MENU

प्लास्टिक बैग पर मूथुट फाइनांस एवं नगर निगम का संयुक्त जनजागरण अभियान



 04/Apr/19

देश में बढ़ते प्लास्टिक कचरे सेए और इससे हो रहे पर्यावरण व जीवन को नुकसान से सभी परिचित है । आज हमारे जीवनशैली में प्लास्टिक एक वायरस की तरह पैठ बना चुकी है । आज हमारे जीवन में खाने के पात्र से लेकर पैकेजिंग के हर छोटे.बड़े काम में प्लास्टिक की उयोगिता अपरिहार्य सी हो चुकी है। पहले तो सरकारों ने बिना इसके दुष्परिणाम को समझे इसे भारत में खूब प्रमोट किया और अभी भी यह कमोबेश जारी है। सरकारों की उदासीनता को देखते हुए भारत की सर्वोच्य न्यायालय ने प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया। प्रतिबंध पर अमल करने की जिम्मेदारी राज्य सरकारों को सूनिश्चित करने का आदेश भी दिया पर कुछ दिनों के दिखावे के अभियान के बाद अन्य अभियानों की तरह पूर्ण प्लास्टिक थैलियों पर प्रतिबंध लगाने में स्थानीय प्रशासन फेल रही तो जन.जागरूकता फैलाने का दम भर समाचारपत्रों में अपनी तस्वीर छपवाने वाली व्यापारिक संस्थाएं व स्वयंसेवी संस्थाएं भी तस्वीर छपवाने के बाद अपने जागरूकता अभियान का इतिश्री समझ लिए । नतीजतन प्लास्टिक का उपयोग हर स्तर पर धड़ल्ले से बदस्तूर जारी है । इस गंभीर विषय पर वाराणसी में एक बार पुनरू जागरूकता कार्यक्रम ले कर भारत की एक फाइनांस कंपनी मूथुप फाइनांस ने नगर निगम वाराणसी के सहयोग से दिनांक 3 अप्रैल 2019 को प्रारंभ किया गया है ।

शहर की प्रथम महिला महापौर श्रीमती मृदुला जायसवालए नगर निगम के अपर नगर आयुक्त अजय सिंह के द्वारा कार्यक्रम का प्रारंभ प्रचार अभियान गाड़ी को झंडी दिखा कर रवाना कर किया । इस अवसर पर मूथुप फाइनांस वाराणसी क्षेत्रीय कार्यालय से क्षेत्रीय प्रबंधक वीण् केण् त्रिपाठी एवं अन्य कर्मचारी उस्थित थे । प्रबंध मार्केटिंग मैनेजर संजय सेठ ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए कहा कि उनकी कंपनी इस तरह के जागरूकता के कार्यक्रम करती रहती है । अब देखना है कि मूथुप फाइनांस का यह अभियान अपने प्रचार करने तक ही सिमित रहता है या वास्तव में जनजागरूकता करने में सफलता मिलती है क्योंकि कंपनी के डिस्पोजल बैग पर मूथुप फाइनांस की विभिन्न योजनाओं का प्रचार सामंग्री छपी हुई है जिसमें स्वच्छ भारत या नगर निगम का नाम नहीं छपा है ।

देश में बढ़ते प्लास्टिक कचरे सेए और इससे हो रहे पर्यावरण व जीवन को नुकसान से सभी परिचित है । आज हमारे जीवनशैली में प्लास्टिक एक वायरस की तरह पैठ बना चुकी है । आज हमारे जीवन में खाने के पात्र से लेकर पैकेजिंग के हर छोटे.बड़े काम में प्लास्टिक की उयोगिता अपरिहार्य सी हो चुकी है। पहले तो सरकारों ने बिना इसके दुष्परिणाम को समझे इसे भारत में खूब प्रमोट किया और अभी भी यह कमोबेश जारी है। सरकारों की उदासीनता को देखते हुए भारत की सर्वोच्य न्यायालय ने प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया। प्रतिबंध पर अमल करने की जिम्मेदारी राज्य सरकारों को सूनिश्चित करने का आदेश भी दिया पर कुछ दिनों के दिखावे के अभियान के बाद अन्य अभियानों की तरह पूर्ण प्लास्टिक थैलियों पर प्रतिबंध लगाने में स्थानीय प्रशासन फेल रही तो जन.जागरूकता फैलाने का दम भर समाचारपत्रों में अपनी तस्वीर छपवाने वाली व्यापारिक संस्थाएं व स्वयंसेवी संस्थाएं भी तस्वीर छपवाने के बाद अपने जागरूकता अभियान का इतिश्री समझ लिए । नतीजतन प्लास्टिक का उपयोग हर स्तर पर धड़ल्ले से बदस्तूर जारी है । इस गंभीर विषय पर वाराणसी में एक बार पुनरू जागरूकता कार्यक्रम ले कर भारत की एक फाइनांस कंपनी मूथुप फाइनांस ने नगर निगम वाराणसी के सहयोग से दिनांक 3 अप्रैल 2019 को प्रारंभ किया गया है ।

 

शहर की प्रथम महिला महापौर श्रीमती मृदुला जायसवालए नगर निगम के अपर नगर आयुक्त अजय सिंह के द्वारा कार्यक्रम का प्रारंभ प्रचार अभियान गाड़ी को झंडी दिखा कर रवाना कर किया । इस अवसर पर मूथुप फाइनांस वाराणसी क्षेत्रीय कार्यालय से क्षेत्रीय प्रबंधक वीण् केण् त्रिपाठी एवं अन्य कर्मचारी उस्थित थे । प्रबंध मार्केटिंग मैनेजर संजय सेठ ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए कहा कि उनकी कंपनी इस तरह के जागरूकता के कार्यक्रम करती रहती है । अब देखना है कि मूथुप फाइनांस का यह अभियान अपने प्रचार करने तक ही सिमित रहता है या वास्तव में जनजागरूकता करने में सफलता मिलती है क्योंकि कंपनी के डिस्पोजल बैग पर मूथुप फाइनांस की विभिन्न योजनाओं का प्रचार सामंग्री छपी हुई है जिसमें स्वच्छ भारत या नगर निगम का नाम नहीं छपा है ।


इस खबर को शेयर करें

Leave a Comment

1666


सबरंग