MENU

मोदी जी के संसदीय क्षेत्र में बेटी भगाओ अभियान से हैरान जिला पंचायत अध्यक्ष अपराजिता सोनकर



 28/Jun/17

जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनावी इतिहास में पहली बार ई. अपराजिता सोनकर ने जीत हासिल कर यह साबित कर दिया कि कोई नया चेहरा भी राजनीति के धुरंधरों के बीच आ सकता है और उनके जैसे और भी लोग आने की सोच सकते हैं। इस परिवर्तन से राजनीति में नये बदलाव की उम्मीद की जा सकती है। राजनीति में ऐसे बदलाव से सबसे ज्यादा परेशानी उन्हें होती है जिनकी पूरी प्रतिष्ठा और भी बहुत कुछ कुर्सी के इर्द-गिर्द टिकी रहती है। ऐसे लोगों के लिए कुर्सी पर बैठा कोई साफ-सुथरा चेहरा चाहे वो पीएम मोदी की पसंद बेटियां ही क्यों न हो, उसे कुर्सी से उखाड़ फेकना इनकी राजनीति का हिस्सा होता है। अपराजिता सोनकर ने अपने शपथ ग्रहण समारोह के उद्बोधन में कहा था कि उनके कार्यकाल में विकास होगा और दिखेगा, जैसा उन्होंने कहा था वैसा किया भी किन्तु एक वर्ष कुछ माह बितते ही उनके खिलाफ राजनीति के धुरंधरों ने असंतुष्ट सदस्यों को आगे करके दो बार विरोध करने की कोशिश किया किन्तु कामयाब नहीं हुए।

किन्तु जब सूबे में सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी तभी से सपा के टिकट पर पहली बार जिला पंचायत अध्यक्ष बनी ई. अपराजिता सोनकर के खिलाफत करने के लिए स्वयं भाजपा से सैयदराजा के विधायक सुशील सिंह ने मोर्चा संभाला और उनका साथ दे रहे पिण्ड्रा के विधायक डॉ. अवधेश सिंह तथा भाजपा के जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा सहित संगठन के पदाधिकारी।

सूत्रों के माने तो डीएम साहब को वर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष के विरुद्ध उनके खिलाफ अनियमितताओं को कारण बताते हुए लगभग 32 पंचायत सदस्यों के हस्ताक्षर के साथ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए पत्र सौंपा।

बदलते घटनाक्रम के बाद अचानक जिला पंचायत सदस्य मीडिया के सुर्खियों में आने लगे।

महिला के खिलाफत भाजपा क्यों कर रही है : अपराजिता सोनकर

पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष के कार्यकाल पर नजर डाले तो अपराजिता सोनकर के अध्यक्ष निर्वाचित होने से पूर्व यह पद डॉ. सुजीत सिंह  के पास था। इस अविश्वास प्रस्ताव के बारे में अध्यक्ष अपराजिता सोनकर ने बताया कि मुझे आश्चर्य हो रहा है कि एक ऐसी महिला के खिलाफत भाजपा क्यों कर रही है? जहां उन्हीं के प्रधानमंत्री माननीय मोदी जी का नारा चल रहा है ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ', उन्होंने कहा कि मैं सभी सम्मानित राजनेताओं से यही अपील करना चाहती हूं कि सिर्फ इसलिए नहीं मेरे खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए कि, मैं उनकी पार्टी की न होकर समाजवादी पार्टी से हूं और एक महिला हूं। रही बात आरोपों कि तो मैंने ऐसा कोई काम नहीं किया है, जो भी किया है विधि के अनुसार ही किया है। रही अपने घर के लोगों और रिश्तेदारों को ठेकेदारी में पंजीयन का, ये तो जिला पंचायत के नियमावली में है कि अध्यक्ष के घर या रिश्तेदारों का पंजीयन नहीं होता। बावजूद इसके यदि कोई इसका दावा करता है तो लिस्ट सार्वजनिक करें। सच्चाई है कि जब से मैंने अध्यक्ष पद को सम्भाला है तब से पंचायत क्षेत्रों में काम दिखने लगा है।

