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कोरोना के काल ने दैनिक जागरण वाराणसी के वरिष्ठ पत्रकार राकेश चतुर्वेदी जान ले ली

अशोक कुमार मिश्र
प्रधान संपादक
 07/Aug/20

दैनिक जागरण वाराणसी के तेजतर्रार पत्रकार, वाराणसी पत्रकारपुरम आवासीय समिति के महामंत्री पत्रकार के हक और हुकूक की लड़ाई लड़ने वाले हमलोगों के साथी राकेश चतुर्वेदी ने सदा के लिए पत्रकारों साथ छोड़ दिया।

विशेषकर पत्रकार पुरम में चाहे विकास की बात हो, अथवा पत्रकारपुरम की हद में किसी दबंग के कब्जा करने की बात हो, राकेश चतुर्वेदी ने अलग- अलग विचाधारा वाले पत्रकार साथियों के एक साथ खड़ा कर बेखौफ होकर ऐसे लोगों का डटकर मुकाबला किया। राकेश चतुर्वेदी के साथ बीजेपी नेता और पत्रकार धर्मेंद्र सिंह, विकास पाठक, डॉ.अरविंद सिंह, गिरीश दूबे , क्लाउन आदि ने हमेशा उनका साथ दिया।

आज पत्रकारपुरम में पत्रकारों की लड़ाई लड़ने वाले कलम के इस बहादुर सिपाही को कोरोना कहर ने सदा के लिए खामोश कर । अब कौन कहेगा "महादेव"।

व्यक्तिगत तौर पर हमें यकीन नहीं हो रहा है कि अब राकेश चतुर्वेदी हमारे बीच नहीं रहे। 

आम लोगों की लड़ाई लड़ने वाले 55 वर्षीय पत्रकार राकेश चतुर्वेदी कोरोना से लड़ाई में शायद इसलिए हार गए कि उन्होंने सेहत बिगड़ने पर भी इसे हल्के में लिया और मामूली सर्दी- बुखार समझकर इलाज कराने में लगभग एक हफ्ता गुजार दिया। इस दौरान वे दैनिक जागरण समाचार पत्र के डेस्क टेबल पर अपनी सेवाएं भी देते रहे। जब हालत बिगड़ी तो 1 दिन पूर्व श्री शिव प्रसाद गुप्त हॉस्पिटल में भर्ती हुए और कोरोना जांच में पॉजीटिव रिपोर्ट आते ही उन्हें बीएचयू रेफर किया गया तबतक देर हो चुकी थी। बीएचयू में डॉक्टरों के अथक प्रयास के बाद भी कलम के सिपाही को कोरोना महामारी ने काल बनकर निगल लिया। 

व्यक्तिगत तौरपर अब उनकी यादें सदा हमारे साथ रहेंगी। लगभग 3 दशक पूर्व जब मैं आज समाचार पत्र में बतौर फोटो पत्रकार के रूप में कार्यरत रहा उस वक्त राकेश चतुर्वेदी हमारे साथी पत्रकार के रूप में हमेशा हमारे साथ रहे। दफ्तर पहुँचने पर जरूर पूछते थे " का क्लाउन, क्या हाल है..."।
इसी दौरान उन्होंने आज अखबार के आर्थिक शोषण से किनारा किया और दैनिक जागरण में अपनी सेवा देना शुरू किया। उस दौर में आज अखबार के आर्थिक शोषण के शिकार आधा दर्जन से अधिक पत्रकार साथियों जागरण का दामन थाम लिया। इन सभी पत्रकार साथियों को जागरण में लाने वाले तत्कालीन समाचार संपादक राघवेंद्र चड्ढा की महत्वपूर्ण भूमिका रही। राकेश चतुर्वेदी चड्ढा की टीम के मजबूत पत्रकार साबित हुए।

खबर है कि लगभग 2 दशक तक अपनी सेवाएं देनें वाले पत्रकार राकेश चतुर्वेदी की सेहत बिगड़ने के बावजूद उन्हें जागरण प्रबंधन के दबाव में दफ्तर आने के लिए मजबूर होना पड़ा और अब वे कोरोना संक्रमण के चलते बनारस में मौत को गले लगाने वाले पहले पत्रकार हैं। इसके पूर्व जनसंदेश के पत्रकार विजय विनीत ने कोरोना से सीधी जंग में उसे मात देकर लोगों से अपनी स्मृतियों को साझा करते हुए लिखा है कि कोरोना वायरस को हल्के में ना लें।

अभी भी राकेश जी के शब्द हमें सुनाई दे रहे हैं " क्लाउन जी " डटे रहिएगा...

