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वाराणसी आफ्थालमोलाजिकल सोसायटी का छठा वार्षिक अधिवेशन संपन्न



 03/Sep/17

वासकॉन 2017 का उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रो. जीसी त्रिपाठी, कुलपति बीएचयू ने किया

वाराणसी आफ्थालमोलाजिकल सोसायटी के तत्वाधान में पूर्वांचल क्षेत्र के समस्त नेत्र सर्जनों का छठा वार्षिक अधिवेशन (वासकॉन 2017) केएन उड्डप्पा सभागार, चिकित्सा विज्ञान संस्थान, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में संपन्न हुआ। 2 व 3 अगस्त प्रातः 8.00 बजे से सायं 5.00 बजे तक आयोजित इस अधिवेशन के दूसरे दिन रवीवार को वासकॉन 2017 का उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि प्रो. जीसी त्रिपाठी, कुलपति, काशी हिन्दू विश्वविध्यालय तथा विशिष्ट अतिथि डा. ओपी उपाध्याय, चिकित्सा अधिकक्षक, चिकित्सा विज्ञान संस्थान, काशी हिन्दू विश्वविध्यालय ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। अधिवेशन में विभिन्न जटिल नेत्र रोगों से संबंधित विभिन्न वैज्ञानिक एवं चिकित्सीय पक्षों पर उपस्थित पूर्वांचल के समस्त नेत्र सर्जनों में परिचर्चा हुई। अधिवेशन के दौरान पूर्वांचल में विभिन्न नेत्र शल्य क्रियाओं एवं जटिल नेत्र रोगों के इलाज में प्रयुक्त होने वाले अत्याधुनिक विधियों पर परिचर्चा हुई। इस कार्यक्रम के विभिन्न सत्रों में देश एवं विदेश के जाने माने नेत्र शल्य चिकित्सकों के द्वारा अत्याधुनिक नेत्र शल्य क्रिया तकनीको पर व्याख्यान दिया गया। इससे पूर्वांचल एवं पड़ोसी राज्य के करीब तीन सौ नेत्र सर्जन लाभान्वित हुए। उक्त अधिवेशन अन्तराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त नेत्र सर्जन, पद्मश्री डॉ.महीपाल सचदेव (सेन्टर फार साइट, नई दिल्ली), मेजर जनरल डाॅ.टीएस अहलूवालिया(जयपुर),  डाॅ. ललित वर्मा (नई दिल्ली), पद्मश्री डॉ. टीपी लहाने (मुम्बई), डॉ. संतोष होनावर (हैदराबाद), डॉ. राजेश सिन्हा (एम्स,नई दिल्ली), डॉ. एम. वनाथी (एम्स,नई दिल्ली), डॉ. सतान्शु माथुर (देहरादून), डॉ. बीपी सिन्हा (पटना), डॉ. सुधीर कुमार (पटना), डॉ. नम्रता शर्मा (नई दिल्ली),  डॉ. कमलजीत सिंह (इलाहाबाद), डॉ.  ज्ञान भास्कर (पटना), आदि के द्वारा संपन्न किया जाएगा। इस अधिवेशन में पूर्वांचल के 300 से अधिक नेत्र सर्जनों ने भाग लिया।

इस अधिवेशन में डम्मी आई (नकली सिलिकान आँख) पर चिकित्सकों को स्वयं सर्जरी एवं लेजर करने के अवसर प्रदान करने हेतु विश्वविख्यात कंपनीयों द्वारा सर्जिकल स्किल ट्रान्सफर कोर्स ( एसएसटीसी ) का आयोजन भी किया गया है। जिसमें उपरोक्त चिकित्सकों द्वारा नए चिकित्सकों को  ट्रेनिंग प्रदान किया जाएगा।

 

इस अधिवेशन के आयोजन समिति के पदाधिकारी  डॉ. आरपी चर्तुवेदी, डॉ. आरके ओझा, डॉ. एमके सिंह, डॉ. अनुराग टंडन, डॉ. के  निरंजन  एवं डॉ. दीपक मिश्रा, आदि रहे। सत्र के बाद आयोजित जीबीएम में ‘वाराणसी आफ्थालमोलजिकल सोसायटी’ के नए कार्यकारिणी सदस्यों ने दायित्व ग्रहण किया। आयोजन सचिव दीपक मिश्रा ने कहा कि इस तरह के आयोजन से निश्चित रूप से वाराणसी, एवं आस-पास के नेत्र सर्जन की शल्यक्रिया का स्टैण्टर्ड बदलेगा।


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