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हॉकी खिलाड़ी ललित उपाध्याय के स्वागत को माता-पिता और शुभचिंतक



 11/Aug/21

टोक्यो ओलिंपिक में देश को गर्वांवित होने का मौका उपलब्ध कराने वाले हॉकी खिलाड़ी ललित उपाध्याय का विमान कुछ ही देर में एयरपोर्ट पर लैंड करेगा। एयरपोर्ट पर स्वागत को माता-पिता समेत शुभचिंतक व प्रशंसक पहुंच चुके हैं। ललित बनारस आने के साथ सबसे पहले काशी विश्वनाथ मंदिर गए और उपलब्धि के लिए बाबा का आभार जताने के साथ ही इसी तरह कृपा बरसाते रहने की गुहार लगाई।

ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए जर्मनी को 5-4 के अंतर से हराकर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम कर इतिहास रच दिया. भारत ने 41 साल बाद ओलंपिक में हॉकी का मेडल जीता है. इस से पहले भारत ने वासुदेवन भास्करन की कप्तानी में 1980 के मॉस्को ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता था. भारत के लिए सिमरनजीत सिंह ने दो, हरमनप्रीत सिंह, रुपिंदर पाल सिंह और हार्दिक सिंह ने एक-एक गोल कर इस मैच में टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई।

ललित को जिला हाकी एसोसिएशन की ओर से सम्मानित भी किया जाएगा। इसके लिए सिगरा स्टेडियम में सम्मान समारोह आयोजित किया गया है। युवा खिलाड़ी यहां ओलिंपिक के रोमांचकारी क्षणों और अनुभवों को भी लोगों से साझा करेंगे। ललित लगभग आठ माह बाद बनारस आ रहे हैं। उनके स्वागत की घर से लेकर सड़क-बाजार तक तैयारी की गई है। जगह जगह स्वागत के होर्डिंग लगाए गए हैं। उधर, ललित ने भी जीत के बाद बनारस आने की खुशी ट्वीट की है। इसमें बनारस आने की जानकारी देने के साथ ही कोरोना गाइड लाइन का पालन करने का भी सुझाव दिया है। वहीं सुबह उनका विमान 11.40 बजे एयरपोर्ट पर उतरा, वहां से ललित बाहर निकले तो उनका खूब स्‍वागत सत्‍कार किया गया। नारेबाजी और स्‍वागत के शोर शराबे के बीच लोगों का उत्‍साह चरम पर नजर आया। ललित के लौटने के बाद लाउंज में ही एयरपोर्ट अथॉरिटी ने उनके साथ भेंट कर देश का नाम रोशन करने के लिए बधाई दी। एयरपोर्ट से ललित का काफ‍िला निकला तो जगह जगह स्‍वागत के लिए लोग उमड़ पड़े। भगतपुर के पास गांव वालों और प्रशंसकों का जमावड़ा लगा रहा। स्वागत-अभिनंदन के लिए जन सैलाब उमड़ पड़ा तो ढोल नगाड़ों की थाप और ललित उपाध्याय जिंदाबाद के नारों ने उत्‍सा हो दोगुना कर दिया। ओलंपिक पदक विजेता ललित उपाध्याय एयरपोर्ट के बाद श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे और सविधि दर्शन पूजन कर गर्भगृह में जलाभिषेक के बाद अपने गंतव्य को प्रस्थान किये।

बनारस का हॉकी का इतिहास
बनारस का हॉकी को लेकर बड़ा इतिहास रहा है. विवेक सिंह ,मोहम्मद शाहिद और अब ललित उपाध्याय. यूपी कालेज के मैदान में सबने हॉकी का हुनर सीखा. ललित उपाध्याय ने अपनी प्रैक्टिस केडी सिंह से शुरू की. ललित बनारस के एक छोटे से गांव भगवानपुर से हैं. वह लखनऊ साई की ओर से सीनियर ऑल इंडिया केडी सिंह बाबू प्रतियोगिता में भी हिस्सा ले चुके हैं. युवा खिलाड़ी सफलता को लेकर कहते नजर आते हैं कि, सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता, अपनी मेहनत से देश का नाम रौशन करने वाले खिलाड़ी की सफलता का गुणगान आज हर कोई कर रहा है. ऐसे मेहनतकश के जज्बे को हम सबका सलाम।

 

 


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