वाराणसी के मुरारी लाल मेहता प्रेक्षागृह में 28 अप्रैल को "केएल सहगल से किशोर कुमार तक " सुरीला सफर एक म्यूजिक जर्नी संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। जहां भूले-बिसरे गीतों की प्रस्तुती की जायेगी।
ये बातें वाराणसी के नागरिक नाटक मण्डली में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान कर्नाटक से आयी कार्यक्रम के मुख्य गायिका संगीता कट्टी कुलकर्णी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कही। सुश्री संगीता का भारतीय सिनेमा में 40 दशकों से पार्श्व गायन में इनका विशेष योगदान है। इनके साथ मुम्मबई से आये सेक्सोफोन प्लेयर सुरेश यादव जिन्होंने रामचन्द्र जी के संगीत टीम से अपना कैरियर प्रारम्भ किया और लक्ष्मीकान्त प्यारे लाल, शंकर जय किशन जैसे मशहूर संगीतकारों के साथ अपने संगीत सफर को काफी ऊँचाइयों तक पहुँचाया।
भूले - बिसरे गीतों की थीम " केएल सहगल से किशोर कुमार तक " रहेगी। कार्यक्रम का आयोजन 28 अप्रैल सायं 6 बजे से रात्री 9.30 बजे तक होगा। कार्यक्रम में मुख्य गायिका संगीता कट्टी कुलकर्णी के साथ मेल सिंगर "कौतस्ब सांग मैन" अपने सुरों का जादू बिखेरेंगे। अन्य सहयोगी कलाकारों में मुख्य रुप से िफल्म जगत के मशहूर ढोलक एवं कांगों प्लेयर गजानन्द, संगीत निर्देशक सबीर अहमद होंगे। अकार्डियन प्लेयर राजू खन्ना, गिटार प्लेयर पप्पी दादा, सुरेश दादा सेक्सोफोन, रौशन आलम तबले पर होंगे।
कार्यक्रम की शुरूआत वंदेमातरम गीत से होगी। तत्पश्चात सांगीतिक कार्यक्रम में 1940 से लेकर 1980 तक के गानों की प्रस्तुति होगी। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि शक्ती कपूर की पत्नी शिवांगी कपूर होंगी। कार्यक्रम के आयोजक मनीष सहगल, संजय गुप्ता व श्याम बुबना ने बताया कि हॉल में 9 सौ लोगों की बैठने की व्यवस्था की गयी है।