अपना दल (कमेरावादी) की सिराथू से विधायक पल्लवी पटेल सहित 10 नामजद और 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ भेलूपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई शनिवार को जवाहर नगर एक्सटेंशन स्थित प्रधानमंत्री के जनसंपर्क कार्यालय के समीप बगैर अनुमति के धरना-प्रदर्शन और घेराव के आरोप में दुर्गाकुंड चौकी प्रभारी संदीप कुमार सिंह की तहरीर के आधार पर की गई है।
दुर्गाकुंड चौकी इंचार्ज की तरफ से दी गई तहरीर के मुताबिक, वह गुरुधाम चौराहे पर बैरियर लगाकर फोर्स के साथ मौजूद थे। शनिवार की दोपहर 12 बजे सिराथू से विधायक पल्लवी पटेल के नेतृत्व में लोग बिना किसी अनुमति के विधि विरुद्ध तरीके से प्रधानमंत्री के जनसंपर्क कार्यालय का घेराव करने जा रहे थे। भीड़ में अपना दल (कमेरावादी) के राजेश पटेल, गगन प्रकाश यादव, दिलीप सिंह पटेल, राजकुमार पटेल, संजय पटेल, राम लखन पाल, गौरीशंकर पटेल, रविंद्र पटेल, शिव शंकर पटेल और तकरीबन 60 अन्य लोग शामिल थे।
विधायक को रोक कर उनसे शांतिपूर्वक तरीके से अपनी बात रखने और उनके ज्ञापन को सक्षम अधिकारी तक पहुंचाने के लिए कहा गया। मगर विधायक पल्लवी पटेल और उनके साथ के लोग गुरुधाम चौराहे पर लगे बैरियर को तोड़ कर प्रधानमंत्री के जनसंपर्क कार्यालय की ओर बढ़ने लगे। पुलिस ने उनसे कई बार पीछे हटने के लिए आग्रह किया। इसके बावजूद विधायक पल्लवी पटेल मानने को तैयार नहीं हुई बल्कि वह बैरियर पर चढ़ कर आगे जाने का प्रयास करने लगीं। इस दौरान मौके पर मौजूद महिला व पुरुष पुलिसकर्मियों के साथ धक्का-मुक्की व अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया। विधायक व उनके समर्थकों की वजह से गुरुधाम चौराहे पर यातायात व्यवस्था बाधित हो गई। इसके चलते आमजन को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा और शांति व्यवस्था बाधित हुई। समझाने-बुझाने के बाद भीड़ किसी तरह शांत हुई और सभी को वापस भेजा गया।
काशी जोन के डीसीपी गौरव बंसवाल ने मीडिया को बताया कि विधायक पल्लवी पटेल और उनके साथ आए लोगों का तरीका सही नहीं था। उनको समझाया गया था कि कलेक्ट्रेट जाकर उच्चाधिकारियों को ज्ञापन दें। यह भी बताया गया था कि शहर में धरना-प्रदर्शन के लिए नियत स्थान वरुणा नदी के किनारे शास्त्री घाट है। इसके बावजूद उन्होंने शांति और कानून व्यवस्था को बाधित किया। इसलिए मुकदमा दर्ज करा कर जांच शुरू कराई गई है। विधायक पल्लवी पटेल ने आरोप लगाया है कि पुलिसकर्मियों ने उनके साथ अभद्रता और गालीगलौज की है। इसका पुलिस ने खंडन किया है। डीसीपी काशी जोन ने कहा कि विधायक का आरोप पूरी तरह से गलत है। गुरुधाम चौराहे पर एसीपी भेलूपुर मौजूद थे। किसी भी पुलिसकर्मी ने विधायक के साथ अभद्रता या गाली-गलौज नहीं की है