गोवा में इस वर्ष भी 2 से 12 जून तक हिन्दू राष्ट्र स्थापना के उद्देश्य से सप्तम ‘अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन’ होने वाला है। इसके अन्तर्गत 2 और 3 जून को धर्मप्रेमी अधिवक्ता अधिवेशन, 2 से 7 जून की अवधि में अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन, 8जून को साधनावृद्धि शिविर तथा 9 से 12 जून की अवधि में हिन्दू राष्ट्र संगठक अधिवेशन होगा। इसके पहले के छ: अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशनों को आपने जो प्रसिद्धि दी, उस सहयोग के लिए हम आपके प्रति आभार व्यक्त करते हैं। आज तक हुए छ: अधिवेशनों को प्रतिवर्ष मिलनेवाला प्रतिसाद बढ़ता जा रहा है, जिसके परिणामस्वरूप षष्ठ हिन्दू अधिवेशन को 22 राज्यों के 132 हिन्दू संगठनों के 342 से अधिक प्रतिनिधि सम्मिलित हुए थे। इन अधिवेशनों की विशेषता यह थी की भारत के अतिरिक्त नेपाल, श्रीलंका, मलेशिया तथा बांग्लादेश के हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के प्रतिनिधि भी इसमें सम्मिलित हुए थे। सप्तम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन के लिए प्रतिवर्ष की भांति हिन्दू संगठनों के प्रतिनिधियों से बढ़ती संख्या में प्रतिसाद मिल रहा है। इसके पहले के सभी छ: अधिवेशनों में निश्चित किए गए समान कृति कार्यक्रम को मिली निम्नांकित विशेष सफलता आपको बताते हुए हमें विशेष आनंद हो रहा है।
अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन से प्रेरणा लेकर भारत के अनेक राज्यों में अब तक कुल 82 प्रांतीय अधिवेशनों का यशस्वी आयोजन।
हिन्दू धर्म एवं धर्मियों की रक्षा के लिए कार्यन्वित हिन्दू विधिज्ञ परिषद के हिन्दूहित के ठोस कार्य को सफलता।
प्रतिमास राष्ट्र और धर्म पर होनेवाले आघातों के विरुद्ध देश के 10 राज्यों में राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलनों द्वारा व्यापक जागृति।
धार (मध्यप्रदेश) में ‘भोजशाला मुक्ति आंदोलन’ एवं तिरुपति पवित्रता-रक्षा आंदोलन का राष्ट्रीयीकरण।
भारत से बांग्लादेश में हो रही गोतसकरी के विरोध में बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्रों में हिंदुत्वनिष्ठों से संगठित प्रयास।
उत्तराखंड के बाढ़ग्रस्तों को तथा नेपाल के भूकंप पीड़ितों की आपातकालीन सहायता।
विस्थापित कश्मिरी हिन्दुओं के पुनर्वास हेतु ‘एक भारत अभियान-कश्मीर की ओर’ इस अभियान के अंतर्गत भारत के अनेक राज्यों में जाहीर धर्मजागृति सभाओं का यशस्वी आयोजन।
भारतभर के क्रियाशील प्रमुख हिन्दू संगठनों के नेताओं के त्रैमासिक बैठकों का आयोजन।
हिन्दू संगठनों और संप्रदायों द्वारा राष्ट्रहित एवं धर्महित के लिए योगदान देना तथा भारत को हिन्दू राष्ट्र उद्धोषित करना आदि सूत्रों की दृष्टि से विविध विषयों पर गहन चर्चा करना, समान कृति कार्यक्रम निश्चित करना और हिन्दूहित के प्रस्ताव पारित करना,ऐसा इस अधिवेशन का स्वरूप होगा। अत: आपसे विनीत है कि इस सप्तम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन के समय-समय पर आने वाले समाचारों को व्यापक प्रसिद्धि दें।
इस कार्यक्रम के आयोजक नागेश गाडे हैं।