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नटराज संगीत अकादमी एवं सनबीम शिक्षण समूह की ओर से आयोजित त्रिदिवसीय कथक कार्यशाला एवं 28वां कथक महोत्सव का आयोजन



 04/Nov/23

नटराज संगीत अकादमी एवं सनबीम शिक्षण समूह के संयुक्त तत्वाधान में प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी युवा संगीत एवं नृत्य के विद्यार्थियों के लिए त्रिदिवसीय कत्थक कार्यशाला का आयोजन सनबीम लहरतारा के स्पंदन सभागार में किया जा रहा है। इस वर्ष पंडित बिरजू महाराज जी के शिष्य परंपरा की वरिष्ठतम कलाकार एवं विख्यात गुरु विदुषी शाश्वती सेन बतौर प्रशिक्षक एवं गुरु आ रही है त्रिदिवसीय कार्यशाला में वह बच्चों को लखनऊ घराने के पारंपरिक कथक नृत्य की बारीकियां सिखायेगी एवं भाव पक्ष की महत्ता पर भी प्रकाश डालेंगी। कार्यशाला के अतिरिक्त पंडित बिरजू महाराज परंपरा के अंतर्गत वह विद्यार्थियों को विशेष रूप से संबोधित भी करेंगी। यह आयोजन आगामी 6 नवंबर से 8 नवंबर 2023 तक विविध वर्ग के विद्यार्थियों के लिए आयोजित है सबसे कनिष्ठ वर्ग बिगिनर्स का है जिसमें प्रवेशिका के विद्यार्थियों को सीखने को मिलेगा, उसके बाद इंटरमीडिएट यानी कम से कम 5 साल तक कथक सीखे हुए विद्यार्थियों को सिखाया जाएगा एवं एडवांस ग्रुप स्नातक एवं परास्नातक स्तर के विद्यार्थियों के लिए आयोजित किया गया है।

इस कार्यक्रम की संयोजक श्रीमती संगीता सिन्हा विगत कई वर्षों से लगातार अपने गुरु कथक सम्राट पंडित बिरजू महाराज जी के सानिध्य में यह आयोजन करती आ रही है इस त्रिदिवसीय कार्यशाला के पश्चात, 9 नवंबर 2023 को सनबीम लहरतारा के स्पंदन सभागार में 28वें कत्थक महोत्सव का आयोजन भी किया जाएगा बनारस के संगीत एवं नृत्य परंपरा को दीर्घता प्रदान करने के उद्देश्य से विगत 27 वर्षों से कथक महोत्सव के माध्यम से कथक नृत्य विधा के प्रतिभाशाली कलाकारों को मंच प्रदान किया जाता है। इस बार सनबीम शिक्षण समूह के सहयोग से यह आयोजन किया जा रहा है।

यह जानकारी आज आयोजित प्रेस वार्ता में सनबीम शिक्षक समूह की उपनिदेशिका श्रीमती अमृता बर्मन एवं मानद निदेशक हर्ष मधोक ने दी। अमृता बर्मन ने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए सनबीम हमेशा प्रतिबद्ध है, शैक्षणिक गुणवत्ता के साथ-साथ हम संगीत नृत्य कला के माध्यम से बच्चों में भारतीय संस्कृति का संस्करण करना चाहते हैं और यह बहुत हर्ष का विषय है की विदुषी शाश्वती सेन जैसी कलाकार एवं गुरु हमारे बच्चों को नृत्य एवं तालीम से अवगत कराएंगी। मानद निदेशक हर्ष मधोक ने अपनी बात रखते हुए कहा कि नृत्य और क्रीडा दोनों एक दूसरे के पूरक है दोनों में अनुशासन संयम एवं आत्मविश्वास की जरूरत होती है इस कार्यशाला में बच्चों को यह तीनों गुण सीखने को मिलेंगे और यह उनके लिए अच्छा अवसर है।

संगीता सिन्हा ने इस अवसर पर अपने गुरु पंडित बिरजू महाराज जी को याद करते हुए कहा कि महाराज जी एवं उनकी नृत्य परंपरा अमर है और हम शिष्यों पर अब यह जिम्मेदारी और ज्यादा है कि हम उनकी परंपरा को उनके नृत्य को उनके प्रशिक्षण को हमेशा सजीव रखें। मेरा यह प्रयास है कि मैने जो कुछ मेरे गुरु जी से सीखा है या जो कुछ मेरे गुरु धराने का है वह ज्यादा से ज्यादा युवा एवं बच्चों तक पहुंचाया जा सके और इसीलिए प्रतिवर्ष यह कथक नृत्य की कार्यशाला एवं कत्थक महोत्सव का आयोजन किया जाता है लगभग 60 से भी अधिक विद्यार्थियों ने इस कार्यशाला के लिए नामांकित किया है।

गीता सिन्हा ने आशा जगाई कि और भी विद्यार्थी इसका लाभ उठाएंगे सनबीम शिक्षण समूह के अध्यक्ष डॉ दीपक मधोक ने कहा कि सनबीम का उद्देश्य है सेवा करना। समाज में शिक्षा एवं संस्कृति की रोशनी को और ज्यादा विस्तार देना और इस कड़ी में ऐसे आयोजन हमारे बच्चों के लिए लाभदायक है।

इस वर्ष के कथक महोत्सव में संदीप मलिक, आरव आनंद, श्रीमती मंदिरा पाल, श्रीमती संगीता दस्तिदार, सौरभ पाल एवं शुभम केसरी बतौर कलाकार शिरकत करेंगे। इस कार्यक्रम में नटराज संगीत अकादमी के विद्यार्थी भी विशेष प्रस्तुति बिरजू महाराज जी को समर्पित करेंगे। कार्यक्रम का संचालन एवं सम्पादन कुशल मंच संचालक सौरभ चक्रवर्ती करेंगे। इस अवसर पर डॉ. दीपक मधोक, श्रीमती भारती मधोक, पं पूरन महाराज, किशन कुमार जालान, भगीरथ जालान जैसे गणमान्य भी उपस्थित रहेंगे।


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