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फास्ट न्यूज का कथित सम्पादक 420 में गया जेल



 01/Jun/17

वाराणसी में फास्ट न्यूज इण्डिया नाम से मीडिया हाऊस चलाने वाला कथित सम्पादक फर्जी कम्पनी खोलकर लोगों से लाखों रूपये वसूली करने के आरोप में आज सिगरा पुलिस ने उसे दिन दहाड़े गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

थानाध्यक्ष सिगरा गोपाल जी गुप्ता ने क्लाउन टाइम्स से एक अनौपचारिक बातचीत में कहा कि चौबेपुर निवासी मनभावती देवी की तहरीर पर उसे रोडवेज स्थित फास्ट न्यूज कार्यालय से गिरफ्तार कर सिगरा थाने लाया गया और पूरी कानूनी कार्रवाई करने के बाद सक्षम न्यायालय भेजा गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

प्रभाकर द्विवेदी के खिलाफ मिली शिकायत में इस बात का उल्लेख है कि प्रभाकर दूबे व रजिन्दर पटेल तथा आरडी पटेल आदि लोगों ने एलआईसी प्लाटिंग लिमिटेड नाम से अंधरापुल स्थित श्री राम काम्प्लेक्स के तीसरी मंजिल पर फर्जी कम्पनी खोलकर पचास हजार से अस्सी हजार रूपये लेकर 35-40 लोगों को पॉलिशी बाण्ड दिया तथा हर महीने 200/- से 1000/- रूपये जमा भी कराते रहे। आरोपितों की शिकायत है कि प्रभाकर तथा उनके लोग इस बात भरोसा दिलाते रहे कि समय पूरा होने पर लाखों मिलेगा, किन्तु समय पूरा होने के बाद जब पैसा जमा करने वाले लोग उससे रूपया मांगने गये तो जिन बाण्डों पर कम रूपये थे उस पर उसने अपना हस्ताक्ष माना किन्तु जिन पर 40-50 हजार रूपये थे उसे यह कहते हुए रूपया देने से मना कर दिया कि इस पर मेरा हस्ताक्षर नहीं है। लाखों की धोखाधड़ी करने के लिए प्रभाकर व उसके साथियों ने चौबेपुर गांव के दर्जनों लोगों का पैसा ऐंठा था। पीड़ीत दर्जनों महिलाओं ने एक साथ मिलकर अपने गांव रतौनी थाना चौबेपुर के पूर्व ग्राम प्रधान स्वतंत्र कुमार मिश्र से मदद की गुहार लगाया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पूर्व प्रधान श्री स्वतंत्र ने दर्जनों महिलाओं के साथ वाराणसी के जिलाधिकारी योगेश्वर राम मिश्र व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नितिन तिवारी से मिलकर पूरे मामले से अवगत कराया, जिस पर जिले के आला अधिकारियों ने तत्काल थाना सिगरा को मुकदमा पंजीकृत कर ठोस कार्रवाई करने ने का आदेश दिया। पुलिस ने भी तत्परता दिखायी और बिना देर किये सीधे रोडवेज स्थित श्री राम काम्प्लेक्स मय पुलिस फोर्सके पहुंचे तो वहां का नजारा कुछ और था। फाइनेंस कम्पनी का बोर्ड नदारद था और उसके बदले फास्ट न्यूज इण्डिया मीडिया की दुकान सजी हुई थी। एसी में सूटेड‌ - बूटेड कथित सम्पादक प्रभाकर द्विवेदी अपने लोगों के साथ घिरे हुए थे, पुलिस ने तत्काल बिना देर किये एसी से भीषण गर्मी में कथित सम्पादक व एलआईसी प्लाटिंग लिमिटेड के प्रमुख प्रभाकर द्विवेदी को पुलिस हिरासत में लेकर सीधे सिगरा थाने लाये। एसी से गर्मी में आए संपादकजी पसीने से तरबतर सिगरा थाने में मीडिया के कैमरे से घिरे तो वे यहां भी अपने मोबाइल से मीडिया वालों की वीडियो बनाने लगे।

एसओ सिगरा गोपालजी गुप्त ने बताया कि प्रभाकर द्विवेदी तथा उनके सहयोगियों के विरूद्ध सिगरा थाने में मुकदमा अपराध संख्या 372/17 धारा 417, 420, 504, 506 पंजीकृत हुआ है, इसी मामले में पुलिस ने उनकी रिमाण्ड बनाकर सीजेएम न्यायालय में भेज दिया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

बताते चले कि प्रभाकर द्विवेदी इसके पूर्व भी वर्ष 2009 में वित्तीय अनियमितता, धोखाधड़ी, गुण्डा एक्ट, गैंगेस्टर, अपहरण आदि जैसे गंभीर मामले में थाना चोलापुर में अपने लगभग आधा दर्जन से अधिक सहयोगियों के साथ गिरफ्तार हुए और लगभग 6 महीना जेल रहे। काफी मशक्कत के बाद लगभग 6 महीने बाद माननीय हाईकोर्ट से उन्हें जमानत मिली।

फिलहाल फाइनेंस जैसे गोरखधंधे से स्वयं को अलग कर प्रभाकर द्विवेदी वर्तमान में फास्ट न्यूज इण्डिया नाम से श्री राम काम्प्लेक्स कैण्ट रोडवेज के बगल में मीडिया हाऊस चलाकर इसके आड़ में भी नेटवर्क मार्केटिंग का धंधा कर रहे है, यहां भी सम्पादक जी पत्रकारिता जैसे पवित्र पेशे की लोकप्रियता के नाम पर पूर्वांचल सहित पूरे देश में अपना बड़ा नेटवर्क र्सीधे-साधे बेरोजगार लोगों को करोड़ों रूपये कमाने का सब्जबाग दिखाकर अपना धंधा चला रहे हैं।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रभाकर द्विवेदी फास्ट न्यूज के नाम पर विज्ञापन निकालते है और लोगों को पत्रकारिता का सब्जबाग दिखाकर करोड़ों व लाखों रूपया महिना कमाने का गुर सिखाते हैं। जब भी कोई सीधा साधा व्यक्ति इनके यहां साक्षात्कार के लिए आता है तो उसे इस बात की ट्रेनिंग दी जाती है कि आप लोग नेटवर्क मार्केटिंग जैसा लेग (चेन) बनाइये और इसी के आधार पर आप लोगों को लग्जरी गाड़ियां, कार, मोटर साइकिल सहित लाखों व करोड़ों रूपये कमाने का जरिया बनेगा। जो लोग इनके बहकावे में आ जाते है वे कुछ दिनों तक जी जान से पूरी मेहनत कर कमा भी लेते है किन्तु जो नहीं कमा पाते वे खुद को ठगा सा महसूस करते है। वह दिन दूर नहीं कि पत्रकारिता जैसे पेशे को नेटवर्क मार्केटिंग के धंधे में झोंककर इसकी साख को तार-तार करने वाले तथाकथित सम्पादक प्रभाकर द्विवेदी पर कैसे अंकुश लगेगा। फिलहाल पत्रकारिता के आड़ में नेटवर्क मार्केटिंग के नाम पर जुड़े लोग अभी तक इस बात का इंतजार कर रहे है लाखों रूपये महीने की कमाई कब तक मिलेगी। तफ्तीश जारी है।

यदि आपके पास भी मीडिया जगत का या कोई अन्य समाचार हो तो हमें clowntimesvaranasi@gmail.com पर मेल करें या फिर फोन नंबर 9839013179 पर बता सकते हैं। हम आपकी पहचान हमेशा गुप्त रखेंगे। - संपादक

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