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वाराणसी के दो युवकों की जलाकर हत्‍या, हाथ पर लिखी इबारत ने की शव की शिनाख्‍त



 16/Jan/21

उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में शुक्रवार को मिले दो युवकों के शव की शिनाख्त हो गई है। परिजनों ने दोनों युवकों के शव की शिनाख्त हाथ पर गुदे ओम और आयुषी के नाम से की है। एक शव की शिनाख्त उसकी बड़ी बहन ने हाथ पर आयुषी और दोनों पैर की अंगलुयां बड़ी होने पर की तो वहीं दूसरा शव बनारस के टॉप टेन अपराधी शुभम केसरी का है। एक साधारण परिवार के युवक के साथ ही मौजूद टॉप टेन अपराधी के शव की आशंका के रूप में पहचान होते ही पुलिस महकमे में खलबली मच गई है। पुलिस दोनो शवों का पोस्टमार्टम करा कर हत्या की गुत्थी सुलझाने में जुटी हुई है।

पुलिस के अनुसार, शनिवार की सुबह अहरौरा पुलिस के मोबाइल पर प्रतिमा पांडेय नाम की एक युवती ने फोन कर जानकारी दी कि उसका भाई 22 दिसंबर को घर से लापता चल रहा है। भाई दाहिने हाथ में कड़ा पहना हुआ था। पुलिस ने तुरंत उसे बताया कि दो युवकों का शव बरामद हुआ है। एक शव के हाथ में कड़ा भी है।

युवती जब चुनार के मोर्चरी हाउस में पहुंची तो पुलिस ने दोनों शवों की शिनाख्त कराने के लिए बाहर निकाला। युवती ने पुलिस को बताया कि उसके भाई के दाहिने हाथ में आयुषी नाम गुदा हुआ है। हाथ का पूरा हिस्सा जल चुका था लेकिन जिस स्थान पर आयुषी लिखा था वह जल नहीं पाया, जिससे उसकी शिनाख्त आसानी से हो गई।

हत्यारा चाहे कितना भी शातिर हो लेकिन कोई ना कोई सुराग छोड़ ही देता है। वाराणसी के दो युवकों की हत्या के बाद शव की पहचान छिपाने के लिए उसे जला दिया गया। शव का आधा से ज्यादा भाग जल गया लेकिन युवक ने अपने हाथोंं में जो निशानी बना रखी थी उसे नहीं मिटा सके और उसकी पहचान कर ली गई। एक शव की पहचान उसकी बड़ी बहन प्रतिमा पांडे ने उसकी हाथ की कलाई पर आयुषी लिखा होने से किया तो वहीं दूसरे शव की शिनाख्त वाराणसी के टॉप टेन अपराधी शुभम केसरी के रूप में होते ही पुलिस महकमे में खलबली मच गया। वहीं बीकाम का छात्र और टॉप टेन अपराधी का एक साथ अधजला शव मिलते ही हत्या की गुत्थी उलझ गई है।

शनिवार की सुबह वाराणसी के महमूरगंज निवासिनी प्रतिमा पांडे अहरौरा थाने पहुंच गई और शुक्रवार को छातों गांव में मिले दो अज्ञात शव को देखने की बात कहने लगी। पुलिस महिला को अपने साथ लेकर चुनार स्थित चीर घर पहुंच गई। जहा दोनो शव को निकाल कर महिला को दिखाया गया तो उसने एक शव के हाथ की कलाई के पास आयुषी नाम देखते ही चिंघाड़ मार रोना शुरू कर दिया और कहने लगी भाई आखिर कैसे हो गई तुम्हारी मौत उसे विश्वास ही नहीं हो रहा था कि जो भाई उसे सबसे ज्यादा मानता था और घर का दुलारा था उसकी हत्या कर शव को छातों गांव में स्थित पहाड़ की खाई में जलाकर फेंक दिया गया है।

प्रतिमा पांडे ने बताया उसके पिता अशोक पांडे निवासी महमूरगंज वाराणसी की तीन संतानों में वह सबसे बड़ी पुत्री है। इसके बाद प्रिया पांडे व सबसे छोटा भाई रवि पांडे है। बीते बाईस दिसंबर की शाम को उसका भाई रवि पांडे घर से किसी दोस्त के साथ मिलने चला गया था। लेकिन रात तक जब वह घर नहीं लौटा तो भेलूपुर थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। वहींं वाराणसी के टॉप टेन अपराधी में शुमार शुभम केसरी के शव की शिनाख्त उसके हाथ में गुदे ओम नाम से पहचान हुई है।

 


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