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पीएम मोदी का शहर बनारस ने स्वच्छता सर्वेक्षण मिशन -2017 में यूपी में पाया पहला स्थान : डॉ. नितिन बंसल

पूजा कपूर

 20/Dec/17

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र बनारस अब स्मार्ट होने की रेस में अन्य शहरों को पछाड़ने के लिये अपनी पूरी ताकत से जुटा हुआ है। जिसकी पूरी कमान स्वयं वाराणसी के नगर आयुक्त डॉ. नितिन बंसल ने संभाली है, तभी तो उन्होंने वाराणसी नगर निगम की ओर से स्वच्छता सर्वेक्षण मिशन -2018 के स्वच्छता दूतों में अग्रणी डॉ. रीतू गर्ग व अन्तर्राष्ट्रीय खिलाड़ी नीलू मिश्रा सहित पूरी हाइटेक सुविधाओं से युक्त टीम के साथ नगरवासियों को जागरूक करने में जुटे हैं। इसी मुहीम का परिणाम रहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण मिशन -2017 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस ने पूरे उत्तर प्रदेश में प्रथम स्थान हासिल करने का कीर्तिमान बनाया है । ये बातें नगर आयुक्त डॉ. नितिन बंसल ने क्लाउन टाइम्स से एक अनौपचारिक बातचीत के दौरान कही।

डॉ. बंसल ने बताया कि स्मार्ट सिटी की फेहरिस्त में पूरे देश से 438 शहरों का चयन किया गया, जिनमें वर्ष 2017 के स्वच्छता सर्वेक्षण मिशन में बनारस को 32 वाँ स्थान मिला है। कहा कि वर्ष 2016 में स्मार्ट सिटी के फेहरिस्त में शामिल 73 शहरों में बनारस का 65वाँ स्थान रहा। नगर आयुक्त ने आगे कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण मिशन-2018 को लोगों के बीच प्रचारित-प्रसारित करने के लिए इसे 3 चरणों में बाँटा गया है। पार्ट-ए में 1400 अंक है जिसमें कि अब तक क्या कार्य हुआ। पार्ट-बी में 1200 अंक है, जिसमें फिल्ड में जाकर जमीनी हकीकत जानने के लिए कार्य किया जा रहा है। पार्ट-सी में 1400 अंक है जिसमें इस अभियान को किस रूप में समझ रहे हैं।

इसी कड़ी में स्वच्छता ऐप के माध्यम से आम जनमानस को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है। अब-तक 46 हजार लोगों ने इसे डाउनलोड किया है और अपनी शिकायतें जिनमें गंदगी सहित अन्य नागरिक असुविधाओं के प्रति हमें अवगत कराते रहते हैं। शहर के प्रमुख चौराहों सहित अन्य सार्वजनिक स्थानों पर बैनर-पोस्टर लगाकर उसे गंदा करने वालों के खिलाफ नगर निगम बाकायदा अभियान चलाकर न केवल उसे हटाने का प्रयास करता है बल्कि रु. 25 हजार तक का भारी भड़कम जुर्माना लगाकर ऐसे लोगों पर नकेल कसने की कोशिश नाकाफी साबित हो रही है। कहा कि इसका मुख्य कारण इस शहर में लाखों व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के संचालकों में जबतक जागरूक नहीं आयेगी तबतक रोक लगा पाना असंभव है। डॉ. बंसल ने बताया कि नगर निगम अपने सीमित संसाधनों के साथ पूरी लगन से इस शहर को साफ-सुथरा बनाये रखने की दिशा में अग्रसर है। जहाँ तक सफाईकर्मियों का सवाल है उनकी संख्या 11 सौ रेगुलर, 11 सौ रूटीन तथा 410 आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के अलावा 3 एजेंसियों जिनमें ईको पॉल, आईएलएफएलएस तथा कियाना सेल्युशन भी हमारे साथ है।

छितौनी में 1 हजार गायों के लिए जल्द बनेगा अभयारण्य

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा गोवंश रक्षा के लिए अभयारण्य बनाये जाने के सवाल पर कहा कि इसके लिए वाराणसी से सटे छितौनी में पर्याप्त जमीन की व्यवस्था की जा चुक है, जिसका डीपीआर भी तैयार है जहाँ 1 हजार गयों को रखने की व्यवस्था होगी। शहर में घूमने वाले आवारा पशुओं के धर-पकड़ के सवाल पर कहा कि इस अभियान में नगर निगम के कर्मचारी लगातार सक्रिय है। नगर में घूमने वाले पशुओं की धर-पकड़ भी लगातार हो रही है उनपर आर्थिक जुर्माना भी लगाया जा रहा है जो आगे भी जारी रहेगा। किन्तु इस पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाये जाने के लिए आम लोगों को भी जागरूकता की जरूरत है।

कुल मिलाकर भले ही बनारस स्मार्ट होने की दिशा में अग्रसर है किन्तु यहाँ के संस्कृति और बनारसीपन को बनाये रखना भी उतना ही जरूरी है। जब-तक शहर के 40 प्रतिशत नागरिक स्वच्छता सर्वेक्षण मिशन के प्रति जागरूक नहीं होंगे तब-तक इसे अमली जामा पहनाना दूर की कौड़ी साबित होगा।

रीपोर्टर पूजा कपूर से नगर आयुक्त डॉ. नितिन बंसल से हुई सीधी बात सुनने के लिये इस वीडियो को देखें


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