राकेश जी के आकस्मिक निधन के बाद जिलाधिकारी द्वारा बनाये गए मीडिया ग्रुप Important Press Info में तीखी प्रतिक्रिया रही है, जिसे आप भी पढ़े

07/08, 12:35 am] DM. Kaushal Raj Sharma: 
राकेश चतुर्वेदी के आकस्मिक निधन पर वाराणसी के कलक्टर कौशल राज शर्मा के गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए उनके परिवार को यथा संभव मदद का भरोसा दिया है 

राकेश चतुर्वेदी जी का चला जाना अविश्वसनीय है। आज ही वे एडमिट हुए और 18 घंटे के भीतर ही मृत्यु हो गई। कल तक वे अपना कार्य भी कर रहे थे। कल ही उन्होंने टेस्टिंग कराई और आज इस संसार मे नही रहे। परिवार पर भी क्या गुजर रही होगी ये समझा जा सकता है। कोरोना का भयावह चेहरा इतना साइलेंट भी हो सकता है इसका यकीन करना मुश्किल है। कुछ ऐसे केस सामने तो आये हैं परंतु उसमे व्यक्ति कुछ तो बीमार रहा है। इनका केस चौकाने वाला है। वे बहुत ही सामाजिक थे। पत्रकार पुरम की ही अलग अलग समस्याओं को ले कर कई बार मिले। कलेक्ट्रेट में कई बार दिख जाते थे। उनका चला जाना वाराणसी की बड़ी क्षति है। उनके परिवार की मदद के लिए पूरे संभव प्रयास किये जायेंगे। ईश्वर ऐसे नेक व्यक्ति को सद्गति दे और परिवार को होंसला प्रदान करे।

[06/08, 11:23 pm] Dio. Babu. Anil Sri: वाराणसी/दिनांक 06 अगस्त, 2020(सू0वि0)
वरिष्ठ पत्रकार राकेश चतुर्वेदी के असामयिक निधन पर जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की

जिलाधिकारी ने स्वर्गीय राकेश चतुर्वेदी के निधन को हिंदी पत्रकारिता जगत का अपूरणीय छति बताया

वरिष्ठ पत्रकार राकेश चतुर्वेदी के असामयिक निधन पर जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। अपने शोक संवेदना में जिलाधिकारी ने स्वर्गीय राकेश चतुर्वेदी के निधन को हिंदी पत्रकारिता जगत का अपूरणीय छत्ति बताते हुए ईश्वर से प्रार्थना की है कि दुख की इस घड़ी को सहन करने की उनके परिवार को सबल मिले।
गौरतलब है कि स्वर्गीय राकेश चतुर्वेदी दैनिक आज से अपने पत्रकारिता की शुरुआत किये हैं तथा वर्तमान में काफी अर्से से दैनिक जागरण से जुड़े थे। वे श्रीकंठपुर चौबेपुर के स्थायी निवासी रहे तथा वर्तमान में पत्रकारपुरम चुप्पेपुर के अपने मकान में रहते रहे। उनका बीएचयू के सर सुंदरलाल चिकित्सालय में इलाज चल रहा था।

[06/08, 11:28 pm] Jnl Vikash Pathak: आज शायद पहली बार एक दोस्त की मौत के बाद लिख रहा हूं।
जब पत्रकारपुरम्र में मौत के सौदागरों ने दुकानें खोल ध॔धा किया और उनके साझीदार ताली बजाते रहे , इसलिए की बिरादरी का भाई है और दाना- पानी चलेगा।
जब एक जगह दुकान चलाकर कमाने और कुछ हिस्सा गंगजल की तरह झिडकने वाले लोगपांच कोरोनो पाजिटिव मिले तो बिरादरी के सवाल के न तो हाट सपाटऔर न सूनेटाइजेशन।
अपने कमाने खाने के नाम पर पत्राकरपुरम के लोगों ने एक ऐसे आदमी की जान ले ली जो वाकई कालोनी को संभालने वाला था , न कि खाने कमाने पर

[06/08, 11:38 pm] Dio. Babu. Anil Sri: वाराणसी/दिनांक 06 अगस्त, 2020(सू0वि0)
बुधवार को एसएसपीजी में भर्ती हुए थे राकेश चतुर्वेदी, आज गुरुवार को बीएचयू में हुआ निधन

