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विद्यालय खुलते ही आशा ग्रुप देगा विद्यार्थियों को उत्तम सुविधा : प्रभात सिंह मिंटू



 22/Jul/20

कोरोना के बचाव के लिए शिक्षण संस्थान अब सेनिटाइजर, थर्मल स्क्रीनिंग, मास्क पहनने जैसी व्यवस्था एकेडमियों, छात्रावास आदि में करने को तैयार है। अब लॉकडाउन के बाद बच्चों का शिक्षा से जुड़ना जरूरी हो गया है। इसके लिए संस्थानों में कोरोना बचाव के पूरे उपाय किए जा रहे है। लेकिन अब सरकार से अनुमति मिलने का इंतजार हर शिक्षण संस्थान व विद्यार्थियों को है। इस बार चीन से फैले कोरोना वायरस के भारत में प्रवेश के साथ ही लगे लॉकडाउन के बाद सबसे ज्यादा असर देश के भविष्य कहे जाने वाले बच्चों की शिक्षा पर पड़ा है।

कोरोना से लड़ने के लिए पूरी तैयारियां की जा रही है

वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के आशा महाविद्यालय, आशा महिला महाविद्यालय, आशा फार्मा सहित अन्य शिक्षाविद संस्थाओ के प्रबंध/निर्देशक प्रभात सिंह मिटू ने क्लाउन टाइम्स के विशेष प्रतिनिधि फरहान अहमद से वार्ता के दौरान कहा कि कोरोना से लड़ना संभव है। इस वायरस को कुछ बातों को ध्यान में रखते हुए आसानी से हराया जा सकता है। जिसके लिए अब शिक्षण संस्थान बेहतर तरीके से तैयार है। श्री मिंटू ने कहा कि बच्चों पर ही समाज और देश का आने वाला कल बनने वाला है। बच्चों की शिक्षा को लेकर सरकार को सकारात्मक कदम उठाना चाहिए तथा लॉकडाउन के नियमों की पालना के निर्देश देते हुए शिक्षण संस्थानों के संचालन की अनुमति दी जानी चाहिए। ताकि शिक्षा पर कोई विपरीत असर न पड़े। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों में कोरोना से लड़ने के लिए पूरी तैयारियां की जा रही है। बच्चें घर से ज्यादा खुद को सुरक्षित महसूस करे। ऐसे अनेक प्लान किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि विद्यालय के प्रवेश द्वार पर कैनोपी बनाया गया है, जहां सेनेटाइजर व थर्मामीटर द्वारा तापमान देखते हुए मेडिकल टीम द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण कर विद्यालय में प्रवेश किया जायेगा। कहा कि विद्यालय खुलने से पहलें और बंद होने के बाद हर एक क्लास रूम व टेबल, ब्रेंच, कुर्सी, बोर्ड को सेनेटाइजर किया जायेगा और साथी ही विद्यालय परिसर में ही एक सेक्रेट क्वारांटीन रूम बनाया गया है, जिससे जो भी बच्चे संक्रमित पाये गयें, उन्हें उस रूम में रखा जायेगा और नजदीकी स्वस्थ्य प्रशिक्षण टीम से संपर्क करके उनका इलाज़ कराया जायेगा।

विद्यालय के बच्चों के मेहनत से दो बार गोल्ड मेडल भी प्राप्त हुआ है

श्री प्रभात सिंह मिंटू ने अपने विद्यालय की खासियत के बारें में बताया कि सबसे बेहतर हमारे यहां शिक्षा की गुणवत्ता है जो औरों से अलग हटकर हैं। उन्होंने काॅलेज के बारें में और जानकारी देतें हुए बताया कि काॅलेज पूर्ण रूप से सुसज्जित है। यहां बड़ा कैंपस, वाहन की सुविधा, लिफ्ट की सुविधा, अत्याधुनिक लैब, लायब्रेरी की सुविधा के साथ शिक्षा देने के लिए लिए अध्यापक साऊथ, दिल्ली, नेपाल, लखनऊ व बिहार के आते हैं जो वह पीएचडी नेट क्वालिफाई रहतें है, जिनका वर्ष में दो बार टेस्ट भी होता है। जिससे कमजोर से कमजोर बच्चों को अच्छी शिक्षा मिलती है। श्री प्रभात सिंह मिंटू ने कहा हमारे विद्यालय के बच्चों के मेहनत से दो बार गोल्ड मेडल भी प्राप्त हुआ है।

आशा ग्रुप को फार्मेसी की भी मान्यता प्राप्त है

प्रभात सिंह मिन्टू ने कहा कि पिछले वर्ष यूनिवर्सिटी स्तर से आये एक पैनल ने सभी चीजों को बारीकी से देखा था। उनकी रिपोर्ट के आधार पर आशा फार्मेसी कॉलेज को मान्यता मिल गई है। इस सत्र में डी-फार्मा और बी-फार्मा में प्रवेश भी शुरू हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि आश ग्रुप को चिकित्सा क्षेत्र में बी-फार्मा व डी-फार्मा की मान्यता मिलने से पूर्वांचल के नौजवानों को रोजगार का एक नया रास्ता खुला है। उन्होंने बताया कि यह अभी तक क्षेत्र के छात्र-छात्राओं को बाहर जाकर डी फार्मा और बी फार्मा में प्रवेश लेना पड़ता था, लेकिन अब उन्हें बाहर जाने की कोई जरूरत नही है। इच्छुक छात्र-छात्राएं इस साल आशा फार्मेसी कॉलेज में डी फार्मा और बी फार्मा में प्रवेश ले सकते हैं।

 


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