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समय से ईलाज़ हो तो पूरी तरह से ठीक होगा मुख का कैंसर : डॉ. अतुल कुमार राय, हेड एंड नेक कैंसर क्लिनिक

दिनेश मिश्र

 09/Apr/22

आज समाज मे तम्बाकू एवं गुटखा खुलेआम बिकने से वयस्को के साथ युवाओं में भी इसकी लत लगना आम बात हो गयी है। इससे भी बुरी स्थिति और खतरनाक स्थिति तब समझ में आती है जब हम देखते हैं कि महिलायें एवं स्कूल जाने वाले स्टूडेंट्स भी इस बुरी लत के शिकार हो रहे हैं। तम्बाकू के लगातार सेवन से मुख के कैन्सर होने की संभावना बराबर बनी रहती है। इसी विषय पर क्लाउन टाइम्स रिपोर्टर दिनेश मिश्र वाराणसी के बालाजी नगर, सामनेघाट स्थित हेड एंड कैंसर क्लीनिक के कैंसर सर्जन डॉ. अतुल कुमार राय से एक खास बातचीत की। जिसमें डॉ. अतुल कुमार राय ने बताया कि मुख के कैंसर का कारण युवाओं का जागरूकता के अभाव में लगातार तम्बाकू का सेवन करना है। तंबाकू के लगातार सेवन से मुख के अन्दर मसूढ़े एवं गलफड़ों में कैन्सर के जीन एक्टिव हो जाते हैं,जिससे घाव भरने की क्षमता कम हो जाती है एवं मुंह के अंदर कैंसर पनपने लगता है।

पहचान एवं लक्षण

मुंह के अंदर प्रभावित जगहों पर पहले सफेद रंग का दाग बनता है धीरे-धीरे यह दाग लाल रंग में बदलने लगता है जिसे leukoplakia erythroplakia कहते हैं आगे चलकर इसमें सूजन बढ़ती जाती है और सूजकर फूलगोभी जैसी आकृति बन जाती है। यह कैंसर के शुरुआती लक्षण है। यदि इस समय मरीज इन लक्षणों को ध्यान देकर कैंसर सर्जन से तुरंत संपर्क करे तो कैन्सर सर्जन बॉयोप्सी जांच के द्वारा कैन्सर की स्थिति का आकलन करते हैं एवं माइनर सर्जरी के द्वारा पेशेंट को ठीक कर दिया जाता है। इस समय सबसे बड़ी बात यह है कि काउंसिलिंग कर के मरीज को जागरूक किया जाए कि वह तंबाकू का सेवन एकदम बंद कर दे क्योंकि इस समय अगर मरीज तंबाकू का सेवन करना छोड़ दें तो वह कैंसर जैसी भयावह बीमारी से बच सकता है।

डॉ. अतुल कुमार राय के अनुसार यदि कैंसर का मरीज शुरुआती लक्षणों को पहचान ले और समय से कैंसर सर्जन की सलाह ले तो कैंसर को जड़ से समाप्त किया जा सकता है जरूरत है के लक्षणों को देखते ही इसे अनदेखा न करें और तुरंत डॉक्टर की सलाह से सर्जरी करवाये। डॉ अतुल के अनुसार स्कूलों में जागरूकता अभियान के तहत बच्चों को तंबाकू सेवन के खतरों के प्रति जागरूक करवाना चाहिए जिससे उन्हें इसके सेवन से होने वाली बीमारियों एवं खतरों के बारे में जानकारी मिले और वे तंबाकू के सेवन से बचे रहें। सरकार से भी उनकी अपेक्षा है कि तंबाकू की बिक्री पर प्रतिबंध लगना चाहिए, क्योंकि मुख का कैंसर एक बहुत ही खतरनाक रोग है। डॉ अतुल कुमार राय ने आगे बताया कि मुख कैन्सर की सर्जरी में 6 से 7 घंटे लगते हैं उसके बाद पेशेंट को अगले 7 दिन तक हॉस्पिटल में रहना होता है 15 दिन में मरीज़ मुंह से खाना खाने लगता है और लगभग 6 हफ्ते का रेडिएशन पूरा करके वह अपने घर जा सकता है एवं 2 महीने में वापस अपने काम पर लौट सकता है।


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