MENU

आईएमए के शपथ ग्रहण समारोह का कवरेज पर रोक अध्यक्ष डॉ. अरविंद ने किया कलंकित



 04/Oct/17

आईएमए का एसी घर ले जाने व प्राइवेट प्रैक्टिस मामले का क्लाउन टाइम्स ने किया था खुलासा

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस के प्रतिष्ठित इण्डियन मेडिकल एसोसियेशन (आईएमए) के वर्तमान अध्यक्ष डॉ. अरविंद सिंह ने कार्यभार ग्रहण करते ही आईएमए की खबरों को कवरेज करने पर रोक लगाकर न केवल इतनी प्रतिष्ठित संस्था को कलंकित किया,  बल्कि अभिव्यक्ति की आजादी पर सीधा हमला किया। पद पर आने के बाद ऐसी ओछी हरकत कर डॉक्टर साहब ने आईएमए जैसी प्रतिष्ठित संस्था का कद भी छोटा कर दिया। डॉक्टर साहब को क्लाउन टाइम्स से शिकायत है कि डॉक्टरों की एक बड़ी जमात जो इनकी ओछी हरकतों की खबरें हमेशा क्लाउन टाइम्स डिजीटल व प्रिन्ट मीडिया में प्रकाशित कराकर इन्हें बेनकाब करने में अहम भूमिका अदा करने के परिणाम स्वरूप इनकी विवादित छवि सुर्खियों में रहती है। जिसका सबसे बड़ा उदाहरण पिछले महीने सूबे के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह के आगमन पर गैर जनपद में रहते हुए शहर के लगभग दर्जन भर सरकारी डॉक्टरों के द्वारा प्राइवेट प्रैक्टिस की खबरें प्रसारित होते सुर्खियां रहीं। तभी तो वाराणसी के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. वीबी सिंह ने उसी खबर को ही मजबूत प्रमाण मानकर शासन को अग्रिम कारवाई करने के लिये अपनी रपट भेज दिया है।

इसके अलावा जब आईएमए के अध्यक्ष डॉ. जेपी सिंह थे, उन्हीं के कार्यकाल के दौरान डॉ. अरविन्द सिंह फाइनेन्स सेक्रेटरी जैसे महत्त्वपूर्ण पद पर रहते हुए आईएमए की लगभग 60 हजार रूपये की दो एसी एम्बुलेंस में लादकर अपने घर ले जाकर लगा लिया। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब आईएमए के किसी कर्मचारी ने एक शीर्षपदाधिकारी के सामने इसका खुलासा किया। मामले की गम्भीरता को देखते हुए तत्कालीन अध्यक्ष डॉ. जेपी सिंह व सचिव डॉ. पीके तिवारी ने पिछली डेट में मामले को रफा-दफा करने के लिये रू. 60 हजार कीमत वाले एसी के बदले केवल 6 हजार रूपये जमा करा लिया। लेकिन चुनाव उपरान्त नये अध्यक्ष डॉ. केपी गुप्ता व सचिव डॉ. आलोक भारद्वाज ने इस पर बकायदा जांच कमेटी बैठाई और डॉ. अरविंद को नोटिस देकर यह ताकिद किया गया कि एसी वापस करना जरूरी है। साथ ही आईएमए के प्रतिष्ठित कई डॉक्टरों ने यहां तक कह दिया कि 60 हजार रूपये की एसी के बदले 1 लाख रूपये देने को तैयार हूँ किन्तु आईएमए का एसी आईएमए में वापस आना चाहिये। इतने विरोध के बाद भी आईएमए का एसी डॉ. अरविंद ने वापस नहीं किया और मामला ठंडे बस्ते में चला गया। आईएमए को कलंकित करने वाली इस खबर को आईएमए के डक्टरों के अनुरोध पर क्लाउन टाइम्स ने प्रमुखता से प्रसारित कर डॉ. अरविंद को बेनकाब किया, इस खबर की सभी डॉक्टरों ने प्रशंसा किया। क्लाउन टाइम्स की लोकप्रियता और उसकी बेबाक खबरों के प्रसारण से डॉक्टर साहब इस कदर डरे और सहमे रहते हैं कि शपथ ग्रहण के एक दिन पूर्व आईएमए नेशनल के निर्देश पर ‘डान टू डस्क’ यानि सुबह 6 से शाम 6 बजे तक देश भर के डॉक्टरों को गांधी जयंती के अवसर पर आईएमए के बैनर तले उपवास रखना था। किन्तु डॉ. अरविंद की अध्यक्षता में उनके बुलावे पर 2 दर्जन डॉक्टर भी नहीं जुटे। इस महत्वपूर्ण खबर को भी क्लाउन टाइम्स के रिपोर्टर ने जब मौके पर जाकर कवरेज करना चाहा तो उन्होंने अपनी मनशा जाहिर करते हुए अध्यक्ष ने कहा कि क्लाउन टाइम्स को यहां नहीं बुलाया गया है। बावजूद इसके गांधी जयंती के दिन भी क्लाउन टाइम्स के रिपोर्टर ने बकायदा फोटो सहित आईएमए लहुराबीर जाकर पूरी कवरेज किया।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश है कि आईएमए है एक निजी संस्था : डॉ. अरविंद

