कर्नल विनोद कुमार पीएमजी ने आज वाराणसी में आईपीपीबी के 7वें स्थापना दिवस के अवसर पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वालों को पुरस्कार वितरित कर सम्मानित किया। आईपीपीबी पूरे भारत में परिवर्तनकारी वित्तीय समावेशन का छह वर्षों का प्रतीक है। इस अवसर को कई कार्यक्रमों के साथ मनाया गया।
अपने संबोधन के दौरान कर्नल विनोद ने कहा कि आईपीपीबी ने 2018 में अपनी स्थापना के बाद से देश के दूरदराज के कोनो कोनों सहित करोड़ों नागरिकों तक पहुंचकर वित्तीय सेवाओं के अंतर को पाटने में महत्वपूर्ण प्रगति की है, उस पर हमें अविश्वसनीय गर्व है। यह उल्लेख करना महत्वपूर्ण है कि वाराणसी क्षेत्र में 9.40 लाख आईपीपीबी खाते हैं, इस भुगतान गेटवे के माध्यम से ग्राहक अपनी आवश्यकताओं के अनुसार लेनदेन कर सकते हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आईपीपीबी खाते बहुत ही सुरक्षित तरीके से प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण राशि प्राप्त करने का एक अच्छा माध्यम है, अपनी ओटीपी आधारित भुगतान प्रक्रिया के साथ आईपीपीबी डिजिटल लेनदेन के क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी बनकर उभरा है।
इस अवसर पर कर्नल विनोद कुमार ने आईपीपीबी की गतिविधियों के संबंध में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वालों को पुरस्कृत किया। उन्होंने टीम आईपीपीबी द्वारा स्थापित नए मील के पत्थरों की सराहना की और साथ ही, उन्होंने जनता के बीच जागरूकता फैलाने पर जोर दिया ताकि लाभ अंतिम छोर तक पहुंचे और बैंकिंग सुविधाओं से वंचित लोगों को वित्तीय समावेशन के तहत लाया जा सके।
डाकघर वाराणसी पश्चिम मंडल के अधीक्षक परमानंद ने आईपीपीबी की सेवाओं के दायरे पर प्रकाश डाला। बृज किशोर मुख्य प्रबंधक वाराणसी ने 7वें स्थापना दिवस समारोह की मुख्य विशेषताओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने पिछले वर्ष आईपीपीबी की मुख्य उपलब्धियों और सामुदायिक सहभागिता कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी, जिसके तहत सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाया गया है। आईपीपीबी ने वित्तीय साक्षरता को बढ़ावा देने और स्थानीय विकास परियोजनाओं का समर्थन करने के उद्देश्य से सामुदायिक आउटरीच कार्यक्रमों की एक श्रृंखला की घोषणा की है। आईपीपीबी वाराणसी की प्रबंधक सुश्री वंशिता ने भी आईपीपीबी की मुख्य सेवाओं और भविष्य को रेखांकित किया।
कर्नल विनोद पीएमजी वाराणसी ने असाधारण समर्पण और सेवा का प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों को सम्मानित किया। उनका योगदान समावेशी और सुलभ बैंकिंग समाधान प्रदान करने के आईपीपीबी के मिशन को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण रहा है। कर्नल विनोद कुमार ने कहा, “हमारी यात्रा मील के पत्थर से चिह्नित की गई है जो सुलभ और समावेशी बैंकिंग सेवाएं प्रदान करने के लिए हमारी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती है, हम अपने ग्राहकों की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए नवाचार का लाभ उठाने और भारत के लोगों की भलाई के लिए वित्तीय समावेशन के व्यापक लक्ष्य में योगदान करने के लिए समर्पित हैं।"