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पर्यावरण में बदलाव से बढ़ रही हैं स्किन की बीमारियां : डॉ. अजय गोयल



 07/Jun/17

वाराणसी के शुभम् हॉस्पिटल में अब शुरू हुआ सुंदर काया के लिए इलाज

सुंदर काया और खूबसूरत चेहरे की ललक सबके दिल में होती है। इस ललक को पाने के लिए इंसान तरह-तरह के जतन करने में जुटा रहता है। इंसान की इसी चाहत को चारचांद लगाने के लिए देश और दुनिया में चिकित्सा के क्षेत्र में निरंतर नये-नये शोध चल रहे हैं। जहाँ तक कामयाबी मिली है, उसी को अब इंसानों पर प्रयोग किया जा रहा है।

वाराणसी में भी शुभम् हॉस्पिटल इस दिशा में एक ठोस पहल शुरू कर डेर्मोटोलॉजी  सर्विस सेंटर के माध्यम से स्किन रोगों से संबधित सभी तरह की समस्याओं जिनमें झड़ते बालों और उनके ट्रांसप्लांटेशन के लिए कास्मेटोलॉजी सर्विस का शुभारंभ किया है। इसके लिए डॉ. अजय गोयल, एमडी (डीवीएल) डेर्मालॉजिस्ट हेयर ट्रांसप्लांट स्पेशलिस्ट के कुशल नेतृत्व में हो रहा है।

क्लाउन टाइम्स के साथ एक अनौपचारिक बात-चीत में शुभम् हॉस्पिटल स्किन के डॉ. अजय गोयल ने बताया कि हम वैज्ञानिक तरीके से स्किन और हेयर के सम्बन्धित बिटामिन्स और ट्रीटमेंट के जरिए समस्याओं का निदान करते है। समय के साथ बदलते खान-पान, रहन-सहन पर्यावरण के संतुलन में बदलाव के कारण स्कीन से सम्बन्धित रोगों में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रहा है और बालों के झड़ने की समस्या भी बढ़ती जा रही है।

पिंपल-मुहासे से इलाज के बाद मिल सकती है निजात

इसी के साथ पिंपल, मुहासे, घमौरियां या खुजली होना भी स्किन रोग हैं, जो मौसम के साथ आते रहते हैं, जिसका समय पर इलाज कराना आवश्यक है, अन्यथा यह घातक हो सकता है। पिंपल वायरल इनफेक्शन, डायबीटिज के मरीजों और बढ़ती उम्र में होता है। ऐसे ही कुष्ठ रोग में पहले दाग बनते है जिससे स्किन की सेंस्टिविटी कम हो जाती है। यह रोग शरीर के आर्गन, नब्ज और स्किन तीनों पर असर डालता है। इसके लक्षण में हाथ-पैर की ताकत में कमी आ जाती है और नाक से खून आने लगता है। यह रोग इनफेक्शन के तहत तेजी से फैलता है। स्किन बायोस्कोपी से पता चलता है और छह माह से 12 माह में समुचित इलाज से ठीक हो सकता है। ऐसे ही फोटोथेरेपी जो अल्ट्रावॉयलेट लाईट होती है। यह एक लाईट थेरेपी यूवी-1 यूवी-बी इसमें स्किन के दो रोग सोरायसिस और कुष्ठ रोग कम दायरे में है, जिसे दवा से कंट्रोल किया जाता है। अगर यह शरीर में 30 फीसदी से ज्यादा है तो हम फोटोथेरेपी के जरिए कंट्रोल करते है।

गंजे सिर पर दिख सकते हैं बाल

बालों के ट्रांसप्लांट के लिए एक तो स्किन ट्रांसप्लांट के जरिए बालों को सर में स्थापित करते हैं और दूसरे स्किन की जगह एक-एक बाल ट्रांसप्लांट करते हैं ऐसा करने से बाल छोटे-छोटे भी रखे जा सकते हैं।

जेनेटिक व एंटी मैकेनिज्म कारणों से होता है सफ़ेद दाग

डॉ. अजय ने बताया कि स्किन रोगों में सफेद दाग के बारे में बताया कि यह एक तो जेनेटिक या एंटी मैकेनिज्म के कारण होता है जिससे शरीर के अंदर रंग प्रदान करने वाले सेल में कमी आ जाती है। यह स्किन कलर छह तरह के होते हैं। यह भ्रांति कि दूध के साथ नमक या मीट के साथ दूध-दही के सेवन से सफेद दाग होते है यह सही नहीं है। यह दाग एंटी ऑक्सिडेंट के सेवन से समाप्त हो जाता है।

डिलेवरी के बाद पेट में पड़ी झुर्रियों का है इलाज

प्लेटलेट रिच प्लाज्मा में पेशेंट के खून को निकाल कर प्रोसेस के थ्रू प्लेटलेट निकालते हैं, जिसमें ग्रोथ फैक्टर होते है। पीडीजीएफ, ईजीएफ और एफजीएफ इसमें एमएमएम इंजेक्ट कर के प्रयोग करते है। इसे महिलाओं के डिलेवरी के बाद पेट में पड़े झुर्रियों के लिए और अल्सर के लिए इस थेरेपी का प्रयोग कर ठीक किया जाता है।

एचआईवी रोगी अब जी सकते हैं लंबी जिंदगी

गुप्त रोगों में एचआईवी से ग्रसित रोगी के अलावा सभी रोगों का इलाज संभव है। एचआईवी के मरीज अब ट्रीटमेंट के जरिए लम्बे जीवन को जी सकते है। अगर आप अपने स्किन से संबंधित या बालों से संबंधित किसी भी समस्या से ग्रसित है तो शुभम् हॉस्पिटल में आप को समुचित इलाज मिलेगा।

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