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NEET 2020 की प्रवेश परीक्षा में बनारस टॉपर L-1 व JRS में है कौन ?



 21/Oct/20

सर्व विद्या की राजधानी काशी में पहली बार बनारस के L1 कोचिंग के विद्यार्थी कृष्णाअंशु ने मेडिकल की प्रवेश परीक्षा NEET में 53वां रैंक हासिल कर पूरे बनारस में न केवल अपना परचम लहराया है, बल्कि पहली बार L1 कोचिंग की प्रतिष्ठा को भी चार चांद लगाया है।

ऐसे में मेडिकल की प्रवेश परीक्षा में प्रतिवर्ष अपना परचम लहराने वाले आकाश जैसे नम्बर वन ब्राण्ड के सामने बड़ी लकीर खीचनें का प्रयास किया है, वहीं दूसरी ओर बनारस के कबीर नगर कोचिंग मंडी की शान JRS के द्वारा मेडिकल की प्रवेश परीक्षा में उमर फारूक अंसारी को सिटी टॉपर के रूप विज्ञापन प्रकाशित कराने पर भी L1 कोचिंग के संचालकों ने सवालिया निशान खड़ा किया है।

L1 कोचिंग के विद्यार्थी कृष्णाशु के द्वारा NEET में सर्वश्रेष्ठ परीक्षा परिणाम के बाद क्लाउन टाइम्स से शहर के कई कोचिंग संचालकों ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि इस परीक्षा परिणाम पर उन्हें विश्वास नहीं है, क्योंकि यह छात्र बनारस का है ही नहीं, बल्कि यहां से कई सौ किलोमीटर दूर राजस्थान के अलवर का रहने वाला है।

L1 कोचिंग के द्वारा पहली बार मेडिकल की प्रवेश परीक्षा में आश्चर्यजनक परिणाम की पड़ताल के लिए क्लाउन टाइम्स ने सबसे पहले कोचिंग के निदेशक बृजेश सिंह को फोन लगाया तो उनका फोन बंद मिला किन्तु उनके मैनेजर अजय सिंह ने हमारे सवालों पर पूरे दावे के साथ कहा कि पूरे बनारस में मेडिकल की प्रवेश परीक्षा NEET में 53 वां रैंक हासिल करने वाला विद्यार्थी कृष्णाशु उन्हीं के कोचिंग का विद्यार्थी है और अगर किसी कोचिंग संस्थान की जुर्रत है तो इसे गलत साबित कर दे, अथवा उनके परीक्षा परिणाम के खिलाफ बिना प्रमाण के कोई बयान बाजी कर दे तो उस पर मानहानि का मुकदमा भी कायम हो सकता है। साथ ही उन्होंने क्लाउन टाइम्स से सवाल किया कि जब L1 के कृष्णाशु ने 53 वां रैंक हासिल कर NEET 2020 में पूरे बनारस का टॉपर होनें का कीर्तिमान स्थापित किया है तो JRS ने कैसे 283 वां रैंक हासिल करने वाले उमर फारूक अंसारी को सीटी टॉपर घोषित कर दिया है।

कुल मिलाकर कोरोना काल की विकट परिस्थिति में बनारस की कोचिंग मंडी में कई सौ करोड़ का कारोबार करने वाले संस्थानों के सामने पहली बार एडमिशन को लेकर भारी संकट है, ऐसे में कुछ हजार रुपए लेकर ऑनलाइन पढ़ाई कराने के लिए विद्यार्थियों को विज्ञापनों के माध्यम से आकर्षित करने के लिए मारामारी मची हुई है।

प्रतिस्पर्धा के इस दौर में जहाँ एक ओर पूरे भारत में मेडिकल की प्रवेश परीक्षा में नम्बर 1 आकाश ने इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा में अच्छा परिणाम दिया है, वहीं इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा में अपनी अलग पहचान रखने वाली कैटजी कोचिंग ने पहली बार मेडिकल की प्रवेश परीक्षा में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराकर यह प्रमाणित कर दिया कि हम किसी से कम नहीं हैं।

कुल मिलाकर कोरोना के कहर ने जहाँ एक ओर बनारस के कई कोचिंग संचालकों अपने सेंटर बंद करने के लिए मजबूर कर दिए है, वहीं दूसरी ओर अभी भी जो डट कर खड़े हैं उन्हें उम्मीद की किरण जरूर नजर आ रही है।


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