वरिष्ठ पत्रकार राकेश चतुर्वेदी बुधवार को अस्वस्थ होने पर श्री शिवप्रसाद गुप्त मंडलीय चिकित्सालय गए थे और वहां के आकस्मिक वार्ड में उन्हें भर्ती कर इलाज किया जा रहा था। यहां पर उनका ट्रूनाट से कोरोना जांच की गई थी, जिसमें उनका रिपोर्ट पॉजिटिव आया था। आज गुरुवार को प्रातः श्री शिवप्रसाद गुप्त मंडलीय चिकित्सालय से रेफर करने पर उन्हें बीएचयू के सर सुंदरलाल चिकित्सालय में भर्ती किया गया था और यहां पर इलाज के दौरान ही सायं राकेश चतुर्वेदी की मृत्यु हो गई।

[06/08, 11:49 pm] Tv Ajay Singh: बहुत दुःखद है , अन्दर तक हिल गया हूँ , कुछ समझ मे नही आ रहा , दिल दिमाग में एक अजीब से खौफ का सन्नाटा है क्या ऐसी ही व्यवस्थाओं से कोरोना की लड़ाई लड़ेगा बनारस । दिल कहता है कि शायद दिल्ली चले गए होते तो बच जाते । किसी हायर सेंटर पर । 
बनारस के बीएचयू से तो बस ...............

[07/08, 12:02 am] Eenadu Gopal Mishra: आज दिल और दिमाग काम करना बंद कर रहा है, राकेश भैया का जाना बहुत ज्यादा खल गया, सोचा नहीं था हमेशा हंसकर बाबू बच्चा कहने वाला बड़ा भाई ऐसे चला जायेगा, अब सच मे डर लग रहा है। क्या होगा हम सबका, भोले ही मालिक हैं। हालात खराब है और और भी खराब होते ही जा रहे हैं। अब भी वक़्त है बनारस को पुर्ण लॉकडाउन के लिए नहीं तो आने वाला वक़्त और खराब होगा।

[07/08, 12:09 am] +91 80043 67703: एकदम सही
संक्रमण बुरी तरह से फैल रहा है
जनता मानने को तैयार नही है, सोशल डिस्टेंसिंग के सारे मानक ध्वस्त है
रोज कोरोना के नए आंकड़े सामने आ रहे है
किसी तरह से इस बढ़ते संक्रमण की चेन को तोड़ना ही होगा अन्यथा हालात और बिगड़ते ही जा रहे है
सम्पूर्ण लॉक डाउन भी विकल्प है

[07/08, 12:12 am] +91 94152 26682: ऑड इवन से भी कुछ हद तक कन्ट्रोल था अब हालात बेकाबू होते जा रहे हैं ...

[07/08, 12:12 am] +91 94152 23320: Bilkul sahi lekin ye bolne ka mauka bahut hi shocking samay pe aya

[07/08, 12:14 am] +91 94152 23320: BHU Ward ka realty check allow kare prashashan

[07/08, 12:17 am] Jan Surojit Chatarji: अत्यंत दुखद

[07/08, 12:19 am] +91 80043 67703: बनारस में अब 2 तरह के लोग दिख रहे है
एक जो बहुत बुरी तरह से डरे हुये है और बेहद एहतियात से सारी सावधानियों का पालन कर रहे है

दूसरे वो जो कोरोना को एकदम हल्के में लेकर कदम कदम पर कोविड-19 के सारे मानकों को ध्वस्त करने पर तुले हुए है, वो ना मॉस्क पहन रहे है, ना सोशल डिस्टेन्स का पालन कर रहे है और ना ही शाम 6 बजे के बाद बाहर ना निकलने की समय सीमा का पालन कर रहे है
तफरी चालू है, यही दूसरी प्रजाति ही बनारस को भीषण खतरे की ओर ढकेल रही है
ऐसे लोगो को पर अब एकदम सख्ती करने की जरूरत है ,लॉक डाउन-01 जैसी, जब पुलिस के डंडे जमकर बरसते थे और लोग वही भाषा समझते भी थे

[07/08, 12:23 am] Jnl Vikash Pathak: आखिर, पांच पेशेंट एक कंपनी और एक जगह मिलने के बाद भी प्रशासन सोया क्यों रहा , जिससे पत्राकरपुरम में कोरोना फैलता गया और उसने जान भी ले ली।

[07/08, 12:32 am] Tv Dinesh Mishra: विकास भैया रहने दीजिए हकीकत लिखने लगेंगे तो नोटिस मिल जाएगा।