इसके पूर्व करोड़ों के भुगतान के बाद भी कार्य केवल फाइलों में मिल रहे हैं। जबसे मैंने कार्यभार ग्रहण किया तो पाया जमीनी हकीकत में कोई कार्य नहीं हुआ। अपने कार्यकाल की चर्चा करते हुए कहा कि अब तक लगभग 218 कार्यों का शुभारंभ कराया है, जिसको मैंने स्वयं संबंधित क्षेत्रों में भ्रमण कर  देखा और परखा है। इस वर्ष लगभग 90 गढ्ढा मुक्त सड़क के लिए कार्य प्रारंभ करवाया है।

विधायक सुशील सिंह ही ज्यादा अच्छी तरीके से जानते हैं कि ठेकेदार हैं कैसे

मैंने ऐसे ठेकेदारों को कार्य का आवंटन रोक दिया जिनका कार्य मुझे हकीकत में नहीं दिखा।  इस वर्ष ई-टेण्डर को बढ़ावा देने के क्रम में  सारे कार्य ई-टेण्डर से ही आवंटित हुए हैं। खैर पंचायत की बागडोर लंबे समय तक सम्भालने वाले माननीय विधायक सुशील सिंह जी ही ज्यादा अच्छी तरीके से जानते हैं कि ठेकेदार कैसे हैं।मेरे कार्यकाल में किसी कार्य को आवंटित कार्य करने के बाद उसकी गुणवत्ता की लगातार मानीटरिंग की जाती है, जिससे कार्य पूरा होने का समय और लागत कम हो। अब तक मेरे कार्यकाल में लगभग 18 करोड़ के कार्य हुए हैं या प्रगति पर है।

अपराजिता जी ने कहा कि मैं एक साधारण परिवार से आई हूं और इंजीनियर हूं, मैं बेहतर समझती हूं कि विकास कैसे और किन समूह से कराया जाए। यहां तो विधायकद्वय को बेटी के ईमानदारी से बढ़ते कदम को देख कर खुश होना चाहिए उसके अच्छे कार्यों का समर्थन करना चाहिए, प्रधानमंत्री का यही नारा भी तो है? फिर किस लाचारी में पड़कर मोदी जी के सपने ‘बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ’ का गला उन्हीं के संसदीय क्षेत्र में उनके विधायकों के द्वारा क्यों घोटा जा रहा है समझ के परे हैं।

जहां तक मेरी बात है, मैं इससे ज्यादा फिक्रमंद नहीं हूं, क्योंकि जिस सत्य के रास्ते पर चलने का फैसला मैंने लिया है, मुझे पता है वह काटों से भरा है। मैंने फैसला कर लिया है अब कदम पीछे नहीं हटेंगे। क्योंकि जिस दिन मानव सेवा करने के उद्देश्य से मैने राजनीति को चुना, उसी दिन अपने मान-अपमान, स्वाभिमान, स्वार्थ को त्याग कर इससे परे हो चुकी हूं।

और जीवन का शास्वत सत्य कि सत्य परेशान हो सकता है पर हार नहीं सकता पथ पर सफर प्रारंभ कर दिया है जो बढ़ते ही रहेंगे।

फिर भी बता दूं कि मैं बहुमत में हूं और मुझे जब भी कहा जाएगा बहुमत सिद्ध कर दूंगी।

यदि आपके पास भी मीडिया जगत का या कोई अन्य समाचार हो तो हमें clowntimesvaranasi@gmail.com पर मेल करें या फिर फोन नंबर 9839013179 पर बता सकते हैं। हम आपकी पहचान हमेशा गुप्त रखेंगे। - संपादक

https://www.facebook.com/Clown Times

http://www.youtube.com/clowntimesvns1

Teitter.com/@clowntimes1

Whats App 9839013179


इस खबर को शेयर करें

Leave a Comment

2847


सबरंग