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श्री काशी अग्रवाल समाज का चुनाव टलने के पीछे करोड़ो का घोटाला?



 18/Mar/17

सभापति अशोकजी अग्रवाल और विट्ठल अग्रवाल ने चुनाव टालने के लिए प्रधानमंत्री को ठहराया जिम्मेदार

बनारस की प्रतिष्ठित संस्था श्री काशी अग्रवाल समाज में मचा घमासान अब मीडिया की सुर्खियाँ बन गया है। भले ही संस्था के सभापति अशोकजी अग्रवाल ने बाकायदा प्रेस वार्ता बुलाकर मीडिया के सामने कहा कि " श्री काशी अग्रवाल समाज के 122 वर्षों के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है "  जब समाज का त्रि-वार्षिक (2017-2020) चुनाव टल गया है। वहीं दूसरी ओर नाराज सदस्यों का कहना है कि नियमावली को ताक पर रखकर मनमाने तरीके से चुनाव टाला जा रहा है। इससे समाज की गौरवशाली परंपरा को आघात पहुंच रहा है। संस्था की नियमावली के अनुसार मार्च के अंतिम रविवार को चुनाव कराने का विधान है। संस्था के सदस्य विट्ठल अग्रवाल ने बताया कि ”समाज के नियमानुसार सभापति द्वारा 31 जनवरी के पूर्व निर्वाचन अधिकारी की नियुक्ति तथा नामांकन पत्र तैयार करने व जमा करने के लिए 8 से 10 मार्च की तिथि निश्चित की गई है। नामांकन पत्र की जांच और आपत्ति पर निर्णय 11 से 12 मार्च के बीच निश्चित किया गया है। सभापति द्वारा चुनाव अधिकारी के रूप में कुमार अग्रवाल की नियुक्ति कर चुनाव प्रक्रिया प्रारम्भ की जा चुकी है। 

हमेशा से विवादों में रहा है अग्रवाल समाज

श्री काशी अग्रवाल समाज में डा. कृष्णा निगम के कार्यकाल को याद करें तो जबतक वे रहीं तत्कालीन प्रबंधक अनिल जैन को विद्यालय में चढ़ने नहीं दिया और अपनी मनमानी करती रहीं। इसके पीछे भी समाज के ही कुछ लोगों का हाथ रहा। वर्तमान कार्यकाल पर पर भी गौर करेंगे तो इसके पीछे की तीन वर्षों के कार्यकाल में अग्रवाल समाज के द्वारा संचालित शिक्षण संस्था अग्रसेेन कन्या डिग्री कालेज में करोड़ो के घपले का मामला सुर्खियाों में रहा। इसी मामले में वर्तमान प्रबंधक संदीप अग्रवाल ने पूर्व प्रबंधक अनिल जैन, पूर्व प्रधानाचार्या मधू अस्थाना, कृष्णा निगग आदि के विरूद्ध दर्जनों जाँच कराने करवाने के साथ ही मुकदमा भी दर्ज कराया है, किन्तु अभी तक करोड़ो का घोटाला तो सामने आया किन्तु इस मामले में संदीप अग्रवाल का दाव उल्टा पड़ता नजर आ रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अनिल जैन ने करोड़ो के घोटाले में अबतक की जाँंच में स्वयं की संलिप्तता के बारे में यह साबित करने में काफी हद तक कामयाब रहे कि उनकी इसमें कोई भागीदारी नहीं है। 

अनिल जैन भी संदीप पर लगा रहे हैं गम्भीर आरोप

वहीं दूसरी ओर पूर्व प्रबंधक अनिल जैन भी चुप बैठने वाले नहीं हैं, उन्होंने ने भी वर्तमान प्रबंधक संदीप अग्रवाल पर हजारों छात्राओं से एडमीसन ने नाम पर लाखों रूपये विना रसीद पुर्जे के वसूली का मामला उठाने की रणनीति बनाने में जुटे हैं। श्री जैन तो बाकायदा यहाँ तक कहते फिर रहे हैं वर्तमान कार्यकाल के कुछ जिम्मेदार पदाधिकारियों ने तो
अध्यापकों की नियुक्तियों से लेकर जहाँ भी मौका मिला खूब रूपया कमाया है। ऐसे लोगों को इस बात का डर है कि अगले चुनाव में यदि अनिल जैन तथा उनके लोगों का वर्चस्व कायम हुआ तो कई पदाधिकारियों पर गाज गिर सकती है। 

शिवपुर थाने में 420 का मुकदमा कायम होने का सवाल सुनकर भड़के संदीप अग्रवाल

वहीं दूसरी ओर शतरंज के इस खेल में संदीप अग्रवाल ने तो पूरा दाव चल दिया, किन्तु पूर्व प्रधानाचार्या मधु अस्थाना ने ऐसा उल्टा दाव चला कि बाजी पलट गई। उन्होंने वाराणसी के शिवपुर थाने में श्री संदीप के विरूद्ध मु.न. 376/ 2016 धारा 419, 420, 465, 469, 120 B का मुकदमा दर्ज कराकर उनकी बोलती बंद कराने की नाकाम कोशिश करने में जुटी हैं, वहीं दूसरी ओर श्री संदीप इतनी आसानी से हार मानने वाले नहीं हैं, क्योंकि मामला करोड़ो के घोटाले का है। इन तमाम सवालों पर क्लाउन टाइम्स ने दर्जनों बार अग्रसेन डिग्री कालेज के वर्तमान प्रबंधक संदीप अग्रवाल संपर्क करने का प्रयास किया पर या तो वे फोन नहीं उठाते और यदि फोन उठा भी लिया तो व्यस्तता का बहाना बनाने लगते हैं। पिछली बार जब श्री संदीप पर शिवपुर थाने में पूर्व प्रधानाचार्या मधु अस्थाना ने 420 सहित कई गम्भीर धाराओं में
मुकदमा कायम कराया तो भी उनसे संपर्क करने का प्रयास किया। इस बार तो वे सवाल सुनते ही भड़क गये और अपने चिरपरित आक्रामक अंदाज में फोन पर ही घमकाने लगे। 

 

 

कुल मिलाकर भले ही अग्रवाल समाज जैसी प्रतिष्ठित संस्था के सदस्य विट्ठल अग्रवाल ने समाज की नियमावली का हवाला देते हुए बताया समय से चुनाव नहीं होने के कारण श्री काशी अग्रवाल समाज द्वारा संचालित चार शिक्षण संस्थाओं, धर्मशाला, भंडार एवं समाज सेवा विभाग के संचालन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा, किन्तु इसके पीछे का सच तो कुछ और बयाँ कर रहा है। यहाँ तो लाखों की नहीं करोड़ो की लूट का मामला सुर्खियों में है और जिसपर पर्दा उठना अभी बाकी है। अभी तो श्री संदीप भारी पड़ते नजर आये और उन्होंने करोड़ो का घोटाले में अनिल जैन सहित पूर्व प्रधानाचार्या मधु अस्थाना को फँसाने की कोशिश किया, जिसकी जाँच जारी है। अगले चुनाव में यदि अनिल जैन के और उनके लोगों के हाथों में सत्ता आई तो तो हो सकता है कुछ और घोटालेबाजों का नाम सामने आये। अब देखना है कि अग्रवाल समाज में अगला चुनाव कब होता है और इसबार " कौन बनेगा नया घोटालेबाज "


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