इस बात की सच्चाई जानने के लिए क्लाउन टाइम्स व वाराणसी प्रेस क्लब के शीर्ष पदाधिकारी ने नवनिर्वाचित आईएमए अध्यक्ष डॉ. अरविंद सिंह से मोबाइल पर बात की गयी तो उन्होंने कहा कि मैंने नहीं मेरे कैबिनेट के 11 लोगों ने यह तय किया है कि क्लाउन टाइम्स को आईएमए परिसर में समाचार संकलन के लिए नहीं बुलाया जायेगा क्योंकि आईएमए एक निजी संस्था है और सुप्रीम कोर्ट के आदेश ‘राईट टू प्राइवेसी’ के तहत निजता भंग करने और डॉक्टरों के खिलाफ अनाप-शनाप खबर चलाने और उन्हें ब्लैकमेल करने के आरोपों को ध्यान में रखकर यह फैसला लिया गया है।

जब उनसे पूछा गया कि क्लाउन टाइम्स प्रेस कैसे आपको ब्लैकमेल कर रहा है तो इसपर वे चुप हो गये और उन्होंने कहा कि इसे बताना मैं जरूरी नहीं समझता, मैं बस इतना बता सकता हूँ कि आईएमए एक प्राइवेट संस्था, इंस्टिट्यूशन है और हम स्वतंत्र हैं मीडिया को अलग-अलग क्राइटेरिया में बाँटने के लिए। किसे बुलाना है किसे नहीं यह मैं और मेरी कैबिनेट तय करती है। जिस पर फैसला 1 अक्टूबर 2017 को आईएमए परिसर में मेरी कैबिनेट ने फैसला किया है। 

अध्यक्ष डॉ. अरविंद सिंह ने शपथ ग्रहण समारोह में निमंत्रण देने से किया है मना : डॉ. अमित सिंह

ताजा मामला आईएमए के शपथ ग्रहण समारोह का है। अध्यक्ष की कुर्सी संभालते ही डॉ. अरविंद ने क्लाउन टाइम्स को आईएमए की कवरेज करने से रोककर आईएमए जैसी प्रतिष्ठित संस्था को ही कलंकित किया बल्की अभिव्यक्ति की आजादी पर सीधा हमला किया पर वे नाकाम रहे। इस सिलसिले में आईएमए के पीआरओ अमित सिंह से सम्पर्क  कर शपथ ग्रहण समारोह के बाबत जानकारी चाही तो उन्होंने कहा कि “क्लाउन टाइम्स”को नवनिर्वाचित अध्यक्ष डॉ. अरविंद सिंह ने शपथ ग्रहण समारोह में निमंत्रण देने से मना किया गया है। इससे ज्यादा मैं आपको और कुछ नहीं बता सकता यह कहकर उन्होंने फोन काट दिया।

बताते चलें डॉक्टर साहब के कैबिनेट में तीन चौथाई से ज्यादा ऐसे सरकारी चिकित्सक हैं जो खुले-आम निजी प्रैक्टिस में लिप्त हैं। अध्यक्ष जी के इसी तथाकथित कैबिनेट पर उनके फैसले को थोपा गया है। आज की हमारी तफ्तीश में एक चौंकाने वाली खबर नजर आई इनके कैबिनेट में शामिल आधे से ज्यादा पदाधिकारी वाराणसी से बाहर गैर जनपद में तैनात रहते हुए भी वाराणसी में प्रैक्टिस कर रहे हैं, जिसपर हमारी तफ्तीश जारी है ।

क्लानउ टाइम्स साख पर नहीं है कोई दाग

डॉक्टर साहब के कैबिनेट के फैसले के बावजूद भी आईएमए के शपथ ग्रहण में शामिल अधिकांश प्रतिष्ठित डॉक्टरों ने क्लानउ टाइम्स को न केवल खबरें और फोटो भेजा बल्कि वहां से निकलने के बाद नाम न छापने की शर्त पर अपना विचार भी व्यक्त किया। सबका यही कहना था कि इस अध्यक्ष की कुर्सी से डॉ. अरविंद कब तक हटेंगे। लोगों का एक ही सवाल था कि अचानक डॉ. अरविंद सिंह के पदभार ग्रहण करते ही कहां से क्लाउन टाइम्स डॉक्टरों को ब्लैकमेलर की श्रेणी में आ गया। इस सवाल पर अध्यक्ष जी भी चुप्पी साध गये। सच्चाई यह है कि क्लाउन टाइम्स और वाराणसी प्रेस क्लब के द्वारा प्रतिवर्ष प्रकाशित होने वाली डायरी में भी आईएमए के पदाधिकारीयों द्वारा विज्ञापन प्रकाशित कराना इस बात को प्रमाणित करता है कि हमारी साख कितनी मजबूत है। इतना ही नहीं क्लाउन टाइम्स/प्रेसक्लब की बहुउपयोगी डायरी में सैकड़ों डॉक्टरों का नाम-नम्बर प्रकाशित होना इस बात का प्रमाण है कि डॉ. अरविंद जैसे चंद डॉक्टरों को छोड़ दिया जाय तो आज भी हमारी साख पर कोई दाग नहीं है।

