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नई दिल्ली के 37 वें इंडिया कारपेट एक्सपो में 2 सौ करोड़ रुपये का हुआ कारोबार



 14/Mar/19

 

कालीन निर्यात संवर्धन परिषद  ने सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने और बुनाई कौशल का प्रदर्शन करने के उद्देश्य से नई दिल्ली के एनएसआईसी प्रदर्शनी मैदान, ओखला में 10 से 13 मार्च 2019 तक भारत कालीन प्रदर्शनी का 37 वां संस्करण आयोजित किया। जिसमें 60 देशों के लगभग 279 ग्राहकों ने खरीदारी व पूछताछ की। विदेशी कालीन खरीदारों के बीच भारतीय हाथ से बुने हुए कालीन को प्रमोट करने के लिए व भारतीय कारीगरों की कलाकारी को प्रमोट करने के उद्देश्य के लिए इसका आयोजन किया गया। श्री राघवेन्द्र सिंह आईएएस, सचिव , कपड़ एवं वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 10 मार्च 2019 को भारत कालीन एक्सपो का उद्घाटन किया गया। जिसमें श्री शांतमनु, आईएएस, विकास आयुक्त, हस्तशिल्प, श्री महावीर प्रताप शर्मा, अध्यक्ष, सीईपीसी, श्री सिद्ध नाथ सिंह, प्रथम उपाध्यक्ष, श्री उमर हमीद, द्वितीय उपाध्यक्ष, प्रशासन समिति के सदस्य और सभी प्रतिभागी उदघाटन के समय मजूद रहे साथ ही श्री वीरेंद्र सिंह, माननीय सदस्य संसद, भदोही, श्री एन, रमेश, निदेशक, वाणिज्य विभाग जैसे गणमान्य लोगों ने एक्सपो में अपनी उपस्थिति दर्ज करायी ।

अध्यक्ष श्री महावीर प्रताप शर्मा ने कहा  लगभग 1360 से अधिक लोगों ने पूछताछ की और लगभग 4 दिन  में एक्सपो से 150-200 करोड़ का कारोबार हुआ। जिसे आने वाले महीनों में अंजाम दिया जाएगा। इस एक्सपो से उद्योग के लिए नए बाजार के अवसर खुलेंगे और विदेशों में अपने उत्पादों को बढ़ावा देने में छोटे और मध्यम भारतीय कालीन निर्यातकों को मदद मिलेगी। आखिरकार, व्यापक स्तर पर चल रही प्रक्रिया, विदेशी बाजारों में मेक इन इंडिया ब्राँड को पेश करने में सहायक होगी।

उन्होंने आगे कहा कि भारतीय कालीन एक्सपो अंतर्राष्ट्रीय कालीन खरीदारों के लिए एक आदर्श मंच हैं जहाँ कारपेट बायर, बार्इंग हाउस, बार्इंग एजेंट को भारतीय कारपेट इंडस्ट्री व कारीगरों से सीधी मुलाकात की जा सकती है। इस  मेले में  मुख्य रूप से ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, ब्राजील, कनाडा, चीन, चिली, मिस्र, फ्रांस, जर्मनी, हांगकांग, ईरान, इटली, जापान, जॉर्डन, किनिया, कुवैत, लेबनान, लीबिया, मैक्सिको, नेपाल, नीदरलैंड से 50 देशों के कालीन आयातकों ने इस एक्सपो में रूस, सिंगापुर, स्पेन, दक्षिण  अफ्रीका, स्वीडन, तुर्की, उक्रेन, यूके, यूएई, यूएस, आदि ने भी भाग लिया। नए देशों जैसे अजरबैजान, इजरायल, कजाकिस्तान, लिथुआनिया, मलेशिया, मॉरीशस, मोरक्को, फिलीपींस, कतर, रोमानिया, तुर्कमेनिस्तान के खरीदार भी मेगा एक्सपो में शामिल हुए ।

कारपेट एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ने देश भर के यू.पी, राजस्थान, हरियाणा, जम्मू और कश्मीर, पंजाब, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश आदि से २२६ प्रतिष्ठित छोटे एव मध्यम और बड़े निर्माता निर्यातकों के उत्पादों का प्रदर्शन किया।

यह परिषद का प्रयास है कि दोनों कालीन आयातकों के साथ-साथ निर्माता-निर्यातकों को भी विशेष कारोबारी माहौल मुहैया कराया जाए। जिससे अंतत: इस अत्यधिक श्रम प्रधान ग्रामीण आधारित कुटीर उद्योग में कार्यरत लगभग 2 मिलियन बुनकरों और कारीगरों को लाभ होगा। सीईपीसी के कार्यकारी निदेशक, श्री संजय कुमार ने अपनी प्रसन्नता व्यक्त की और उल्लेख किया कि आईसीई प्रतिभागियों के लिए नए व्यापारिक रास्ते खोलता है और आने वाले वर्षों में भारत हस्तनिर्मित फर्श कवरिंग के अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 50 प्रतिशत हिस्सेदारी पर कब्जा करेगा।

श्री शर्मा ने भारत सरकार, सचिव, कपड़ा, सचिव वाणिज्य, विकास आयुक्त हस्तशिल्प, विदेश मंत्रालय, दूतावासों     विदेशी उच्चायुक्त और केंद्र और राज्य सरकारों के अन्य सभी वरिष्ठ अधिकारियों को इस एक्सपो के लिए उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया।

अध्यक्ष, सीईपीसी ने स्थानीय बोर्ड के निदेशकों और अधिकारियों व परियोजना प्रबंधक और संबंधित हितधारकों को समय-समय पर समीक्षा करने की सलाह दी।


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