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क्लाउन टाइम्स मीडिया हाउस और महिला पत्रकार पर अभद्र टिप्पणी करने वाले कवि दमदार बनारसी पर दर्ज हुआ है FIR



 17/Apr/24

 

 

वाराणसी में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी Clown Times TV यूट्यूब चैनल पर 1 अप्रैल 2024 को होनें वाले महामूर्ख कवि सम्मेलन 2024 की खबर को काफी प्रमुखता से प्रसारित किया।
इतना ही नहीं क्लाउन टाइम्स ने महामूर्ख मेल 2024 के प्रख्यात हास्य कवि अखिलेश द्विवेदी की कविताओं को विशेष स्टोरी के साथ 12 अप्रैल को प्रसारित किया। खबर प्रसारित होते ही कवि सम्मेलन के संचालक वीरेंद्र मिश्र उर्फ दमदार बनारसी क्लाउन टाइम्स की सच्ची खबर से इतने खफा हो गए कि पहले तो उन्होंने पोस्ट किया कि हम आपकी खबर का वीडियो से जवाब देंगे।
इसके 4 मिनट बाद पुनः उन्होंने बेशर्मी की सारी हदें पार करते हुए क्लाउन टाइम्स के ऑफिशल व्हाट्सएप नंबर पर बाकायदा धमकी भरे और ब्लैकमेलिंग के अंदाज में मैसेज भेजा कि क्लाउन टाइम्स के द्वारा उनसे 20 हजार रुपए रंगदारी मांगी गई और न देने पर उनके खिलाफ खबर प्रसारित हुई है।
क्लाउन टाइम्स ने दमदार बनारसी को दिया था पहचान

मैं क्लाउन टाइम्स के दर्शकों के सामने इस बात का खुलासा करते हैं दमदार के द्वारा सोशल मिडिया पर 20 हजार की रंगदारी जैसी 100% झूठी सूचना के पीछे का असली सच क्या है।
क्लाउन टाइम्स की ओर से कराये गए FIR के बारे में विस्तार से खुलासा करने से पहले कवि दमदार को थोड़ा पीछे ले चलते हैं। वर्ष 2019 में दमदार बनारसी जब प्रख्यात शायर राहत इंदौरी के इंतकाल के समय वे क्लाउन टाइम्स के स्टूडियो में आकर अपनी स्मृतियां को साझा किया था। कविवर की प्रस्तुति के बाद झमाझम पानी से क्लाउन टाइम्स के बाहर सड़कें जलमग्न हो गई थी, लिहाजा इन्हें कार से इनके गंतव्य तक क्लाउन टाइम्स के ड्राइवर ने छोड़ा और इनकी मोटरसाइकिल को बाद में भेजा गया।

इतना ही नहीं आज से दशकों पहले जब युवा नौजवान वीरेंद्र मिश्रा ने दमदार बनारसी के नाम से अपनी कविताओं के सहारे अपने सफ़र की शुरूआत किया था तब भी क्लाउन टाइम्स न्यूज मैगजीन ने इस युवा और प्रतिभाशाली कवि की रचनाओं को प्रकाशित करके इन्हें सम्मान दिया था। तब हमें लगा था, यह युवा कवि एक दिन बनारस से नहीं बल्कि देश और दुनिया में अपनी रचनाओं से लोगों के बीच प्यार बांटने वाला है।

आज ऐसा क्या हो गया है कि बनारस की आन-बान-शान प्रख्यात कवि साड़ बनारसी के शिष्य दमदार बनारसी को उसी मीडिया हाउस के डिजिटल चैनल क्लाउन टाइम्स टीवी पर प्रसारित महामूर्ख कवि सम्मेलन की 100% सच्ची खबर को गलत बताने के लिए उसी के खिलाफ 20 हजार रूपये की रंगदारी मांगने का 100% झूठ बोलना पड़ रहा है।