आईएमए अध्यक्ष के खिलाफ कार्यवाही करने का अधिकार आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पास : डॉ. विनय गुप्ता

इस मामले में क्लाउन टाइम्स/वाराणसी प्रेस क्लब के शीर्ष पदाधिकारीयों ने आईएमए के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. विनय गुप्ता से फोन पर वर्तमान अध्यक्ष के इस बारे तुगलकी फरमान पर उनका पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने कहा कि मैं सिर्फ किसी डॉक्टर के खिलाफ आई शिकायत पर कार्यवाही कर सकता हूँ किसी जिले के आईएमए अध्यक्ष के खिलाफ शिकायत सुनने और कार्यवाही करने का अधिकार आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. केके अग्रवाल व सचिव डॉ. आरएन टण्डन के पास है। अत: वाराणसी आईएमए अध्यक्ष के खिलाफ वहीं शिकायत किया जा सकता है।

डॉक्टरों के द्वारा ही क्लाउन टाइम्स को मिलती है पल-पल की खबरें और तस्वीरें

डॉ. अरविंद भले ही आईएमए को अपनी निजी संपत्ति मानकर कभी वहां की एसी उठाकर ले जाते हैं और अध्यक्ष चुने जाने पर अपने तुगलकी फरमान को मानने के लिये नवर्निवाचित पदाधिकारीयों पर दबाव बनाते हैं किन्तु सच्चाई इससे बिल्कुल अलग है। डॉक्टर साहब को शायद नहीं पता है कि खबरों के लिये आईएमए भवन न तो क्लाउन टाइम्स को कभी जाने की जहमत उठानी पड़ी बल्कि आईएमए का हर प्रतिष्ठित डॉक्टर ही हमारी खबरों के सबसे बड़े सूत्रधार हैं। उन्हीं के बीच बैठे प्रतिष्ठित डॉक्टरों के द्वारा ही हमें पल-पल की खबरें और तस्वीरें क्लाउन टाइम्स डिजीटल मीडिया को भेजी जाती हैं। क्लाउन टाइम्स ने अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझते हुए “ सबकी खबर लें, सबकों खबर दें ” जैसे महामंत्र पर चलते हुए, चाहे जितना भी प्रतिबंध लगे डॉ. अरविंद सिंह जैसे आईएमए के अध्यक्ष की सच्ची और अच्छी खबर को भी प्रसारित और प्रकाशित करने में पीछे नहीं रहेगा। बावजूद इसके वर्तमान अध्यक्ष के हर खबर पर रहेगी क्लाउन टाइम्स की पैनी नजर।

आज के शपथ ग्रहण समारोह में लगभग 15 सौ सदस्यों वाले आईएमए जैसी प्रतिष्ठित संस्था में 15 पदाधिकारी,  21 साखा कार्यकारिणी, 30 राज्यकार्यकारिणी 15 केन्द्रीय कार्यकारिणी सदस्यों के अतिरिक्त कोई भी वरिष्ठ सदस्य अथवा सामान्य सदस्यों ने हिस्सा नहीं लिया। शपथ ग्रहण समारोह में अध्यक्ष पद के अलावा सचिव डॉ. मनीषा सिंह, उपाध्यक्ष डॉ. आलोक भारद्वाज, डॉ. कार्तिकेय सिंह, डॉ. अशोक सोनकर निर्वाचित अध्यक्ष डॉ. भानुशंकर पांडेय, संयुक्त सचिव डॉ. शैलेन्द्र कुमार सिंह, फाइनेन्स सेक्रेटरी डॉ. एसपी सिंह, साइंटिफिक्ट सेक्रेटरी डॉ. सुमित कुमार, सचिव पब्लिक रिलेशन डॉ. अमित सिंह, डॉ. संजय गर्ग, डॉ. रितु गर्ग,  डॉ. एके त्रिपाठी, डॉ. पीके तिवारी, डॉ. अनिल ओहरी आदि लोग शामिल रहे।


इस खबर को शेयर करें

Leave a Comment

4514


सबरंग