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मजीठिया मामले में 'आज अखबार' के विनय सिंह को समाचार पत्र कर्मचारी यूनियन ने मुकदमा जितवाया



 25/Aug/20

वाराणसी प्रेस क्लब ने समाचार पत्र कर्मचारी यूनियन के मंत्री अजय मुखर्जी को दी बधाई

मजीठिया मामले की लड़ाई लड़ रहे समाचारपत्र कर्मचारी यूनियन के मंत्री अजय मुखर्जी को बनारस के सबसे पुराने आज अखबार के विरुद्ध बड़ी सफलता हासिल हुई है। 

वाराणसी श्रम न्यायालय ने आज अखबार वरिष्ठ पत्रकार रहे विनय सिंह के पक्ष में फैसला सुनाते हुए उन्हें मजीठिया वेज बोर्ड की संस्तुतियों के अनुसार वेतन देने के साथ ही वर्ष 2008 से आंतरिम भुगतान का भी आदेश दिया है। 

श्रम न्यायालय के इस फैसले के बाद समाचार पत्र कर्मचारी यूनियन के मंत्री अजय मुखर्जी ने वाराणसी प्रेस क्लब के मंत्री अशोक कुमार मिश्र "क्लाउन" से बताया कि गाण्डीव के कर्मचारी के पक्ष में मिली सफलता के बाद आज अखबार के विरुद्ध हुए फैसले बाद अब समाचार पत्र प्रबंधन को कर्मचारियों का शोषण बन्द कर देना चाहिए।

वाराणसी प्रेस क्लब के अध्यक्ष राजेश गुप्ता व महामंत्री अशोक कुमार मिश्र "क्लाउन" ने समाचारपत्र कर्मचारी यूनियन के मंत्री अजय मुखर्जी को इस सफलता के लिए स्वागत किया है।

बताते चलें कि दैनिक 'आज' में विनय सिंह वर्ष 1978 से उप सम्पादक के पद पर स्थायी रूप से कार्य कर रहे थे और जुलाई 2013 में सेवानिवृत हो गये। इसके पश्चात आज अखबार प्रबंधन ने उन्हें कुछ हजार रुपये देकर सिटी चीफ के रूप में उनकी सेवा लेता रहा, बाद में अखबार के संपादक शार्दूल विक्रम गुप्ता के निर्देश पर उन्हें हमेशा के लिए निकाल दिया गया। इसके पश्चात विनय सिंह ने कई बार मालिक पप्पू भैया से मिलने का प्रयास किया किन्तु सफल नहीं हुए। अंत में इन्होंने मजीठिया मामले की लड़ाई लड़ रहे समाचारपत्र कर्मचारी यूनियन के मंत्री अजय मुखर्जी के सहयोग से स्थानीय श्रम न्यायालय में वाद दाखिल किया। 

पत्रकारों के नेता अजय मुखर्जी व उनके सहयोगी आशीष टण्डन की मजबूत पैरवी का नतीजा रहा कि श्रम न्यायालय ने फैसला विनय सिंह के पक्ष में सुनाया।न्यायालय ने वर्ष 2008 से मूल वेतन का 30 प्रतिशत आंतरिम के रुप श्री सिंह को भुगतान करने का आदेश अखबार प्रबंघन को दिया है। इसके साथ ही श्रम न्यायालय के पीठासीन अधिकारी अमेरिका सिंह ने अपने फैसले में विनय सिंह को नवम्बर 2011 से जुलाई 2013 तक का वेतन मजीठिया वेज बोर्ड की संस्तुतियों के अनुसार देने का आदेश दिया है। साथ ही यह भी कहा है कि सेवायोजक के ऐसा न करने पर अभिनिर्णय की तिथी से श्रमिक सम्पूर्ण वेतन पर सात प्रतिशत वार्षिक व्याज पाने का अधिकारी होगा।

कर्मचारी हितों की लड़ाई लड़ रहे सपकयू के मंत्री अजय मुखर्जी की माने तो अभी आज अखबार से निवृत्त हुए सुभाष सिंह व कृष्णदेव नारायण राय सहित अन्य कर्मचारियों को प्रबंधन कुछ हजार रुपये देकर उनका शोषण कर रहा है, सभी उनके सम्पर्क में हैं। प्रबंधन जिस वक्त इन्हें निकलेगा उसी वक्त इनके हक और हुकूक के लिए हमारा यूनियन मजबूती के साथ लड़ेगा। 

श्री मुखर्जी को वाराणसी प्रेस क्लब के महामंत्री व क्लाउन टाइम्स के प्रधान संपादक अशोक कुमार मिश्र ने यह भरोसा और विश्वास दिलाया है पूर्व की भांति हमेशा हम लोग के साथ हैं। 

काशी पत्रकार संघ के चंद लोगों की यही कोशिश रही है श्री मुखर्जी को एक वकील के रूप में सामने आए और जीत का सेहरा वे लोग अपने सिर बांधे, किंतु क्लाउन टाइम्स ने हमेशा समाचार पत्र कर्मचारी यूनियन के मंत्री अजय मुखर्जी को मजबूत लीडर माना है, साथ ही वाराणसी प्रेस क्लब ने उनका हौसला बुलंद किया है।

संघ के पूर्व अध्यक्ष स्व. मनोहर खाडीलकर, प्रदीप कुमार, विकास पाठक, संजय अस्थाना को छोड़कर बाद के सभी पदाधिकारियों कर्मचारी हितों की लड़ाई को अपनी नौकरी बचाने के चक्कर में कमजोर किया है। बावजूद इसके यूनियन के मंत्री श्री मुखर्जी बिना किसी की परवाह के कर्मचारी हितों की लड़ाई लड़ते रहे हैं, इसी का नतीजा है कि आज समाचार पत्र कर्मचारियों ने भले ही काशी पत्रकार संघ से सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया है किंतु समाचार पत्र कर्मचारी यूनियन के साथ सभी डटे हैं।


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