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मामा-भांजे हत्याकांड में कोर्ट ने पुनः जिरह के लिए गवाह को किया तलब



 22/Jul/22

कैंट थाना क्षेत्र के मामा भांजे दोहरे हत्याकांड में आया नया मोड़ अदालत ने वादी गवाह को फिर से गवाही करने के लिए तलब किया है। वादी पीडब्लू-1 राजेश यादव ने अप्लिकेशन दिया था कि साक्षी पूर्व में न्यायालय के आदेशानुसार पुलिस की सुरक्षा में बराबर आता रहा, परंतु आदेश के बावजूद पुलिस द्वारा बाद में सुरक्षा नहीं प्रदान किया गया, इधर अभियुक्तगण साक्षी के ऊपर नाजायज दबाव व जान से मार देने की धमकी दिया जाना लगा, जिससे साक्षी भयाक्रान्त व सहमा हुआ है, इसी वजह से गवाही नहीं हो सकी। अदालत में वादी का पक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता आके सिंह ने रखा।

अधिवक्ता आरके सिंह के मुताबिक भुसौली पाही थाना चोलापुर निवासी वादी राजेश यादव ने 4 सितम्बर 2019 कि रात करीब 11:30 बजे अकथा थाना सारनाथ निवासी अपने भाई रवि यादव व भांजे आकाश यादव जिसके देखरेख में पीडब्ल्यूडी में रोलर चलता है। उनके साथ वादी यूपी मोटर्स पेट्रोल पंप पर धर्मेंद्र पटेल निवासी लोहता से मिलने के लिए आया तो मालूम हुआ कि व छुट्टी पर है। जैसे ही हम तीनो लोग पेट्रोल पंप से चलना चाहे की पैशन प्रो मोटरसाइकिल यूपी 65 बीआर 0424 से जदीद बाजार वरुणा पुल थाना कैंट निवासी अनिल यादव ,सफेद रंग की एक्टिवा यूपी 65 बीएक्स 6796 पर राजू पाल व काले रंग की पैशन प्रो मोटरसाइकिल नंबर यूपी 65 बीयू 9024 पर धर्मेंद्र यादव निवासी जौनपुर जो अनिल यादव का भांजा है व राजेश यादव असलहे से लैस होकर पेट्रोल पंप पर आए और आते ही चारों ने मेरे भाई रवि यादव व भांजे आकाश यादव को घेर लिया। अनिल यादव ने ललकारा कि सालो को मार दो गोली बचने ना पाए। इतना कहते ही मेरे भाई रवि यादव और भांजा आकाश यादव पर तड़ातड गोलियां चलाना शुरू कर दिया। सबसे पहले अनिल यादव ने जान से मारने की नियत से रवि यादव को गोली मारी। गोलियों को लगने से मेरे भाई रवि यादव और भांजा आकाश यादव पेट्रोल पंप पर ही लहूलुहान होकर गिर गए। पेट्रोल पंप पर काम करने वाले कर्मचारी - स्टाफ शटर गिरा कर भागना और छिपना शुरू कर दिए मैंने बचाओ बचाओ की आवाज लगायी और चिल्लाया परंतु कोई डर के मारे आगे नहीं आया। सड़क पर आने जाने वाले लोग जहां तहां रुक गए और गाड़ियां घुमा कर भागना शुरू कर दिए। माहौल देखकर मैं भी जान बचाने को सहम गया। फिर मैं पप्पू यादव निवासी वरुणा पुल की मदद से अपने भाई रवि यादव व भांजे आकाश यादव को लहूलुहान हालत में उठाकर दवा इलाज के लिए मलहिया स्थित सिंह मेडिकल सेंटर ले आया जहां पर मेरे भाई रवि यादव की मृत्यु हो गई व इलाज़ के दौरान तीन दिन बाद भांजा आकाश यादव की भी मृत्यु हो गयी।


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