पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट वाराणसी मोहित अग्रवाल द्वारा उच्च अधिकारियों के दिशा-निर्देशों के प्रति उदासीनता एवं कार्य के प्रति लापरवाही बरतने पर प्रभारी निरीक्षक दशाश्वमेध को किया गया लाइन हाजिर।
वाराणसी 28 अप्रैल 2025 को दशाश्वमेध थाना क्षेत्र स्थित दशाश्वमेध घाट, जो कि गंगा आरती स्थल के रूप में विश्व प्रसिद्ध है, पर श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों की अत्यधिक भीड़ के बीच एक संदिग्ध व्यक्ति द्वारा आरती स्थल पर अनावश्यक रूप से घूमने तथा महिलाओं से छेड़खानी की घटना प्रकाश में आयी। यह घटना सुरक्षा व्यवस्था में शिथिलता को दर्शाती है।
दशाश्वमेध घाट की संवेदनशीलता एवं भीड़भाड़ को देखते हुए पूर्व में ही प्रभारी निरीक्षक दशाश्वमेध को संदिग्ध व्यक्तियों की नियमित चेकिंग एवं असामाजिक गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण, चैन स्नैचिंग, पिक पॉकेटिंग एवं छेड़खानी की घटना के रोकथाम हेतु दिशा-निर्देश निर्गत किये गये थे। परंतु उक्त घटना में इन दिशा-निर्देशों का समुचित अनुपालन न किये जाने के कारण प्रथमदृष्टया प्रभारी निरीक्षक दशाश्वमेध योगेन्द्र प्रसाद की लापरवाही, स्वेच्छाचारिता एवं कर्तव्यों के प्रति उदासीनता परिलक्षित हुई।
पुलिस आयुक्त द्वारा कर्तव्य के प्रति लापरवाही के चलते प्रभारी निरीक्षक दशाश्वमेध योगेन्द्र प्रसाद को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर किया गया।