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आचार्य सीताराम चतुर्वेदी जी का मनाया गया 111 वां जन्मदिवस

फरहान अहमद

 28/Jan/22

हिंदी साहित्य के पुरोधा, भारतवर्ष के मूर्धन्य विद्वान एवं काशी हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक पंडित मदन मोहन मालवीय जी के निजी सचिव तथा शिष्य आचार्य सीताराम चतुर्वेदी जी का 111 वां जन्मदिवस आचार्य सीताराम चतुर्वेदी महिला महाविद्यालय, डोमरी, रामनगर, बाल विद्यालय डोमरी एवं प्रहलाद घाट वाराणसी में बृहस्पतिवार को बड़े धूमधाम से मनाया गया।

सर्वप्रथम उप प्रबंधक डॉ मुकुल पांडेय, महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ विजय शंकर मिश्र तथा बाल विद्यालय डोमरी के प्रधानाचार्य मोहन लाल यादव तथा बाल विद्यालय प्रह्लाद घाट की प्रधानाचार्या श्रीमती स्नेहलता पांडेय द्वारा आचार्य जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर आचार्य जी को नमन किया गया। संचालिका डॉ जयशीला पांडेय जी ने आचार्य जी की पुत्री एवं प्रबंधक होने के नाते अपने बचपन से लेकर अब तक आचार्य जी के संपूर्ण जीवन काल का संस्मरण बताया और कहा कि आचार्य जी ने हिंदी साहित्य नाट्यशास्त्र एवं 16 विषयों में परास्नातक डिग्रियां प्राप्त की। आचार्य जी ने विभिन्न विषयों में पुस्तकों का लेखन किया, जिनकी संख्या सैकड़ों के पार है तथा करीब 70 नाटकों का लेखन एवं मंचन किया। फिल्म जगत की मशहूर हस्ती स्वर्गीय श्री पृथ्वीराज कपूर जी ने आचार्य जी को रंगकर्मी का सम्मान प्रदान किया था। राज कपूर, लता मंगेशकर, पृथ्वीराज कपूर ऐसे अनेक लोग जो कला से जुड़े हुए थे वे इनके सानिध्य में रहते थे। जब आप टीचर ट्रेनिंग कॉलेज में मालवीय जी के द्वारा प्रधानाचार्य नियुक्त किए गए थे तब हरिवंश राय बच्चन को बी.एड. में प्रवेश दिलाने का कार्य आपके द्वारा किया गया। कार्यक्रम में उप प्रबंधक मुकुल पांडेय ने आचार्य जी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला तथा उनके साथ बिताए पलों को याद किया व भजन भी गाया। बाल विद्यालय डोमरी के प्रधानाचार्य श्री मोहन लाल यादव ने आचार्य जी के जीवन पर अपने विचार प्रकट किए। बाल विद्यालय प्रह्लाद घाट की प्रधानाचार्या श्रीमती स्नेहलता पांडेय जी ने भी अपने वक्तव्य में आचार्य जी के जीवन पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में महाविद्यालय की छात्राओं तथा बाल विद्यालय प्रहलाद घाट तथा डोमरी की छात्राओं द्वारा मनोहारी नृत्य, संगीत तथा भाषण प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय की शिक्षिका सुश्री सुरभी पांडेय एवं छात्राएं दृष्टि साहू तथा अपर्णा द्विवेदी बी.कॉम प्रथम वर्ष द्वारा किया गया। प्राचार्य डॉ विजय शंकर मिश्र ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

 


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