इस झूठ के पीछे का असली सच हम आपको तफसील से बता रहे हैं, इसके लिए वर्ष 11 नवम्बर 2022 को डॉ. अमृतलाल इशरत की याद में सनबीम शिक्षण समूह के अध्यक्ष डॉ. दीपक मधोक के सहयोग से सनबीम वरुणा में दमदार बनारसी के नेतृत्व में आयोजित "ऑल इंडिया मुशायरा" दर्शकों की संख्या एक दर्जन भी नहीं रही, जो सुपर फ्लॉप रहा, उस दिन कवरेज के दौरान कवि दमदार बनारसी इस बात को लेकर नाराज हो रहे थे, कि क्लाउन टाइम्स सच दिख रहा था, लिहाजा प्रायोजकों का बहाना लेकर दमदार ने कवरेज के दौरान भी कई बार क्लाउन टाइम्स से अमर्यादित व्यवहार करने लगे। दमदार अपने दर्जनभर समर्थकों के साथ मुशायरा पढ़ने वाले रचनाकरों की कुछ अजीब तरीके से वाहवाही कर रहे थे, जिसे क्लाउन टाइम्स ने कैमरे में तो कैद नहीं किया, लेकिन उसकी शिकायत डॉ. दीपक मधोक और मुशायरा के सहयोगी रमेश दत्त पाण्डेय से जरूर किया था, जो इन्हें नागवार गुजरा था।
सामाजिक कार्यों में बढ़कर हिस्सा लेने वाले समाजसेवी रमेश दत्त पांडे ने इस घटना पर दमदार की ओर से व्यक्तिगत तौर पर खेद भी प्रकट किया था, और दमदार के बारे में व्यक्तिगत तौर से क्या टिप्पणी किया था इससे हम यहां साझा नहीं कर सकते। तभी से दमदार को लगने लगा कि क्लाउन टाइम्स उनकी कमियों को जरूर उजागर करेगा लेकिन, खबरों के साथ कोई समझौता नहीं होगा।
यही कारण है कि दमदार बनारसी ने 12 अप्रैल 2024 को क्लाउन टाइम्स टीवी यूट्यूब चैनल महामूर्ख कवि सम्मेलन 2024 की खबर का एक विश्लेषण प्रसारित किया। खबर प्रसारित होते ही दमदार ने क्लाउन टाइम्स को व्हाट्सएप पर मैसेज भेज कर धमकाया जिसमें 7:19 मिनट पर लिखा कि "ये काम आपने ग़लत कर दिया है। खैर, शुरुआत आपकी तरफ से हुई है... मेरे वीडियो का इतज़ार कीजिये। नमस्कार

जब दमदार को लगा कि इससे क्लाउन टाइम्स नहीं डरा तो, ठीक 4 मिनट बाद दूसरा मैसेज 7:24 मिनट पर क्लाउन टाइम्स को ब्लैकमेल करने वाला भेज दिया, जिसमें लिखा कि "आपने मुझसे 20 हज़ार रुपये मांगे, जब मैंने ये रंगदारी देने से मना कर दिया तो आपने ये सब news बनाया है। इससे हमारी संस्था शनिवार गोष्ठी आहत हुई है। आप ऐसे धमका कर न तो रंगदारी वसूल पाएंगे और न ही हमारी संस्था का नुक्सान कर पाएंगे।"

इस धमकी भरी सूचना को पढ़कर कोई भी समझ जाएगा की दमदार को शाम 7:19 पर खबर गलत लगी
और वे वीडियो से जवाब देने की धमकी व्हाट्सएप पर दे रहे थे, और ठीक 4 मिनट बाद यानि 7:24 पर उन्हें कहीं से आकाशवाणी हुई और उन्होंने क्लाउन टाइम्स को ₹20 हजार रूपये मागने का रंगदारी वाला धमकी भरा मैसेज भेज कर ब्लैकमेल करने की कोशिश किया।कवि दमदार को लगा कि इस झूठ से क्लाउन टाइम्स डरने वाला नहीं है, तो पहुंच गए चौक थाने और वहाँ भी 20 हजार रुपए रंगदारी मांगने का आरोप लगाकर चौकी इंचार्ज से फोन कराया।
बता दें कि कवि दमदार को क्या पता है कि मिडिया में अगर कोई खबर गलत प्रसारित हो तो सबसे पहले उसे मीडिया हाउस को लोग लीगल नोटिस दिया जाता है, और अगर इसके बाद भी उसे झूठी खबर का खंडन नहीं होता है तो इसके लिए प्रेस काउंसिल में शिकायत दर्ज करानी होती है।

सोचिये लोगों को अपनी व्यंगात्मक रचनाओं से प्यार बांटने वाला कवि दमदार बनारसी आज क्लाउन टाइम्स जैसे मीडिया हॉउस जिसके लाखों सब्सक्राइबर और करोड़ दर्शक देश और दुनिया भर में फैले हैं, उसी के अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला करने के लिए धमकी भरे अंदाज में 20 हजार रंगदारी मांगने वाला इतना बड़ा झूठा मैसेज व्हाट्सएप और यूट्यूब चैनल पर लिखकर ब्लैकमेल करने की नाकाम कोशिश करने लगे।
इसे कहते हैं "एक तो चोरी, ऊपर से सीना जोरी" !
विजेंद्र मिश्र दमदार बनारसी को शायद लगा कि फिर जिसे चाहे जो भी कहे उनका कोई बाल बांका नहीं कर सकता, लिहाजा उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी आईडी से क्लाउन टाइम्स की महिला रिपोर्टर, संपादक और मीडिया हाउस के खिलाफ बाकायदा नाम के साथ अभद्र, लज्जा जनक और अमर्यादित टिप्पणी करके गंभीर अपराध कार्य करके प्रमाण छोड़ दिया है। बस नारी शक्ति के प्रति इसी गंदी सोच ने उन्हें कानून के शिकंजे में फंसा दिया और उनके खिलाफ वाराणसी के लोकप्रिय जॉइन पुलिस कमिश्नर डॉ. एजील रसन के निर्देश पर FIR दर्ज हो गया है।

