स्ट्रीट लाइट पर एलईडी बल्ब का उपयोग किया जाए।

 

काशी में पर्यटन और यात्रा के फुटप्रिंट को बढ़ाने के लिए क्रूज पर्यटन, लाइट एंड साउंड शो, खिड़किया और दशाश्वमेध घाटों का कायाकल्प, ऑडियो-वीडियो स्क्रीन के माध्यम से गंगा आरती का प्रदर्शन तेजी से किया जाना चाहिए। विश्व धरोहर के रूप में काशी की भूमिका को बढ़ावा देने और प्रचार करने के लिए सभी प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को जापान, थाईलैंड आदि देशों के सप्ताह भर के त्यौहारों को आयोजित करने का निर्देश दिया, जहाँ बौद्ध धर्म को उनकी कला और संस्कृति विरासत को मनाया जाता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अधिकारियों को एक मॉडल रोड को चिन्हित करने का निर्देश दिया है। जिसे काशी की इस विरासत को प्रतिबिंबित करने के लिए एक उपयुक्त विषय के साथ गौरव पथ के रूप में स्थानीय नागरिकों की सक्रिय भागीदारी के साथ विकसित किया जाए।

प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया कि पर्यटन स्थल के रूप में काशी को स्वच्छता के सभी मापदंडों में श्रेष्ठतम बनाएं। ओडीएफ प्लस के वांछित स्तर को प्राप्त करने के लिए सारे प्रयास किये जाएं। व्यापक सफाई के लिए तकनीक का प्रयोग करें। हर घर से कचरा एकत्र किया जाना सुनिश्चित करें। व्यापक सफाई से वातावरण सकारात्मक होगा। लोगों की सेहत के लिए भी यह जरूरी है।

प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया कि उत्पन्न कचरे से धन सृजन पर ध्यान दिया जाए। या तो उससे ऊर्जा बनायी जाय कंपोस्ट खाद। लागत कम कर आय बढ़ाने के लिए किसानों को शून्य बजट खेती के लिए प्रोत्साहित करें।

प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया वाराणसी को हल्दिया से जोडऩे वाले राष्ट्रीय जलमार्ग का एक केंद्र वाराणसी को बनाएं। प्रमुख बंदरगाहों की तरह पूरे इको-सिस्टम, कार्गो शिपिंग और माल ढुलाई के विकास के लिए योजना बनाएं। लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के विस्तार और आधुनिकीकरण कार्यों को प्राथमिकता से पूरा कराएं ताकि काशी उन प्रमुख शहरों में से एक बन जाए जो अत्याधुनिक रेल, सडक़, पानी और हवाई सेवा से जुड़ जाए।

प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत से जुड़ी घोषणाओं की प्रगति की समीक्षा के दौरान प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया कि इन योजनाओं का लाभ नागरिकों तक जल्द से जल्द पहुंचना चाहिए। पटरी व्यवसाइयों के लिए जारी योजना की प्रगति पर बारीकी से नजर रखें। सबको उपयुक्त प्रौद्योगिकी और बुनियादी ढांचे से लैस करें। उन्हें कैशलेस लेनदेन के लिए प्रोत्साहित करें। उनके बैंक खाते खोलें, व्यवसाय और क्रेडिट प्रोफाइल को डिजिटल करें।

प्रधानमंत्री ने कहा कि किसान सरकार की महत्वपूर्ण प्राथमिकताओं में से हैं। उनकी आय बढ़ाने के गंभीर प्रयास करें। उनको मधुमक्खी पालन के लिए प्रोत्साहित करें। प्राथमिकता के आधार पर वाराणसी में एक पैकेजिंग संस्थान स्थापित करें ताकि किसानों अपने उत्पादों को निर्यात के लिए बेहतर तरीके से पैकेजिंग कर सकें। प्रधानमंत्री ने एपीडा (वाणिज्य मंत्रालय) के साथ मिलकर सब्जियों और आमों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए प्रशासन के प्रयासों की सराहना की।

 

प्रधानमंत्री ने कोरोना के संक्रमण रोकने और ईलाज के बंदोबस्त की तैयारियों की भी विस्तार से समीक्षा की। प्रधानमंत्री ने आरोग्य सेतु ऐप के व्यापक और प्रभावी उपयोग पर प्रकाश डाला। जिला प्रशासन द्वारा भोजन, आश्रय और संगरोध सेवाएं प्रदान करने के लिए किए गए प्रयासों की सराहना भी की। दूसरे प्रदेशों से लौटने वाले श्रमिकों की स्किल मैपिंग के बाद उसी अनुसार उनको स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराएं। प्रधानमंत्री ने पीएम गरीब कल्याण योजना की प्रगति की भी समीक्षा की।

प्रधानमंत्री ने ग्रामीण विकास, पंचायतीराज, स्वच्छता, स्वास्थ्य और पोषण, शिक्षा, सामाजिक कल्याण, कृषि और संबद्ध गतिविधियों के नौ प्रमुख क्षेत्रों के प्रगति के बारे में भी जाना। साथ ही एनआईटीआई द्वारा तैयार ग्राम पंचायत विकास कार्यक्रम की प्रगति की भी समीक्षा की।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आंगनवाड़ी केंद्रों के सामुदायिक आंदोलन के रूप में पोषण को बढ़ावा दिया जाना चाहिए जहां तक संभव हो महिलाओं, स्वयं सहायता समूहों को इस काम में लगाएं। विभिन्न संगठन और समुदाय के सदस्यों द्वारा आंगनवाड़ी केंद्रों को अपनाना, स्वस्थ शिशु प्रतियोगिता की व्यवस्था करना और बच्चों के भोजन से विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों को बनाने का भी प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया। यह भी कहा कि वाराणसी के लोगों के जीवन स्तर में सुधार, लोगों को गुणवत्ता की सुविधाएं मुहैया कराने के लिए विकास और जनहित के कार्यों में तेजी लाएं।

 


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