[07/08, 12:36 am] Tv Dinesh Mishra: Thanks sir

[07/08, 12:38 am] Jnl Vikash Pathak: जिसको नोटिस की चिंता हो,वह देखे। हमको बहुत सी नोटिस मिली, लेकिन मौत के सौदागरों और क
किसी गलत के खिलाफ लड़ना मेरा अधिकार और सिद्रांत है। वह किसी में छीनने की ताकत प्रभु के अलावा किसी के पास नहीं है।

[07/08, 12:38 am] Ashok Kumar Mishra: हम लोगों के संघर्षों के साथी राकेश जी अब नहीं रहे
कलेक्टर साहब जितना संभव हो उनके परिवार की मदद होनी चाहिए
अशोक कुमार मिश्र
क्लाउन टाइम्स

[07/08, 12:38 am] Eenadu Gopal Mishra: सर लेकिन बिगड़ रहे हालात को काबू में करने के लिए कुछ कड़े कदम उठाने पड़ेंगे इसलिए भी यह बेहद जरूरी है क्योंकि पुलिसकर्मी, प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारी और सभी पत्रकार लगातार फील्ड में काम कर रहे हैं और इतनी भीड़ में सभी के ऊपर खतरा ज्यादा है क्योंकि कुछ लापरवाह लोगों की वजह से जो लोग बच कर काम कर रहे हैं उनके ऊपर ज्यादा खतरा मंडरा रहा है इसलिए कुछ कड़ा फैसला लीजिए कम से कम 1 सप्ताह के संपूर्ण लॉकडाउन पर विचार कीजिए यह अति महत्वपूर्ण है

[07/08, 12:39 am] Jnl Vikash Pathak: आखिर, पांच पेशेंट एक कंपनी और एक जगह मिलने के बाद भी प्रशासन सोया क्यों रहा , जिससे पत्राकरपुरम में कोरोना फैलता गया और उसने जान भी ले ली।

[07/08, 12:39 am] Tv Shailesh Chaurasia: आपसे उम्मीद भी है और विश्वास भी .....
जो कुछ भी आप करेंगे परिवार के हित को ध्यान में रखकर करेंगे।

[07/08, 12:40 am] Jnl Vikash Pathak: मेरे सवाल का भी जवाब मिलेगा, या सिर्फ गुणगान।
[07/08, 12:41 am] Tv Dinesh Mishra: अब वाराणसी में कोरोना vs डीएम की लड़ाई है,निश्चित तौर पर आप ने बहुत मेहनत और समर्पण दिया है कोविद 19 की लड़ाई में but एक बार सख्त और जमीनी हकीकत वाला निर्णय ले लीजिए।'बिन भय होत ना प्रीती' बनारस वासियो और आप के मातहतों के लिए.....

[07/08, 12:42 am] Ashok Kumar Mishra: विकास भाई 
सीधे उस कंपनी का नाम लिखिए और प्रशासन से मांग कीजिए कि वहां पूरी तरह लॉकडाउन कर दिया जाए आप तो संघर्षों के लिए जाने जाते हैं

[07/08, 12:43 am] Tv Santosh Chaurasia:Sir Welcome Your Step

[07/08, 12:44 am] +91 78001 64007:  कृपया इस बात को गंभीरता से लीजिए
[07/08, 12:44 am] Tv Dinesh Mishra: बिल्कुल आपको कंपनी का नाम सार्वजनिक करना चाहिए विकास भैया

[07/08, 1:00 am] Jnl Vikash Pathak: प्रशासन तो क्या कालोनी का हर कोई जानता है, लेकिन सबके स्वार्थ है। मौत को सामने देखकर भी ...

[07/08, 1:13 am] +91 70076 87992: Bhu के बारे में भी जिला प्रशासन को कुछ सोचना चाहिए कि आखिर क्यों और किन परिस्थितियों में वहां पर भर्ती ज्यादातर मरीज कोरोना से जंग हार के दम तोड़ दे रहे हैं

[07/08, 1:19 am] Jnl Vikash Pathak: लेकिन कष्ट का निवारण करने की जगह सिर्फ लिखकर श्रदांजलि के नाम पर काम चलने वाला नही है।
कल फिर कोई मौत का शिकार बनेगा और आप श्रद्रांजलि..

क्लाउन टाइम्स के प्रधान संपादक व वाराणसी प्रेस क्लब के महामंत्री अशोक कुमार मिश्र ने बाबा विश्वनाथ से प्रार्थना की है कि दुःख की इस घड़ी में परिवारजनों को वे सहने की शक्ति प्रदान करें।

 


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