मिर्जापुर के कछवा स्थित गड़ौली धाम में हुआ अंतिम संस्कार
वरिष्ठ भाजपा नेता एवं बिहार प्रदेश भाजपा के सह प्रभारी सुनील ओझा का पार्थिव शरीर आज अपरान्ह पंचतत्व में विलीन हो गया। मिर्जापुर के कछवा स्थित गड़ौली में पुरे विधि विधान के साथ उनका अंतिम संस्कार हुआ। मुखाग्नि उनके बड़े बेटे विरल भाई ओझा एवं छोटे बेटे ऋत्विक ओझा ने दी। इस दौरान उनकी पत्नी, उनके दो बड़े भाई, दोनों भाभी, दोनों पुत्रों सहित पुरा परिवार उपस्थित रहा।
बताते चलें कि सुनील ओझा का निधन 29 नवम्बर को सुबह साढ़े चार बजे मेदांता गुड़गांव में हुआ था। वे 70 वर्ष के थे। उनका पार्थिव शरीर वाराणसी में लहरतारा स्थित महावीर हाइट लाया गया। जहां 30 नवम्बर को सुबह 8 बजे पार्टी कार्यकर्ताओं के दर्शनार्थ रखा गया। आवास पर भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत कुमार गौतम, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, भाजपा प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल जी,क्षेत्र अध्यक्ष दिलीप पटेल,राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार रविन्द्र जायसवाल, बिहार भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन भीखू भाई दलसानिया, प्रयागराज सासंद रीता बहुगुणा, बड़ोदरा की सांसद रंजनबेन भट्ट सहित पार्टी के तमाम विधायक, पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने ओझा के पार्थिव शरीर पर श्रद्धासुमन अर्पित किए।
वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने स्व.ओझा के पार्थिव शरीर को ओढ़ाया पार्टी का झंडा
श्रद्धांजलि अर्पित करने के पश्चात केंद्रीय एवं प्रदेश के वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने स्व. ओझा के पार्थिव शरीर पर पार्टी का झंडा ओढ़ाया ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दूत (प्रतिनिधि) के रूप में राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार रविन्द्र जायसवाल ने पार्थिव शरीर पर अर्पित किए श्रद्धासुमन, अंत्येष्टि में हुए शामिल
उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र चलने के कारण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाए उन्होंने प्रदेश सरकार की ओर से राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार रविन्द्र जायसवाल को वाराणसी भेजा जायसवाल ने स्व. ओझा के मडुवाडीह स्थित महाबीर हाइट्स स्थित आवास पर पहुंचकर स्व. ओझा के पार्थिव शरीर पर पुष्प-गुच्छ अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी एवं वहीं से अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए शवयात्रा के संग गड़ौली धाम की ओर चल पड़े।
ओझा का भाजपा के झंडे में लिपटा पार्थिव शरीर "सुनील ओझा अमर रहे" "जब तक सूरज चांद रहेगा ओझा तेरा नाम रहेगा" के उद्घोष के साथ माला व फुलों से सुसज्जित ट्रक पर रखा गया फिर शव यात्रा गड़ौली धाम के लिए रवाना हुई।
ट्रक के पीछे सैकड़ों की संख्या में दिग्गज भाजपा जनों की गाड़ियों का काफिला चल रहा था।
गड़ौली पहुंचने के पश्चात स्व. ओझा का पार्थिव शरीर स्थानीय लोगों के दर्शनार्थ रखा गया जहां हजारों की संख्या में लोगों ने उन्हें नम आंखों से अंतिम बिदाई दी।
आवास पर शोक प्रकट करने वालों एवं अंतिम यात्रा में शामिल होने वाले प्रमुख लोग
आवास पर शोक प्रकट करने वालों एवं अंतिम यात्रा में शामिल होने वालों में राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत कुमार गौतम, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, प्रदेश महामंत्री संघटन धर्मपाल सिंह,केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल,काशी क्षेत्र अध्यक्ष दिलीप पटेल, राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार रविन्द्र जायसवाल,राष्ट्रीय मंत्री अरविंद मेनन, एमएलसी अश्वनी त्यागी, बिहार प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी,बिहार प्रदेश संघटन महामंत्री भीखू भाई दलसानिया, बिहार के नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा, प्रयागराज सांसद रीता बहुगुणा, बड़ोदरा की सांसद रंजनबेन भट्ट,वाराणसी जिला व महानगर के प्रभारी एमएलसी अरुण पाठक, जिलाध्यक्ष व एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, बिहार प्रदेश महामंत्री जगन्नाथ ठाकुर, बिहार प्रदेश मंत्री संतोष रूंजा, एमएलसी अनिल शर्मा, एमएलए संजीव चौरसिया, प्रदेश अध्यक्ष किसान मोर्चा मनोज सिंह,अरवल जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र तिवारी,महापौर अशोक तिवारी, प्रदेश कोषाध्यक्ष मनीष कपूर, क्षेत्रीय महामंत्री द्वय अशोक चौरसिया, सुशील त्रिपाठी, संसदीय कार्यालय प्रभारी शिवशरण पाठक,रामगोपाल मोहले,राकेश शर्मा,डॉ सुदामा पटेल,आशीष सिंह बघेल, प्रदीप अग्रहरि, कौशलेंद्र सिंह, अशोक पाण्डेय, धर्मेंद्र सिंह, डॉ.कौशल किशोर मिश्रा, नवरतन राठी, शालिनी यादव, मृदुला जायसवाल, सुरेश सिंह, जगदीश त्रिपाठी, संजय सोनकर, प्रवीण सिंह गौतम, संतोष सोलापुरकर, डॉ.अशोक राय, ई.अशोक यादव, कुसुम पटेल, निर्मला सिंह पटेल, संध्या तिवारी, शैलेंद्र मिश्रा, रचना अग्रवाल, आयुषी श्रीमाली, आदि नेताओ ने नम आंखों से ओझा को अंतिम बिदाई दी।