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आज बनारस में नाग नथैया पर गंगा हुईं यमुना में तब्दील और कन्हैया ने किया कालिया मर्दन



 08/Nov/21

धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी के ऐतिहासिक तुलसी घाट पर प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी अखाड़ा गोस्वामी तुलसीदास के प्रमुख प्रो.विश्वम्भर नाथ मिश्र के कुशल नेतृत्व में नाग नथैया लिला का मंचन किया गया है। कोरोना कहर की तीसरी लहर का खतरा अभी टला नहीं है, बावजूद इसके फिलहाल बनारस में कोरोना लगभग दम तोड़ चुका है। तभी तो त्योहारों के मौसम में परंपरा का भी निर्वहन हो रहा है और लोगों के बीच खुशी भी नजर आ रही है।

इसी कड़ी में वाराणसी के तुलसीघाट पर पिछले लगभग साढ़े 400 सौ साल पुरानी परम्परा को पूरे निभाने के लिए भव्य आयोजन किया।

नाग नथैया के इस भव्य आयोजन को देखने के लिए वाराणसी के तुलसी घाट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जमा हुई ।

वाराणसी के लख्खी मेलों में तुलसी घाट की नाग नथैया लीला भी शुमार है जहाँ 5 मिनट की लीला को देखने लिए लाखों की भीड़ जमा हुई। इस लीला को देखने के लिए पूर्व काशी नरेश डॉ. विभूति नारायण सिंह आते रहे, उसी परंपरा का निर्वहन करने के लिए स्वयं उनके पुत्र कुंवर अनंत नारायण सिंह बजड़े पर सवार होकर लीला गंगा की निर्मल धारा में उपस्थित हुए ।

परम्‍परा के अनुसार लीला स्थल पर भगवान श्री कृष्ण ग्वालों के साथ गेंद खेलते हैं, गेंद खेलते-खेलते अचानक यमुना में चली जाती है। कान्हा से सखा उनसे गेंद वापस लाने की जिद्द करते हैं, और भगवान श्रीकृष्ण कदंब के पेड़ पर चढ़कर सीधे यमुना में तब्दील हुई गंगा में छलांग लगाते हैं और पूरे लीला स्थल के चारो ओर हर- हर महादेव के उद्धघोष हुआ और बांके बिहारी लाल की जयघोष के साथ ही घंटा घड़ियाल ओर डमरूओं की ध्‍वनि से पूरा वातावरण भक्ति रस में डूब गया है।

श्री कृष्ण कालिया मर्दन के पश्चात उसके फन पर सवार हो बंसी बजाते हुए चारो ओर घूम कर हजारों की संख्या में उमड़े श्रद्धालुओं को दर्शन देकर उन्हें भावभोर कर दिेये। इस अवसर पर अखाड़ा गोस्वामी तुलसीदास के प्रमुख व संकट मोचन मंदिर के महंत प्रो. विश्वंभरनाथ मिश्र भगवान की आरती उतारी और कुंवर अनंत नारायण सिंह ने भगवान कृष्ण की इस अलौकिक झांकी को देखने के लिए बजरे पर सवार हुए।  कालिया के फन पर सवार कन्हैया को लेकर कुशल गोताखोर धीरे-धीरे उन्हें लेकर चारो ओर घूमकर भक्तों को दर्शन कराया।  इस लीला की प्रासंगिकता गंगा में फैले प्रदूषण को देखते हुए आज और भी ज्यादा हो गई है।

ऐसी मान्यता है कि जब मथुरा में यमुना का पानी कालिया नाग की वजह से दूषित हो गया था तब श्री कृष्ण भगवान, अपने बाल सखाओं के गेंद खेलते-खेलते उसमें कूद गए थे और कालिया नाग मर्दन कर यमुना के जल को शुद्ध कर नगर वासियों के प्राणों की रक्षा की।

अखाड़ा गोस्वामी तुलसीदास के प्रमुख प्रो. विश्वंभर नाथ मिश्र, कांग्रेस के पूर्व विधायक अजय राय ने काशी वासियों को दिया संदेश।

 


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