हड़ताल के चलते नहीं हो सकी सुनवाई, अगली तिथि 23 मई
लगभग 31 साल पूर्व हुए चर्चित अवधेश राय हत्याकांड मुकदमे में सुनवाई के लिए बुधवार को पूर्व विधायक अजय राय कड़ी सुरक्षा में अदालत पहुंचे। विशेष न्यायाधीश (एमपी-एमएलए) सियाराम चौरसिया की अदालत में विचाराधीन इस मुकदमे में अधिवक्ताओं के न्यायिक कार्य से विरत रहने के चलते सुनवाई नहीं हो सकी। जिसके बाद अदालत ने इस मुकदमे में सुनवाई के लिए अगली तिथि 23 मई नियत कर दी है।
बता दें कि तीन अगस्त 1991 को लहुराबीर क्षेत्र में स्थित आवास के गेट पर ही अवधेश राय के ऊपर ताबड़तोड़ फायरिंग कर उनकी हत्या कर दी गई थी। अजय राय ने मुख्तार अंसारी,पूर्व विधायक अब्दुल कलाम, भीम सिंह, कमलेश सिंह व राकेश न्यायिक समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। इसी मुकदमे में बुधवार को अदालत ने पूर्व विधायक को जरिये सम्मन अदालत में उपस्थित होने का आदेश दिया था। साथ ही चेतगंज पुलिस को कड़ी सुरक्षा में उन्हें कोर्ट लाने व ले जाने का आदेश दिया था। जिस पर अजय राय अपने अधिवक्ता अनुज यादव व अधिवक्ता विकास सिंह के साथ कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में अदालत में हुए, जहां उनसे जिरह की कारवाई होनी थी, लेकिन बुधवार को बनारस बार एसोसिएशन द्वारा पारित प्रस्ताव पर अधिवक्ताओं के न्यायिक कार्य से विरत रहने के चलते मुकदमे में सुनवाई नहीं हो सकी। जिसके बाद अदालत ने इस मुकदमे में सुनवाई के लिए 23 मई की तिथि नियत कर दी। अदालत में तारीख पड़ने के बाद चेतगंज पुलिस पूर्व विधायक को कड़ी सुरक्षा में लेकर वापस लौट गई।