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40वें इंडिया कारपेट एक्सपो  व्यापार मेले का हुआ आयोजन



 21/Aug/20

40वें इंडिया कारपेट एक्सपो के प्रथम वर्चुअल संस्करण में हस्तनिर्मित कालीनों और अन्य फ्लोर-कवरिंग के लिए एक विशेष व्यापार मेले का आयोजन कारपेट एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल द्वारा किया गया ।आज  दोपहर 12:15 बजे मे इसका उद्घाटन श्रीमती स्‍मृति ज़ूबिन ईरानी, ​​माननीय केंद्रीय वस्त्र और महिला एवं बाल विकास मंत्रीके द्वारातथा शांतमनु, आईएएस, विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) की गरिमामयी उपस्थिति में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया ।

सिद्ध नाथ सिंह, अध्यक्ष, कालीन निर्यात संवर्धन परिषद, उमर हमीद, द्वितीय उपाध्यक्ष, उमेश कुमार गुप्ता, श्री ओंकार नाथ मिश्रा, संदीप कटारिया, राजेंद्र प्रसाद मिश्रा, अब्दुल रब, मो वासिफ अंसारी, हुसैन जाफर हुसैनी,श्री फिरोज वज़िरी, संजय गुप्ता, श्रीराम मौर्य, बोध राज मल्होत्रा, सतीश वट्टल, प्रशासनिक समिति के सदस्यो, निर्यातको एवं अन्य गणमान्य लोग भीवीडियो कॉन्फ्रेंसिंग भी उपस्थित थे ।

श्रीमती स्‍मृति ज़ूबिन ईरानीमाननीय मंत्री ने अपने संबोधन में कोविड-19 की महामारी में भारत के प्रथम वर्चुअल संस्करण कालीन एक्सपो के आयोजन में कालीन निर्यात संवर्धन परिषद के प्रयासों की सराहना की और उनके प्रयासों के लिए सिद्ध नाथ सिंह जी और समिति के सदस्यों को बधाई दी। उन्होने उल्लेख किया। कि "कोशिश करने वाले की कभी हार नही होती"और उद्योग माननीय प्रधान मंत्री के "सब का साथ सबका विकासऔर सबका विश्वास"दृष्टिकोण का अनुसरण कर रहा है। माननीय मंत्री ने उद्योग के विकास के लिए अपने मंत्रालय से परिषद को पूर्ण समर्थन देने का आश्वासन दिया ।

इंडिया कारपेट एक्सपो एशिया में सबसे बड़ी हस्तनिर्मित कालीन मेलों में से एक है, जहां खरीदारों के लिए एक ही छत के नीचे सर्वश्रेष्ठ हस्तनिर्मित कालीनोंऔर अन्य फर्श कवरिंग उपलब्ध होती हैं। 162 प्रदर्शक अपने उत्पादों को प्रदर्शनी में प्रदर्शित कर रहे हैं और 58 देशों से 418विदेशी खरीदार ने पहले ही पंजीकरण कर लिया है और उनकी भागीदारी के लिए लॉगिन-पासवर्ड भी प्रदान कर दिया गया है।

यह वर्चुअल प्रदर्शनी भारतीय उत्पादों तथा आयातको के बीच की खाई को पाटने और दुनिया भर में महामारी के बाद के समय मे हस्तनिर्मित कालीनों और फर्श कवरिंग की मांग को बढ़ाने मे मददगार साबित होगा ।

5 दिवसीय एक्सपो 25 अगस्त, 2020 तक व्यापार के लिए खुला रहेगा। यह प्रदर्शनी एक वेबसाइट पर चल रही हैं और उपयोगकर्ता के अनुकूल 3 डी इमर्सिव वर्चुअल एक्सपीरियंस / एनवायरनमेंट का उपयोग करते हुए इनोवेटिव इंटरैक्टिव टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए आईओएस और एंड्रॉइड के सभी वेब ब्राउजर पर देखा जा सकता हैं ।

हालांकि एक्सपो प्रदर्शकों और खरीदारों के लिए 24 घंटे लाइव रहेगा, लेकिन प्रदर्शकों और विदेशी खरीदारों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग मीटिंग्स की सुविधा के लिए समय 12:15 बजे दोपहर से 12:00 मध्यरात्रि तक खुला रहेगा ।

श्री सिद्ध नाथ सिंह, अध्यक्ष, कालीन निर्यात संवर्धन परिषद ने अपने संबोधन में उल्लेख किया कि कोविड-19 परिदृश्य में यात्रा करना हमारे निर्यातकों और विदेशी खरीदारों दोनों के लिए संभव नहीं है, इसलिए भारत कालीन एक्सपो का यह वर्चुअल संस्करण ऑनलाइन मीटिंग के जरिये दीर्घकालिक व्यापार संबंध स्थापित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय कालीन खरीदारों, आर्किटेक्ट्सऔर भारतीय कालीन निर्माताओ ओर निर्यातको के लिए एक आदर्श मंच हैं ।

यह प्रदर्शनी हस्तनिर्मित कालीन के भारतीय निर्यात को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सिंह ने आगे कहा कि भाग लेने वाले निर्माताओं और निर्यातकों के लिए जबरदस्त व्यावसायिक अवसर हैं क्योंकि दुनिया भर से हस्तनिर्मित कालीनों के विभिन्न प्रमुख खरीदार प्रदर्शनी में भाग लेंगे और निकट भविष्य में 1000 करोड़ से अधिक के ऑर्डर निष्पादित होने की उम्मीद है।

परिषद का प्रयास है कि कालीन आयातकों के साथ-साथ निर्माता-निर्यातकों को भी विशेष कारोबारी माहौल प्रदान किया जाए, जो अंततः इस अत्यधिक श्रम प्रधान ग्रामीण,लघु एवं कुटीर उद्योग आधारित क्षेत्र में कार्यरत 20 लाख से अधिक बुनकर और कारीगर लाभान्वित होंगे ।

संजय कुमार, अधिशासी निदेशक खुश हैं और उन्होंने उम्मीद जताई कि अंतिम लाभ बुनकरों और उनके परिवारों को मिलेगा। हम इस आयोजन की भव्य सफलता की आशा कर रहे हैं। उन्होने आगे उल्लेख किया कि हम पहले ही योजना बना चुके हैं और इस तरह के अन्य आयोजनों की भी मंत्रालय से मंजूरी मिल चुकी है।


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