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नर्सिंग आजीवन सेवा व्रत के रूप में : डॉ अशोक सिंह



 12/May/23

वाराणसी। बड़ालालपुर स्थित जीवनदीप स्कूल ऑफ नर्सिंग में शुक्रवार को नर्सिंग - डे के अवसर पर जी.एन.एम व पी.एन.एम के विद्यार्थियों को सेवा धर्म के पालन की शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम का शुभारंभ स्वागतम - स्वागतम गीत व दीप प्रज्वलन से हुआ। इस अवसर पर संस्था के प्रबंधक डॉ० अशोक कुमार सिंह ने कहा कि नर्सिंग एक ऐसा क्षेत्र है जो इंसानियत की सेवा से जुड़ा है, पीड़ित मानवता की सेवा ईश्वर की सेवा है और साथ ही यह भी कहा कि नर्सिंग महज एक कैरियर के रूप में नहीं बल्कि आजीवन सेवा व्रत के रूप में देखा जाना जरूरी है स्वास्थ महकमा का रीढ़ दरअसल नर्सेज ही है। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि अपर स्वास्थ्य निदेशक (स्वास्थ चिकित्सा परिवार कल्याण वाराणसी मंडल) डॉ० मंजुला सिंह ने जी.एन.एम व पी.एन.एम के विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि विपरीत परिस्थितियों में भी संयम, धैर्य और साहस के साथ ये नर्सेज ही है जो रोगियों में प्राण शक्ति को बढ़ाने में मदद करती है।

कोरोना काल का जिक्र करते हुए कहा कि देश में फ्रंटलाइन वॉरियर के तौर पर जिजीविषा के साथ डॉक्टर और नर्सेज ने काम किया वह काबिले तारीफ है, आगे चलकर इस अवसर पर पूर्व अपर स्वास्थ निदेशक (स्वास्थ्य शिक्षा व परिवार कल्याण वाराणसी मंडल) डॉ० अंशु सिंह ने कहा कि नर्सिंग का मकसद अपने बेहतर कामों से मरीजों को नई जिंदगी देना है आप लोग अपने स्वास्थ के क्षेत्र में पूरी ईमानदारी व लगन से कार्य करे, यह भी कहा कि सदैव मानवता की सेवा और मरीजों की देखभाल करने का संदेश भी दिया।

जीवनदीप स्कूल ऑफ नर्सिंग के प्राचार्य सिबिन के. डी. ने कहा कि नर्सिंग जैसा पवित्र प्रोफेशन दूसरा कोई नहीं है लोगों के दुखों पर मरहम लगाने का सौभाग्य नर्सिंग से जुड़े भाग्यशाली लोगों को ही मिलता है। उपप्राचार्य निखिल सिंह यादव ने कहा कि नर्सिंग का मूल है सेवा भाव के साथ ही समाज में उनके योगदान को हमेशा सराहा जाता हैं और साथ ही साथ कैंपस में बेहतर अंक अर्जित करने वाले छात्र-छात्राओं को सर्टिफिकेट दिया गया इस मौके पर अलकेश प्रताप सिंह डायरेक्टर, प्राचार्य डॉक्टर ओ.पी. सिंह पैरामेडिकल, प्राचार्य जीवनदीप महाविद्यालय डॉ० इंद्रेश सिंह साथ ही नर्सिंग के सभी शिक्षक, कर्मचारी व विद्यार्थी उपस्थित रहे।


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