मानसरोवर तीर्थ क्षेत्र में चल रहे श्री राम साम्राज्य पट्टाभिषेकम महोत्सव को मंगलवार को पुष्पांजलियों के साथ विराम दिया गया। इसके पूर्व एक दर्जन से भी अधिक दंपतियों ने श्री राम प्रभु के लक्षपूर्ति जल अर्चन के साथ ही महारानी सीता का कुमकुम से श्रृंगार किया। वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ आचार्यों ने प्रभु श्री राम के साम्राज्य की वंदना की। समूचा तीर्थ क्षेत्र राजा राम चंद्र के जयकारों से गूंज उठा। उत्सव का समापन भक्तों द्वारा राजा धीराज श्री राम को अर्पित पुष्पांजलियों के साथ हुआ। महोत्सव को विराम देने के बाद बुधवार की शाम श्री राम दरबार की शोभा यात्रा निकाली जाएगी जो गंगा की लहरों पर तिरती मानसरोवर घाट से होती हुई काशी के गले में चंद्रहार से सुशोभित घाटों का भ्रमण करेगी। हजारों श्रद्धालु झांकी का दर्शन पाकर निहाल होंगे। समापन की पूर्व संध्या पर सोमवार को श्री राम तारक आंध्र आश्रम के उत्सव मंडप में आयोजित इस भव्य समारोह में महोत्सव के दौरान दिन-रात बाल्मीकि रामायण के पारायण में शामिल दक्षिण भारत के विभिन्न स्थानों से आए विद्वानों का सत्कार किया गया। महोत्सव की सफलता में सहयोग देने वाले अन्य महानुभावों को भी अंगवस्त्रम प्रदान कर उनका सम्मान किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के अध्यक्ष आचार्य श्रीकांत मिश्र ने कहा कि बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में शिव के आराध्य श्री राम प्रभु के पट्टाभिषेक काशीवासियों के लिए सर्व विधि मंगलकारी सिद्ध होगा। सायं संध्या में आश्रम के प्रांगण में चैतन्य योग सेवा संस्थान के बच्चों द्वारा अद्भुत कार्यक्रम किया गया जिसमें भगवान राम जी के ऊपर सीता माता के रूप में अनेक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।
उत्सव के मुख्य यजमान व श्री राम तारक आंध्र आश्रम के मैनेजिंग ट्रस्टी वीवी सुंदर शास्त्री, मुख्य आचार्य उलीमीरी शोमा याजुलू तथा आश्रम के प्रबंधक वीवी सीताराम ने काशी के सभी निवासियों के मंगल कल्याण की कामना की। महोत्सव में मुख्य रूप से आशीश टंडन,शोभित , सूर्य, सलोनी ,अन्नदनम चिदम्बर शास्त्री, आदि लोग उपस्थित रहे।