महामूर्ख मेला आयोजन समिति की समझदार बेटी ने बता दिया कि क्लाउन टाइम्स की कवरेज को दमदार ने रुकवाया

दमदार बनारसी के द्वारा क्लाउन टाइम्स पर 20 हजार रुपए की रंगदारी मांगने के झूठ का पर्दाफाश आयोजन को सफल बनाने में अपनी सबसे अहम भूमिका निभाने वाली एक कर्मठ बेटी ने जब क्लाउन टाइम्स को सहज भाव से बताया कि उन्हें दमदार ने कवि सम्मेलन के बीच पांच से छह बार कैमरा हटाने के लिए बोला, लेकिन न चाहते हुए भी उसे आकर मना करना पड़ा। जिसका प्रमाण भी क्लाउन टाइम्स के पास उपलब्ध है, लेकिन मीडिया की मर्यादा है कि व्यक्तिगत बातचीत को सार्वजनिक नहीं करते हैं।

दमदार बनारसी को क्यों आ गया है जबरदस्त गुस्सा

कवि दमदार बनारसी को इतना गुस्सा क्यों आ रहा है, जिन्हें मां सरस्वती की कृपा से अच्छी और ब्यंग भरी रचनाएं सुनाकर लोगों के बीच खुशियां बांटने का सौभाग्य मिला है, आज इनकी जीहवा पर शायद मां सरस्वती की काली छाया क्यों पड़ गई है जो इन्हें 20 हजार की कथित रंगदारी मांगने का इतना बड़ा झूठ क्लाउन टाइम्स के खिलाफ बोलना पड़ रहा है।

मैं क्लाउन टाइम्स के दर्शकों को बताना चाहता हूँ कि मीडिया अपनी लेखनी और खबरों से लोगों की कमियों पर सवाल खड़ा करता है और जरूरत पड़ने पर उन कमियों पर अपना नजरिया भी पेश करता है, जिसे अच्छी सोच और समझ रखने वाले सकारात्मक तरीके से उसे आत्मसात करते हैं और उन कमियों को दूर करने की हर संभव कोशिश करते हैं, ना कि उस मीडिया हाउस को ब्लैकमेल करते हैं।
वहीं दूसरी ओर कवियों की व्यंग भरी रचनाओं को सुनकर कोई भी राजनेता, समाजसेवी अथवा समाज में अपनी जिम्मेदारानी निभाने वाला नागरिक उसे सकारात्मक तरीके से आत्मसात करने की कोशिश करता है, ऐसा नहीं होता कि किसी मिडिया में प्रसारित खबर और रचना से किसी को गुस्सा आ जाए तो वह व्यक्ति उसे डराने और धमकाने के लिए उसे ब्लैकमेल करने की कोशिश करे तो समाज का ताना-बना पूरी तरह टूट कर बिखर जाएगा।

अंत में हम आप बताना चाहते हैं एक प्रतिष्ठित मीडिया हाउस और उसकी प्रतिष्ठित युवा फीमेल रिपोर्टर के खिलाफ कवि दमदार बनारसी के द्वारा सोशल मिडिया पर की गई अमर्यादित, लज्जा-जनक शर्मनाक टिप्पणी एक गंभीर अपराध के श्रेणी में आता है, जिसके विरुद्ध कठोर कानूनी कार्यवाही के लिए वाराणसी प्रेस क्लब के अध्यक्ष राजेश गुप्ता, महामंत्री अशोक मिश्र "क्लाउन", सेंट्रल बार काउंसिल के पूर्व अध्यक्ष अशोक उपाध्याय,अधिवक्ता अजीत श्रीवास्तव, संजीव वर्मा सहित पूरी लीगल टीम के अतिरिक्त क्लाउन टाइम्स की ओर से रीना जायसवाल, प्रतिमा पाण्डेय, श्रेया यादव, भुवनेश्वरी मलिक, विनय यादव, रवि शंकर राय आदि ने बाकायदा प्रमाण के साथ पुलिस कमिश्नरेट वाराणसी के ज्वाइंट सीपी से मिलकर उन्हें अवगत कराया और कठोर कार्रवाई का अनुरोध किया।
कुल मिलाकर अब देखना है कि सूबे की योगी सरकार में महिलाओं के खिलाफ होनें वाले अपराध और समाज के चौथे स्तंभ मीडिया की आजादी पर हमला करने वाले आरोपित दमदार बनारसी को उसके किये की सजा दिलाने के लिए वाराणसी पुलिस उसके विरुद्ध क्या कार्रवाई करती है।


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