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वाराणसी के हस्तशिल्पियों के लिये नवनिर्मित व्यापार सुविधा केन्द्र एवं हस्तकला संग्रहालय वरदान



 27/Aug/17

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ालालपुर में वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार द्वारा 305 करोड़ की लागत से 43445 स्कवायर मीटर में निर्माणाधीन प्रायोजित व्यापार सुविधा केन्द्र एवं हस्तकला संग्रहालय के निरीक्षण के दौरान विभागीय अधिकारियों को काशी के मुख्य उत्पाद सिल्क के वस्तुओं को बढ़ावा दिये जाने पर जोर देते हुए कहा कि तभी प्रधानमंत्री के संकल्प की सिद्धी हो सकेगा। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा प्रधानमंत्री ने इस व्यापार सुविधा केन्द्र एवं हस्तकला संग्रहालय के निर्माण की परिकल्पना काशी में इसी उद्देश्य से रखा था कि स्थानीय बुनकर आधुनिक तकनीकि का इस्तेमाल कर अपने सिल्क उत्पादों को आज के परिवेंश में उत्पादित करें। ताकि बुनकरो को उनके उत्पाद का सही मूल्य प्राप्त हो और उनके भी अच्छे दिन आये। निश्चित रूप से यह व्यापार सुविधा केन्द्र एवं हस्तकला संग्रहालय इस दिशा में मिल का पत्थर साबित होगा।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने वाराणसी प्रवास के अंतिम दिन रविवार को बड़ालालपुर में वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार द्वारा नवनिर्मित प्रायोजित व्यापार सुविधा केन्द्र एवं हस्तकला संग्रहालय का निरीक्षण कर रहे थे। उन्होंने वाराणसी के हस्तशिल्पियों के लिये इस केन्द्र को वरदान बताते हुए कहा कि निश्चित रूप से वाराणसी ही नहीं आसपास क्षेत्र के बुनकर अपने उत्पादों का प्रदर्शन कर सकेंगे तथा उन्हें अपने उत्पादों का सही मूल्य मिलेगा और इससे बुनकरों की आर्थिक स्थिति भी निश्चित रूप से सुधरेगी। मुख्यमंत्री ने पूरे परिसर में लगभग 1 घंटे तक चक्रमण कर इस व्यापार सुविधा केन्द्र के अन्तर्गत स्थापित म्यूजियम, क्राफ्ट बाजार एवं प्रवेश प्लाजा के अलावा मुख्य द्वार का निरीक्षण किया। उत्तर प्रदेश के विधि, न्याय, सूचना, खेल एवं युवा कल्याण राज्य मंत्री डा0 नीलकंठ तिवारी ने इस नवनिर्मित व्यापार सुविधा केन्द्र एवं हस्तकला संग्रहालय के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तार से अवगत कराते हुए बताया कि व्यापार सुविधा केन्द्र एवं हस्तकला संग्रहालय का निर्माण कार्य 27 नवम्बर, 2015 से शुरू किया गया है और सितम्बर, 2017 तक पूरा कराया जाना है। निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और फीनिशिंग कार्य भी अन्तिम चरण में है। इस प्रायोजित व्यापार सुविधा केन्द्र एवं हस्तकला संग्रहालय का निर्माण कार्य प्रत्येक दशा में निर्धारित समय सीमा में पूरा करा लिया जायेगा। उन्होंने बताया कि बनारसी सिल्क एवं हथकरघा पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। इसमें लगभग 20000 हथकरघा के माध्यम से 60000 हथकरघा बुनकरों की जीविका वाराणसी में जुड़ी हुई है। वाराणसी के हथकरघा एवं सिल्क उत्पाद को विकसीत करने एवं बढ़ावा देने के लिये भारत सरकार द्वारा व्यापार सुविधा केन्द्र एवं हस्तकला संग्रहालय वाराणसी में उत्कृष्ट केन्द्र के रूप में निर्मित कराया जा रहा है। जो सम-सामयिक रूप से संस्थाओं द्वारा देश में स्थापित बेन्चमार्क एवं व्यवसायिक केन्द्रों के साथ तुलनीय है। उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट द्वारा हथकरघा क्षेत्र को बढ़ावा एवं सम्बल प्रदान करने के उद्देश्य से भारत सरकार द्वारा क्राफ्ट बाजार केन्द्र स्थापित है। जिसका प्रमुख उद्देश्य है कि प्राचीन नगरी वाराणसी के समृद्ध क्राफ्ट संस्कृति में वृद्धि करना, हथकरघा एवं हस्तशिल्प ब्राण्ड के प्रदर्शन हेतु उचित वातावरण एवं प्लेटफार्म उपलब्ध कराना, व्यापार सुविधा केन्द्र में विदेशी क्रयकर्ताओं को व्यापार हेतु विविध एवं वृहद प्लेटफार्म उपलब्ध कराना तथा घरेलू एवं अर्न्तराष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन का विकास किया जाना। उन्होंने बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 22 दिसम्बर, 2016 को अपने वाराणसी दौरे के दौरान इस व्यापार सुविधा केन्द्र के अन्तर्गत स्थापित म्यूजियम, क्राफ्ट बाजार एवं प्रवेश प्लाजा का विधिवत् उद्घाटन किया जा चुका है। व्यापार सुविधा केन्द्र के अन्तर्गत बेसमेन्ट, ग्राउण्ड फ्लोर सहित तीन अतिरिक्त फ्लोर निर्मित किये गये है। दो स्तरीय बेसमेनट में लगभग 400 चार पहिया वाहन खड़ी करने की सुविधा है। भूतल पर कार्यालय के अतिरिक्त 11 मार्ट, कन्वेशन सेन्टर, फूड कोर्ट, 14 दुकानें, पूछताछ केन्द्र, प्रवेश प्लाजा, आकर्षक एवं आधुनिक सुविधायुक्त गैलरी एवं लगभग 2000 लोगो की क्षमता का एम्फी थियेटर भी बनाया गया है। प्रथम तल पर 13 मार्ट, 2 एटीएम, गैलरी, 2 रेस्तरा, 14 दुकानें, लाउन्ज, सिल्क गैलरी, कार्पेट गैलरी तथा इतिहास एवं संगीत गैलरी मुख्य आकर्षण का केन्द्र है। द्वितीय तल पर व्यापार केन्द्र, बैठक कक्ष, व्यापार व सूचना का राष्ट्रीय केन्द्र, 4 दुकाने, 15 डारमेट्री, कार्यालय, पुस्तकालय, रिकार्ड रूम, चलचित्र हाल आदि की भी व्यवस्था सुनिश्चित किया गया है। जबकि तृतीय तल पर 13 कार्यालय एवं व्यापार केन्द्र के अतिरिक्त 15 अतिथिगृह कामन हाल, पैन्ट्री एवं कार्यालय बनाये गये है।


निरीक्षण के दौरान विधायक कैण्ट सौरभ श्रीवास्तव, उत्तरी रवीन्द्र जायसवाल, पिण्डरा अवधेश सिंह, सुरेन्द्र नारायण सिंह के अलावा प्रमुख सचिव सूचना एवं पर्यटन अवनीश कुमार अवस्थी, कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण, आईजी दीपक रतन, जिलाधिकारी योगेश्वर राम मिश्र, एसएसपी आर0के0भारद्वाज, नगर आयुक्त डा0 नितिन बंसल सहित एडिशनल जनरल मैनेजर सोहन लाल आदि विभागीय अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।


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