Mahashivratri 2024: बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में इस बार महापर्व महाशिवरात्रि पर देवाधिदेव विश्वनाथ का दर्शन करने वाला कोई भी भक्त खास नहीं होगा। इसके साथ ही बाबा का स्पर्श दर्शन भी पूर्णत: बंद रहेगा। बाबा विश्वनाथ धाम में मंगला आरती के बाद महादेव अनवरत दर्शन देंगे। भोग, शृंगार, सप्तर्षि आरती रात में शयन के साथ होंगी। इस दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर में सुगम दर्शन की व्यवस्था पूरी तरह से बंद रहेगी। मंदिर प्रशासन ने मंगला आरती के अलावा सुगम दर्शन और सभी तरह की आरती के टिकट पर रोक लगा दी गई है।
बाबा के दरबार में पूरी रात महादेव का जागरण कराया जाएगा। शिवरात्रि की रात भर थोड़ी-थोड़ी देर तक होने वाली आरतियों के क्रम की वजह से मंगला आरती भी नहीं होगी।
महाशिवरात्रि की व्यवस्था पर मंथन के लिए मंदिर के पिनाक भवन में मंदिर प्रशासन और पुलिस अफसरों के साथ बैठक हुई। इसमें आगमन और निकास के लिए जिगजैग बैरिकेडिंग की जाएगी। ऐसी व्यवस्था होगी कि भक्त आधे घंटे के भीतर दर्शन कर लौट आएंगे। शिवभक्तों की सहूलियत के लिए मंदिर न्यास के 200 अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ ही वॉलेंटियर भी लगाए जाएंगे। मंदिर प्रशासन की ओर से वीवीआईपी भक्तों से भी अपील की जाएगी कि वे महाशिवरात्रि पर दर्शन से परहेज करें। यदि वे दर्शन के लिए आते हैं तो उन्हें आम लोगों की तरह ही झांकी दर्शन ही मिल सकेगा।
रास्तों पर भी प्रशासन ने तगड़ी व्यवस्था की है। महाशिवरात्रि पर गोदौलिया से मैदागिन और लक्सा तक पूरा क्षेत्र नो व्हीकल जोन रहेगा। इसके साथ ही सेंट्रल पैरामिलिट्री फोर्स के जवान भी पुलिस के साथ तैनात किए जाएंगे।